निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक की व्याख्या करें। (शब्द सीमा लगभग 100 )
प्रश्न – निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक की व्याख्या करें। (शब्द सीमा लगभग 100 )
(क) “गमले सा टूटता हुआ उसका ‘ग’ हुआ उसका
घड़े सा लुढ़कता हुआउसका ‘घ’
(ख) “नहानघर की नाली क्षणभर के लिए पूरी भर गई, फिर बिलकुल खाली हो गयी।’
उत्तर –
(क) प्रस्तुत पंक्तियाँ समसामयिक कवयित्री अनामिका द्वारा रचित ‘अक्षर ज्ञान’ शीर्षक कविता से संकलित है। यहाँ कवयित्री शिशु के ‘अक्षर ज्ञान’ शीर्षक कविता से संकलित है। यहाँ कवयित्री शिशु के अक्षर ज्ञान की प्रारंभिक शिक्षण प्रक्रिया के कौतकपूर्ण चित्रण करती । शिशु ‘क’ से कबूतर ‘ख’ से खरगोश सीखने के उपरांत ‘ग’ से गमला सीखना चाहता है तभी उसका गमला इधर-उधर हो जाता है।
‘घ’ से घड़ा लिखते हुए लुढ़क जाता है। वस्तुतः यहाँ कवयित्री कहना चाहती है कि अक्षर ज्ञान में शिशु की मनोदशाएँ विक्षुब्ध हो जाती हैं। उसका मन इधर-उधर भटकने लगता है। वह अनमना-सा ‘ग’ से गमला और ‘घ’ से घड़ा पढ़ना-लिखना चाहता है।
(ख) प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक की कहानी ‘मछली’ से ली गयी हैं। इन पंक्तियों का संदर्भ नहानघर से है जहाँ लेखक मछलियों को देखने के लिए गया है। नहानघर में पहुंचने पर लेखक ने महसूस किया कि पूरा नहानघर मछलियों की गंध से भरा हुआ है। वहाँ भग्गू द्वारा गोल-गोल काटी गयी मछलियों के टुकड़े पड़े हुए थे। उसे लेखक ने हाथों से बाल्टी में धोया और पानी भरी बाल्टी को उड़ेल दिया। इससे नहानघर की नाली क्षणभर में पूरी भर गयी और तुरंत पानी के बह जाने पर खाली भी हो गयी। पूरे घर में मछलियों की गंध आ रही थी जिसे लेखक ने महसूस किया। नहानघर में ही भग्गू मछलियों को धोकर, काटंकर साफ-सुथरा कर रहा था ताकि उसे पकाया जा सके। इस प्रकार नहानघर से मछली की गंघ पूरे घर में पसर गयी थी जिसे लेखक बारीकी से महसूस कर रहा था।
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