निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लिखिए। (शब्द सीमा लगभग 100 अंक)

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प्रश्न – निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लिखिए। (शब्द सीमा लगभग 100 अंक)
(क) ‘बिस्मिल्ला खाँ का मतलब – बिस्मिल्ला खाँ की शहनाई’ एक कल बिस्मिल्ला खाँ का परिचय पठित पाठ के आधार पर दें।
(ख) निम्न पंक्तियों का अर्थ लिखें
या लकुटी अरु कामरिया पर राज तिहूँ पुर की तजि डारौं ।
आठहुँ सिद्धि नवोनिधि को सुख नन्द की गाई चराइ विसारौं ||
रसखानि कबौं इन आँखिन सौं ब्रज के बनबाग तड़ाग निहारौं ।
 कोटिक रौं कलधौत के धाम करील के कुंजन ऊपर वारौं ||
उत्तर –
(क) बिस्मिल्ला खाँ शहनाई के प्रति इस तरह समर्पित है कि ये दोनों एक-दूसरे के पर्याय बन गए हैं। बिस्मिल्ला खाँ का नाम सुनते हो मानसपटल पर शहनाई की आकृति उभर आती है और चित्त में उसकी आकर्षक मधुर आवाज गूजने लगती है। ‘शहनाई’ शब्द कानों में पड़ता है तो बिस्मिल्ला खाँ का संगीतमय व्यक्तित्व सामने खड़ा हो जाता है। शहनाई और बिस्मिल्ला खाँ का तादात्म्य अपूर्व है। लगातार अस्सी बरस कठोर साधना की तब वे हासिल कर सके वह मंजिल जहाँ पहुँचने के लिए हर
कलाकार अपने देखता है। शहनाई वादन में उन्हें वह प्रसिद्धि मिली जिसके लिए कोई कलाकार सपने सँजोता है।
(ख) रसखान कवि कहते हैं कि अगर ग्वालों की लाठी और कम्बल के लिए तीनों लोकों का राज भी त्यागना पड़े तो कवि उसके लिए तैयार हैं। नंद की गाय चराने का मौका मिल जाए तो आठों सिद्धि और नवों निधि के सुख वे भुला देंगे। अपनी आँखों से ब्रज के वन उपवन और तालाब को जीवन भर निहारते रहना चाहते हैं। यहाँ तक कि ब्रज की काँटेदार झाड़ियों के लिए भी वे सौ महलों को भी निछावर कर देंगे ।

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