‘अङ्गराज! न दातव्यम् न दातव्यम्।’
प्रश्न – ‘अङ्गराज! न दातव्यम् न दातव्यम्।’
(i) यह कथन किस पाठ से संकलित है ?
(ii) यह किसका कथन है ?
(iii) यह किसको कहा जा रहा है ?
उत्तर –
(क) यह कथन ‘कर्णस्य दानवीरता’ पाठ से संकलित है।
(ख) यह शल्य का कथन है।
(ग) यह कर्ण को कहा जा रहा
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