एक प्रयोग द्वारा दर्शाएँ कि प्रकाश संश्लेषण के लिए क्लोरोफिल आवश्यक है।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

प्रश्न – एक प्रयोग द्वारा दर्शाएँ कि प्रकाश संश्लेषण के लिए क्लोरोफिल आवश्यक है।

उत्तर – प्रयोग का लक्ष्य : प्रकाश-संश्लेषण के लिए क्लोरोफिल आवश्यक है। महत्त्वपूर्ण सामग्रियाँ : रंग-बिरंगी पत्ती (भेजेटेरिम पत्ती), आयोडीन घोल, जल, ड्रॉपर, रेक्टीफाइड स्प्रीट (इथेनॉल), बर्नर |

प्रयोग विधि :
  1. पहले हम एक रंग-बिरंगी पत्ती (भेजेटेरिम) जिसका कुछ भाग हरा एवं कुछ भाग रंगहीन हो । हरा भाग क्लोरोफिल की उपस्थिति को सूचित करता है और रंगहीन भाग क्लोरोफिल की अनुपस्थिति को सूचित करता है।
  2. पत्ते से पूरी तरह स्टार्च को हटाने के मकसद से इसे दो से तीन दिन काले (प्रकाशअनुपस्थिति) रुम में रखे ।
  3. उस पत्ते को काले रुम से बाहर लायें एवं उसे दो से तीन दिन बाहर सूर्य की रोशनी में अब रखे रहने दे।
  4. अब उस पत्ती को कुछ मिनटों के लिए पानी में उबालें एवं फिर उसे एल्कोहॉल (इथेनॉल) में रखकर उबालें जिससे हरा रंगे उड़ जाएँगे एवं पत्ती पूरी तरह से रंगहीन हो जाएगी।
  5. अब इसे हल्के गुनगुने पानी से धो डाले ताकि वह मुलायम हो सके एवं जिससे पत्ती में लगे हुए क्लोरोफिल भी पूरी तरह से खत्म हो जाए।
  6. अब इस रंगहीन पत्ती पर आयोडिन घोल डालें एवं उसकी रंग में परिवर्तन को परखें ।
  7. परखने पर हम पाते हैं कि वह काला नीला में परिवर्तित हो चुका है एवं इसके उल्टा बाहरी भाग रंगहीन ही रह गया जो सिद्ध करता है कि यहाँ पर स्टार्च नहीं है एवं काले-नीले जगह पर स्टार्च उपस्थित है।
  8. इस तरह यह सिद्ध हुआ कि क्लोरोफिल प्रकाश-संश्लेषण के लिए आवश्यक है।

हमसे जुड़ें, हमें फॉलो करे ..

  • Telegram ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
  • Facebook पर फॉलो करे – Click Here
  • Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
  • Google News ज्वाइन करे – Click Here

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *