गद्यांश पर आधारित प्रश्न – 16 | JNV Class 6th Hindi solutions
गद्यांश पर आधारित प्रश्न – 16 | JNV Class 6th Hindi solutions
अनुच्छेद – 16
दो बकरियाँ साथ-साथ चरती थीं । एक दिन काली बकरी चरते-चरते आगे बढ़ गई। उसने सिर उठाया और देखा तो उसे नाले के उस पार हरीहरी घास दिखाई पड़ी । वह उस पार जाने के लिए रास्ता ढूँढ़ने लगी। मगर नाले पर पुल नहीं था । उस पार जाने का रास्ता नहीं था । काली बकरी रास्ते की तलाश कर रही थी। उसने आगे बढ़कर देखा कि नाले पर एक पेड़ गिरा पड़ा है। बस, उसने पेड़ पर चढ़कर नाला पार किया। नाला पार कर वह हरी – हरी घास चरने लगी ।
उजली बकरी ने जब सिर उठाया तो उसे भी उस पार हरी – हरी घास दिखाई पड़ी। हरी-हरी घास को खाने के लिए उजली बकरी का मन ललचने लगा। अतः उसने भी उस पार जाना चाहा। कुछ देर तलाश करने के बाद नाले पर गिरा हुआ वही पेड़ दिखाई दिया । उजली बकरी उसी पेड़ पर चढ़कर पुल पार करने लगी। जब वह बीच में थी, तभी उधर से काली बकरी आई। पुल के बीचोबीच दोनों की मुलाकात हुई।
रास्ता इतना सँकरा था कि दोनों एकबारगी आ-जा नहीं सकती थीं । अतः दोनों रुक गईं और आने-जाने का उपाय सोचने लगीं। उजली बकरी ने काली बकरी से कहा- बहन ! मैं लेट जाती हूँ। तुम मेरी पीठ पर चढ़कर पार हो जाओ । इसपर काली बकरी ने कहा – बहन ! तुम कमजोर हो । तुम ही मेरी पीठ पर चढ़कर पार हो जाओ । इतना कहकर काली बकरी पेड़ पर लेट गई और उजली बकरी उसकी पीठ पर चढ़कर उस पार चली गई । काली बकरी भी इस पार चली आई । इस प्रकार बुद्धि और सहयोग से दोनों को रास्ता मिल गया ।
1. काली बकरी उस पार क्यों गई ?
(1) वहाँ हरी घास नहीं थी
(2) वहाँ बहुत-सी घास थी
(3) वहाँ हरी-हरी घास थी
(4) वहाँ कोई बकरी नहीं चर रही थी
2. नाले पर पुल था—
(1) लकड़ी का
(2) लोहे का
(3) काठ का
(4) गिरे हुए पेड़ का
3. उजली बकरी—
(1) दुबली थी
(2) मजबूत थी
(3) बुद्धिमान थी
(4) समझदार थी
4. पेड़ का रास्ता—
(1) चौड़ा था
(2) बड़ा था
(3) सँकरा था
(4) नहीं था
5. इस कहानी का सबसे अच्छा शीर्षक क्या होगा ?
(1) उपाय
(2) सहयोग
(3) सूक्ष्म
(4) बुद्धि और सहयोग
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