गद्यांश पर आधारित प्रश्न – 22 | JNV Class 6th Hindi solutions

गद्यांश पर आधारित प्रश्न – 22 | JNV Class 6th Hindi solutions

अनुच्छेद – 22

आश्चर्य की बात है कि अधिकांश समय तक पानी में रहने के बावजूद बत्तखों के पंख सूखे बने रहते हैं। वे घंटों पानी में तैरते रहते हैं और बीच-बीच में डुबकी भी लगाते रहते हैं, फिर भी सूखे के सूखे ही रहते हैं। इसका रहस्य क्या है ? इसका रहस्य यह है कि बत्तख की पूँछ की जड़ में एक छोटा-सा तेल का अंग होता है। बत्तख इस अंग को दबाकर तेल निकालती रहती है जो उसके पंखों पर फैल जाता है। वैसे तो सभी पक्षियों में यह तेल का अंग होता है, किन्तु जलचर पक्षियों में यह सुविकसित होता है, पक्षियों में पसीना लाने वाला अंग नहीं होता।
1. इस गद्यांश में बताया गया है, बत्तखों के—
(1) पसीने के अंगों के बारे में
(2) तैलीय पंखों के बारे में
(3) तेल के अंगों के बारे में
(4) सूखे बने रहने के रहस्य के बारे में
2. बत्तखों की यह विशेषता है कि वे—
(1) बहुत दूर तक तैर सकती हैं
(2) बहुत तेज तैर सकती हैं
(3) बहुत जल्दी-जल्दी डुबकी लगा सकती हैं
(4) पानी में तैरते रहने पर भी सूखे बने रह सकते हैं
3. तेल का अंग बत्तख—
(1) की पीठ में होता है
(2) की पूँछ की जड़ में होता है 
(3) के पंख में होता है
(4) के पैर में होता है
4. “इसका रहस्य क्या है ?” में ‘इसका’ शब्द यहाँ बत्तख की किस क्रिया की ओर संकेत कर रहा है ?
(1) तैरना
(2) बार-बार डुबकी लगाना
(3) सूखे बने रहना
(4) पानी में बहुत देर तक रहना
5. तेल का यह अंग—
(1) सभी पक्षियों में विकसित नहीं होता 
(2) सभी बत्तखों में बना होता है
(3) सभी पक्षियों में नहीं पाया जाता
(4) केवल कुछ ही बत्तखों में सुविकसित होता है
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