जैव विविधता क्या है? यह मानव जीवन के लिए क्यों महत्त्वपूर्ण है ?
प्रश्न – जैव विविधता क्या है? यह मानव जीवन के लिए क्यों महत्त्वपूर्ण है ?
उत्तर – प्राकृतिक अधिवासीय वातावरण में विकसित होने वाले पौधों और जंतुओं को वन्य जीव कहते हैं। इस प्रकार पादप’ (Flora) और ‘जंतु’ (Faura) वन्य जीव के दो भाग है और ये जीवमंडल के अभिन्न अंग है। यह हमारी धरा पर अमूल्य धरोहर है। वन्य जीव सदियों से हमारे सांस्कृतिक एवं आर्थिक क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
जैव विविधता की उपयोगिता मानव जीवन के लिए महत्त्वपूर्ण इस लिए हो जाता है कि इसका उदाहरण आप संजय गाँधी जैविक उद्यान, पटना का भ्रमण किया होगा। वहाँ एक ओर धनवन्तरी पार्क में छोटे-छोटे विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधे देखा होगा, तो दूसरी ओर बड़े-बड़े विभिन्न प्रकार के वृक्ष इसी वनों में उछलते-कूदते बंदरों का आवास। वास्तव में स्थानीय स्तर पर यह जैविक उद्यान जैव-विविधता का ही प्रतिनिधित्व करता है। यह भूमंडल जो हम सबों का आवास है, सूक्ष्म जीवाणु और बैक्टीरिया से लेकर वट वृक्ष और ब्लूव्हेल तक करोड़ों जीवधारी का अधिवास है, सही अर्थों में यह पृथ्वी जैव विविधता का भंडार है।
प्रथम शताब्दी में आयुर्वेद के जनक चरक ने चरक संहिता में 200 प्रकार के पशुओं और 340 प्रकार के पौधों का उल्लेख किया है। हमारा देश जैव विविधता के संदर्भ में विश्व के सर्वाधिक समृद्ध देशों में से एक है। इसकी गणना विश्व के 12 विशाल जैविक विविधता वाले देशों में की जाती है। यहाँ विश्व की सारी जैव उप जातियों का आठ प्रतिशत संख्या पाई जाती है।
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