निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दें। प्रत्येक प्रश्न दो अंकों का होगा।

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प्रश्न – निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दें। प्रत्येक प्रश्न दो अंकों का होगा। 
(क) विश्व विख्यात मैक्समूलर का जन्म जर्मनी के डेसाउ नामक नगर में 6 दिसम्बर 1823 ई० में हुआ था। जब वे चार वर्ष के हुए, उनके पिता विल्हेम मूलर की मृत्यु हो गई। पिता की मृत्यु के बाद उनके घर की आर्थिक स्थिति बड़ी दयनीय हो गई। बावजूद इसके उनकी शिक्षा-दीक्षा बाधित नहीं हुई। बचपन में ही वे संगीत के अतिरिक्त ग्रीक और लैटिन भाषा में निपुण हो गए। लैटिन भाषा में कविताएँ भी लिखने लगे। 18 वर्ष की उम्र में उन्होंने संस्कृत का अध्ययन प्रारंभ किया। स्वामी विवेकानंद ने उन्हें ‘वदांतियों का भी वेदांती’ कहा है। भारत के प्रति उनका अनुराग जग जाहिर है।
 निम्नांकित प्रश्नों के उत्तर दें –
(i) मैक्समूलर का जन्म कहाँ और कब हुआ था?
(ii) वे कितने वर्ष के थे जब उनके पिता की मृत्यु हुई थी ?
 (iii) पिता के मरने के बाद उनके घर की आर्थिक स्थिति कैसी हो गई ?
 (iv) उनकी दयनीय आर्थिक स्थिति का उनकी शिक्षा-दीक्षा पर क्या प्रभाव पड़ा ?
 (v) स्वामी विवेकानंद ने उन्हें क्या कहा ?
अथवा,
(ख) मनुष्य को सुख पहुँचाने वाली वस्तुओं की कमी है। इसलिए अधिक मशीन बैठाकर उत्पादन में वृद्धि करने की जरूरत है। धन में वृद्धि करने और बाह्य उपकरणों की ताकत बढ़ाने की जरूरत है। बड़े-बड़े नेता के इस विचार से असहमति जताते हुए एक बूढ़ा ने कहा – बाहर नहीं, भीतर की ओर देखो। हिंसा को मन से दूर करो, मिथ्या को हटाओ, क्रोध और द्वेष को दूर करो, लोक के लिए कष्ट सहों, आराम की बात मत सोचो, प्रेम की बात सोचो, काम करने की बात सोचो क्योंकि प्रेम ही बड़ी चीज है और वह हमारे भीतर है। ‘स्व’ के नियंत्रण से प्रेम पुष्ट होता है।
निम्नांकित प्रश्नों के उत्तर दें –
(i) मनुष्य को सुख देने वाली वस्तुओं के अभाव को दूर करने के लिए नेताओं ने कौन-कौन से सुझाव दिए ?
(ii) इस पर बूढ़ा व्यक्ति ने क्या कहा ?
(iii) बूढ़ा के अनुसार सबसे बड़ी चीज क्या है ?
(iv) प्रेम का वास कहाँ है?
(v) प्रेम कैसे पुष्ट होता है ?
उत्तर –
(क) (i) मैक्समूलर का जन्म जर्मनी के डेसाड नामक नगर में 6 दिसम्बर, 1823 ई० में हुआ था। (ii) वे चार वर्ष के थे जब उनके पिता की मृत्यु हुई। (iii) पिता के मरने के बाद उनके घर की आर्थिक
स्थिति दयनीय हो गयी । (iv) उनकी शिक्षा-दीक्षा बाधित नहीं हुई । (v) स्वामी विवेकानंद ने उन्हें ‘वेदांतियों का वेदांती’ कहा।
अथवा,
(ख) (i) नेताओं ने मनुष्य को सुख देने वाली वस्तुओं के अभाव को दूर करने के लिए अधिक मशीन बैठाकर उत्पादन में वृद्धि करने का सुझाव दिया। साथ ही धन में वृद्धि करने और बाह्य उपकरणों की ताकत बढ़ाने का भी सुझाव दिया। (ii) इस पर बूढ़े व्यक्ति ने कहा कि ‘स्व’ के नियंत्रण से प्रेम पुष्ट होता है। अत: मन से हिंसा, मिथ्या, क्रोध और द्वेष को हटाना जरूरी है। (iii) बूढ़ा के अनुसार सबसे बड़ी चीज है ‘प्रेम’। (iv) प्रेम का वास हमारे भीतर ही मन में होता है। (v) प्रेम ‘स्व’ के नियंत्रण से पुष्ट होता है ।

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