निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर लगभग 20-30 शब्दों में दें।
प्रश्न – निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर लगभग 20-30 शब्दों में दें।
(क) बिरजू महाराज अपना सबसे बड़ा जज अपनी माँ को क्यों मानते थे?
(ख) संतू मछली लेकर क्यों भागा ?
(ग) गाँधीजी के अनुसार शिक्षा का जरूरी अंग क्या होना चाहिए?
(घ) कवि के जनता को ‘दूधमुँही’ क्यों कहा है?
(ङ) ‘हमारी नींद’ कविता किस प्रकार के जीवन का चित्रण करती है?
(च) बेटे के आँसू कब आते हैं और क्यों?
(छ) बड़े डॉक्टर पाप्पाति के बारे में पूछताछ क्यों कर रहे थे?
(ज) सीता को अपने घर घुटन क्यों महसूस होती है?
उत्तर –
(क) बिरजू महाराज की माँ हमेशा उनके नाच को देखती थी और उन्हें प्रोत्साहित करती थी। उनका हमेशा मार्गदर्शन की करती थी। इसलिए वे अपनी माँ को सबसे बड़ा जज मानते हैं।
(ख) संतु के मन में आया कि अब एक भी मछली जीवित नहीं रह सकेगी। मग्गू तुरंत इसे कर देगा। ऐसा सोचकर वह एक मछली लेकर भाग गया।
(ग) गाँधी जी के अनुसार सहृदयता का विकास, सुविचार का विकास, आध्यात्मिक ज्ञान एवं अहिंसात्मक प्रवृत्ति का विकास करते हुए चरित्र का निर्माण करना शिक्षा का जरूरी अंग होना चाहिए।
(घ) शासक वर्ग हमेशा जनता को भोली-भाली समझता है एवं उसे छोटे-छोटे प्रलोभन देकर खुश रखते हुए शासन करता है। वह हमेशा दुध मुँह अर्थात् छोटे शिशु की तरह जनता को समझता है क्योंकि जनता कभी शासक का प्रतिकार नहीं करती है। इसी संदर्भ में कवि ने जनता को दुधमुँहे कहा है ।
(ङ) ‘हमारी नींद’ कविता में कवि ने चित्रित करते हुए दर्शाया है कि मानव में जागृति का अभाव है। समय की महत्ता को नहीं समझा जाता है साथ ही भौतिक विकास पर ही बल दिया जाता है। लेकिन प्रकृति की स्थिति कुछ और ही है। सृष्टि गतिशील है। इसे समझना होगा।
(च) यहाँ संघर्षशीलता का चित्रण है। सीखने के क्रम में कठिनाइयों का सामना करते हुए बालक थक जाता है । ‘क’ से लेकर ‘घ’ तक अनवरत सीखते हुए ‘ङ’ सीखने का प्रयास करना कठिन हो जाता है। यहाँ वह पहले-पहल विफल होता है और आँसू आ जाते हैं। कर्म पथ पर या जीवन पथ पर जब बच्चा अग्रसर होता है और संघर्ष करते हुए गिरते-उठते चलने का प्रयास करते हुए माँ के निकट जब आता है तब स्नेह का आश्रय पाकर, ममत्व के निकट होकर रोक देता है।
(छ) बड़े डॉक्टर जाँचोपरान्त जान चुके थे कि पाप्पाति को अतिशीघ्र इलाज आवश्यक है अन्यथा बचाना मुश्किल होगा। इसलिए उसके बारे में पूछताछ कर रहे थे।
(ज) सीता को जब यह बताया जाता है कि उसके बेटे उसे 50 रु० मासिक देंगे जिससे वह अपना गुजारा करेगी उसे लगता है कि मुझे अपने ही घर में उपेक्षित समझा जा रहा है। वह अपना तुलना एक भिखरिन से करती है और उसे घुटन महसूस होता है।
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