प्रतिभाशाली बालक से आप क्या समझते हैं ? उकनी विशेषताओं का वर्णन करें।
प्रश्न – प्रतिभाशाली बालक से आप क्या समझते हैं ? उकनी विशेषताओं का वर्णन करें।
(What do you understand by gifted Children ? Describe its Characterstics.)
उत्तर – प्रतिभाशाली बालक को अधिसामान्य (Super Normal) बालक भी कहते हैं। प्रतिभाशाली बालक को परिभाषित करते हुए कहा जा सकता है कि यह वह बालक हैं जिनकी बौद्धिक क्षमता सर्वोच्च श्रेणी की होती है । Normal Distribution Curve में यह वक्र के धनात्मक छोर पर स्थित होते हैं। बड़े समूहों में यह बौद्धिक दृष्टि से ऊपर के 1% बालक हैं। स्टैनफोर्ड-बिने परीक्षण पर इनकी IQ. 135 या इससे अधिक आती है। ये बालक एक देश और समाज के प्रत्येक क्षेत्र में पाए जाते हैं अर्थात् ये प्रत्येक जाति, धर्म, आर्थिक स्तर, ग्रामीण क्षेत्र और शहरी क्षेत्र में पाए जाते हैं। ये प्रत्येक सामाजिक आर्थिक स्तर के लोगों में पाए जाते हैं। यह लड़के और लड़कियों के समान रूप से पाए जाते हैं। ऐसे बालक समाज के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण होते हैं। अपने देश में सुभाषचन्द्र बोस, सर सी० बी रमन, रवीन्द्रनाथ ठाकुर आदि के नाम प्रतिभाशाली लोगों में रखे जा सकते हैं।
प्रतिभाशाली बालकों की विशेषताएँ (Characteristics)
- उत्पत्ति (Origin) — प्रतिभाशाली बालकों की उत्पत्ति यद्यपि प्रत्येक प्रजाति में होती है, परन्तु जिन प्रजापतियों का पूर्व में आर्थिक, सामाजिक और शैक्षिक स्तर आदि अच्छा रहा है उनमें प्रतिभाशाली बालकों के उत्पन्न होने की सम्भावना अधिक होती है (L. Carmichael, 1968 ) ।
- यौन अनुपात ( Sex Ratio) — बुद्धि के क्षेत्र में 1950 तक हुए अध्ययनों से यह स्पष्ट हुआ है कि अधिकांश लड़कों की लड़कियों की अपेक्षा I.Q. अधिक होती है। प्रतिभाशाली बालक भी बालिकाओं की अपेक्षा अधिक होते हैं। एक अध्ययन जो नीग्रो लोगों पर किया गया इस अध्ययन (Jenkins, 1936) में यह देखा गया कि लड़कों की अपेक्षा लड़कियाँ अधिक संख्या में प्रतिभाशाली होती हैं। लेविस (Lewis, 1940) ने भी इसी प्रकार के परिणाम प्राप्त किए। टरमन (1915) के अनुसार 100 लड़कियों पर 121 लड़के प्रतिभाशाली होते हैं।
- वंशानुक्रम और घर की पृष्ठभूमि (eredity & Home Background) प्रतिभाशाली बालक साधारण परिवारों से आते हैं या उच्च परिवारों से आते हैं; यह प्रश्न एक महत्त्वपूर्ण प्रश्न है। टरमन (1915) ने अपने अध्ययनों द्वारा यह ज्ञात किया कि यह उन परिवारों में अधिक पाए जाते हैं जिनमें उच्च शिक्षा प्राप्त लोग होते हैं या उच्च होता है। उच्च राजनीतिक, उच्च प्रशासनिक या उच्च आर्थिक स्थिति वाले परिवारों में भी प्रतिभाशाली बालक अपेक्षाकृत अधिक संख्या में पाए जाते हैं।
- शारीरिक लक्षण और स्वास्थ्य (Physical Traits and Health)– इस दिशा में हुए अध्ययनों (Shuttleworth, 1939, Terman, 1930) से यह स्पष्ट हुआ है कि अधिकांश प्रतिभाशाली बालक सामान्य बालकों की अपेक्षा लम्बे और थोड़े भारी….. और स्वस्थ होते हैं । कारमाइकेल (1968) का भी विचार है कि प्रतिभाशाली बालक शारीरिक लक्षणों और . स्वास्थ्य की दृष्टि से सामान्य बालकों की अपेक्षा बेहतर होते हैं।
- स्कूल की प्रगति ( School Progress)–टरमन (1925) ने अपने अध्ययनों के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है कि प्रतिभाशाली बालक स्कूल नियमित रूप से जाते हैं। स्कूल जाना बहुत अधिक पसन्द करते हैं। यह लोग लगभग दो घण्टा रोज होमवर्क करते हैं । । एक अन्य अध्ययन (Wilty, 1940) में यह देखा गया कि प्रतिभाशाली बालकों की स्कूल की प्रगति श्रेष्ठ होती है। स्कूल में पढ़ाए जाने वाले सैद्धान्तिक विषयों में इनकी रुचि सर्वाधिक होती है।
- विद्यालय में उपलब्धि (School Achievement) — जैसा पहले बताया जा चुका है कि प्रतिभाशाली बालकों की स्कूल की प्रगति सामान्य बालकों की अपेक्षा अति श्रेष्ठ होती है। उसी प्रकार इनकी विद्यालय में उपलब्धि भी अन्य बालकों की अपेक्षा श्रेष्ठ होती है। इस दिशा में अध्ययन (Hollingworth; 1931, Terman Burks, 1933) हुए हैं, उनसे भी उपर्युक्त निष्कर्ष प्राप्त हुए हैं।
- पाठ्यक्रम के अतिरिक्त क्रियाएँ और रुचियाँ (Extra-curricular Activities and Interests)—अपने स्कूल पाठ्यक्रम के अतिरिक्त प्रतिभाशाली बालक संगीत, कला, चित्रकारी, नृत्य, भाषा आदि में अपनी रुचि रखते हैं या इन क्षेत्रों में अभ्यास करते हैं। कारमाइकेल (1968) ने इस सम्बन्ध में लिखा है कि “स्कूल के बारह प्रतिभाशाली बालकों में अन्य बालकों की अपेक्षा थोड़ा अधिक शक्तिशाली रुचियों की अभिव्यक्ति करते हैं। ” (“Gifted children express slightly storonger interest than do unselected children in the various activities that occupy their out of school hours.” इस प्रकार की रुचियों में यौन भेद पाया जाता है।
- खेल सम्बन्धी क्रियाएँ (Play Activities) — जहाँ तक खेल सम्बन्धी सूचना का प्रश्न है प्रतिभाशाली बालकों में टरमन (1935) के अनुसार, अधिक सूचना रहती है। प्रतिभाशाली बालक अपने से अधिक आयु वाले बालकों के साथ खेलना पसन्द करते हैं । खेल की दृष्टि से इनमें कोई सेक्स प्रिफरेन्स नहीं होता है। इस दिशा में लिए गए एक अध्ययन (Lehman & Witty, 1927) से यह निष्कर्ष निकाला गया कि सामान्य और प्रतिभाशाली बालक दोनों ही खेलों को समान ढंग से खेलते हैं, परन्तु प्रतिभाशाली बालक उन खेलों को अधिक कुशलता से खेलते हैं जिनमें चिन्तन अधिक होता है।
- व्यक्तिगत और सामाजिक चरित्र लक्षण (Personal and Social Character Traits) – इस दिशा में हुए अध्ययनों से यह स्पष्ट हुआ है कि प्रतिभाशाली बालक कक्षा के डिस्कशन्स में अधिक और क्रियाशील भाग लेते हैं ( Johnson, 1923 ) । प्रतिभाशाली बालक सत्ता (Authority) का आदर करते हैं (Woods, 1929)। यह बालक स्कूल के अनुशासन का आदर करने (Terman, 1925 ) । एक अध्ययन (Mc Geheesh & Tewis, 1949) के अनुसार प्रतिभाशाली बालकों की उनके संरक्षकों के प्रति अच्छी अभिवृत्तियाँ होती हैं। इनकी व्यक्तित्व विशेषताएँ श्रेष्ठ होती हैं (Hildreth, 1939 ) । प्रतिभाशाली बालकों में Courtesy, Cooperation, Imaginativeness, Willingness जैसे लक्षण भी सामान्य बालकों की अपेक्षा अधिक मात्रा में होते हैं। इनमें आत्म-विश्वास, मौलिकता, विनोद, सत्यप्रियता, नेतृत्व, ज्ञान अर्जित करने की इच्छा आदि भी अपेक्षाकृत अधिक मात्रा में पाई जाती है।
हमसे जुड़ें, हमें फॉलो करे ..
- Telegram ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
- Facebook पर फॉलो करे – Click Here
- Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
- Google News ज्वाइन करे – Click Here