राष्ट्रीय ज्ञान आयोग पर टिप्पणी लिखें ।
प्रश्न – राष्ट्रीय ज्ञान आयोग पर टिप्पणी लिखें ।
उत्तर – जून 2005 में भारत के प्रधानमंत्री डॉ० मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री कार्यालय को परामर्श देने के लिए एक थिंक टैंक के तौर पर राष्ट्रीय ज्ञान आयोग की नियुक्ति की जिसके अध्यक्ष सैम पित्रौदा थे । आयोग के अन्य छः सदस्य थे ।
आयोग के विचाराधीन विषय और उद्देश्य 13 जून को जारी सरकारी अधिसूचना के अनुसार राष्ट्रीय ज्ञान आयोग के विचारणीय विषय इस प्रकार है—
- शिक्षा व्यवस्था में उत्कृष्टता लाना ताकि वह 21वीं शताब्दी में ज्ञान की चुनौतियों का सामना कर सके और ज्ञान के क्षेत्र में भारत की स्पर्द्धा लेने की क्षमता बढ़ सके ।
- विज्ञान और टैक्नोलॉजी प्रयोगशालाओं में ज्ञान की रचना को बढ़ावा देना ।
- बौद्धिक सम्पदा अधिकारों से जुड़े संस्थाओं का प्रबन्ध सुधारना |
- खेती और उद्योग में ज्ञान के उपयोग को बढ़ाना ।
- सरकार को नागरिक के लिए असरदार, पारदर्शी और जबावदेह सेवा प्रदान करने वाली संस्था का रूप देने में ज्ञान क्षमताओं का उपयोग को बढ़ावा देना और लोगों को अधिक से अधिक लाभ पहुँचाने के लिए ज्ञान के व्यापक प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना ।
हमसे जुड़ें, हमें फॉलो करे ..
- Telegram ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
- Facebook पर फॉलो करे – Click Here
- Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
- Google News ज्वाइन करे – Click Here