सर्वनाम की परिभाषा, भेद और उदाहरण
सर्वनाम की परिभाषा, भेद और उदाहरण
सर्वनाम किसे कहते हैं | Sarvanam Kise Kahate Hain
सर्वनाम की परिभाषा – संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्दों को सर्वनाम कहते हैं। सर्वनाम शब्द ‘सर्व’ और ‘नाम’ शब्दों से मिलकर बना है, जहाँ ‘सर्व’ शब्द का अर्थ ‘सभी’ या ‘सब’ तथा ‘नाम’ का अर्थ हिंदी व्याकरण में ‘संज्ञा’ से लिया जाता है। अतः हम कह सकते हैं कि- वे सभी शब्द सर्वनाम हैं, जिनका प्रयोग संज्ञा के स्थान पर किया जाता है। जैसे:-
- मैं – इसका इस्तेमाल वक्ता स्वयं के लिए करता है।
- तू – इसका इस्तेमाल वक्ता की बात सुनने वाले के लिए किया जाता है।
- यह – आस-पास की किसी वस्तु को इंगित करने के लिए इस शब्द का प्रयोग किया जाता है।
- वह – दूर की किसी वस्तु को इंगित करने के लिए इस शब्द का प्रयोग किया जाता है।
सर्वनाम की परिभाषा
संज्ञा के स्थान पर आने वाले शब्दों को सर्वनाम कहते हैं। जैसे: तुम, हम, आप, उसका, आदि I सर्वनाम संज्ञा के स्थान पर आता है। सर्वनाम 2 शब्दों का योग करके बनता है: सर्व+नाम, इसका यह अर्थ है कि जो नाम शब्द के स्थान पर उपयुक्त होता है उसे सर्वनाम कहते हैं।
उदाहरण: वह मोहन है।
इस वाक्य में शब्द वह ‘सर्वनाम’ है। जो व्यक्ति के नाम की जगह पर मौजूद है।
अन्य शब्दों में समझें तो सर्वनाम उन शब्दों को कहा जाता है, जिन शब्दों का प्रयोग संज्ञा अर्थात किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान आदि,के नाम के स्थान पर करते हैं। इसमें मैं, तुम, तुम्हारा, आप, आपका, इस, उस, यह, वह, हम, हमारा ,आदि शब्द आते हैं।
हिंदी ग्रामर में सर्वनाम कितने होते हैं? क्या आप यह जानते हैं? निचे आपको हिंदी व्याकरण में कितने सर्वनाम कौन कौन से हैं उसकी जानकारी दी गयी हैं.
सर्वनाम के उदाहरण | Sarvanam Ke Udaharan
- वह पैन मेरा नहीं है।
- यह घर मेरे दादाजी ने बनवाया था।
- मैंने आज व्यायाम नहीं किया।
- तुम एक बहादुर लड़की हो।
- कोई आ रहा है।
- वे कुछ खा रहे हैं।
- वह कौन है, जो खेत में घुस रहा है?
- पिताजी कल किसकी बात कर रहे थे?
हिंदी में सर्वनाम कितने हैं
हिंदी में कुल 11 सर्वनाम हैं. उन सभी ग्यारह सर्वनाम के नाम निचे दिए गए हैं.
- में
- तू
- आप
- यह
- वह
- सो
- जो
- कोई
- कुछ
- कौन
- क्या
इन सभी ग्यारह सर्वनामो को मूल सर्वनाम कहते हैं. मतलब की यह सभी सर्वनाम वाक्य में दुसरे सर्वनाम भी बना सकते हैं जिन्हें हम यौगिक सर्वनाम कहते हैं. तो आपको यह समजना हैं की इन ग्यारह सर्वनाम को मूल सर्वनाम कहते हैं और इसके आलावा जितने भी सर्वनाम हैं वे सभी यौगिक सर्वनाम कहलाते हैं.
तो अब आपको पता चल गया होगा की सर्वनाम किसे कहते हैं, सर्वनाम की परिभाषा क्या हैं, सर्वनाम के उदाहरण हिंदी में क्या हैं, हिंदी व्याकरण में कुल कितने सर्वनाम हैं.
अब बारी आती हैं सर्वनाम के कितने भेद होते हैं यह जानने की. निचे आपको सर्वनाम के भेद कितने होते हैं की जानकारी दी गयी हैं.
सर्वनाम के भेद क्या हैं?
प्रयोग की दृष्टि से देखा जाए तो सर्वनाम के 6 भेद होते हैं, जैसे कि-
- पुरुषवाचक सर्वनाम
- निश्चयवाचक (संकेतवाचक) सर्वनाम
- अनिश्चयवाचक सर्वनाम
- संबंधवाचक सर्वनाम
- प्रश्नवाचक सर्वनाम
- निजवाचक सर्वनाम
1. पुरुषवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं
जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग बात कहने वाले के स्थान पर, बात सुनने वाले के स्थान पर तथा जिसके बारे में बात की जा रही है उसके स्थान पर किया जाता है, उन्हें पुरूषवाचक सर्वनाम कहते हैं। मैं, तू, आप, यह, वह आदि पुरूषवाचक सर्वनाम हैं। पुरूषवाचक सर्वनाम तीन प्रकार के होते हैं।
- उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम
- मध्यम पुरूषवाचक सर्वनाम
- अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम
1. उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं
जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग वक्ता स्वयं के लिए करता है, उन्हें उत्तम पुरूषवाचक सर्वनाम कहते हैं। ‘मैं’ एवं ‘हम‘ उत्तम पुरूषवाचक सर्वनाम है। कारक के आधार पर ‘मैं’ अपना रूप परिवर्तित करके जो अन्य सर्वनाम बनाता है, वे सभी सर्वनाम भी उत्तम पुरूषवाचक सर्वनाम होंगे। जैसे:- मैंने, मुझको, मुझसे, हमको, हमने आदि।
उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम के उदाहरण:-
- मैं एक धार्मिक व्यक्ति हूँ। इस वाक्य में जो व्यक्ति बात कर रहा है, वह स्वयं के बारे में बता रहा है। अतः इसमें उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम है।
- मैंने आज नाश्ता नहीं किया है। इस वाक्य में ‘कर्ता’ कारक की वजह से ‘मैं’ का का परिवर्तित रूप ‘मैंने’ बनकर वाक्य में प्रयुक्त हुआ है। इस वाक्य में भी जो व्यक्ति बात कर रहा है, वह स्वयं के बारे में बता रहा है। अतः इसमें भी ‘मैं’ उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम है।
2. मध्यम पुरूषवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं
जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग वक्ता द्वारा बात सुनने वाले के लिए किया जाता है, उन्हें मध्यम पुरूषवाचक सर्वनाम कहते हैं। ‘तू’ तथा ‘आप’ मध्यम पुरूषवाचक सर्वनाम होते हैं।
मध्यम पुरूषवाचक सर्वनाम के उदाहरण:-
- तुम बहुत अच्छी हिंदी बोलते हो।
- आपके सहयोग के बिना मैं यह सब नहीं कर पाऊंगा।
उपरोक्त दोनों वाक्यों में ‘तुम’ एवं ‘आपके’ मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम शब्द हैं।
3. अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं
जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग वक्ता एवं बात सुनने वाला किसी तीसरे व्यक्ति या वस्तु के लिए करते हैं, उन्हें अन्य पुरूषवाचक सर्वनाम कहते हैं। ‘यह’ एवं ‘वह’ अन्य पुरूषवाचक सर्वनाम शब्द हैं।
अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम के उदाहरण:-
- यह मेरा घर है।
- वह मेरा घर नहीं है।
2. निश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं
जिस सर्वनाम में पास या दूर किसी व्यक्ति या वस्तु की ओर संकेत का बोध हो वह निश्चयवाचक सर्वनाम कहलाता है। क्योंकि ये संकेत करता है इसलिए इसे संकेतवाचक सर्वनाम भी कहते हैं। जैसे:
- यह मेरी पेंसिल है।
- यह मीना की ड्रेस है, वह सीता की ड्रेस है।
- वह घर बहुत दूर है।
निश्चयवाचक और पुरुषवाचक सर्वनाम में अंतर व समानता
- सीता बाजार गयी और उसने पीली फ्रॉक खरीदी।
- यह फ्रॉक मेरी है, वह मीना की है।
दोनों वाक्य देखने में लगभग सामान लग रहे होंगे लेकिन इनमें बहुत अंतर है। पहले वाक्य में एक ही व्यक्ति की बात हो रही है इसलिए यह पुरुषवाचक सर्वनाम है लेकिन दूसरे वाक्य में जैसा कि आपको परिभाषा से पता है इसमें दूर और पास या संकेत का भाव प्रकट हो रहा है इसलिए यह निश्चयवाचक सर्वनाम है।
3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं
जिस सर्वनाम से किसी निश्चित व्यक्ति या पदार्थ का बोध नहीं होता हो उसे अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे :
- बाहर कोई है।
- मुझे कुछ नहीं मिला।
- किसी ने मुझे फोन किया पता नहीं कौन था।
- कोई दरवाजा बजाकर चला गया।
सरल शब्दों में कहें तो ऊपर दिए वाक्यों में किसी व्यक्ति या वस्तु के बारे में निश्चित नहीं है कि कौन है, क्या लिया, किसने फोन किया आदि इसलिए यह अनिश्चयवाचक सर्वनाम के उदाहरण हैं। कोई, कुछ, किसी आदि सर्वनाम शब्द आने पर ज्यादातर अनिश्चयवाचक सर्वनाम होता है तो यह ध्यान रखें।
4. संबंधवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं
संज्ञा के स्थान पर आने वाले जिन दो सर्वनाम शब्दों से संबंध का भाव प्रकट होता है उसे संबंधवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे:
- तुमनें जो कार मांगी थी, यह वही कार है।
- तुम जो बोलोगे मैं वैसा ही करूँगा।
5. प्रश्नवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं
Sarvanam in Hindi में अब जानते हैं अगला सर्वनाम का भेद जो है प्रश्नवाचक सर्वनाम। जिन सर्वनाम शब्दों से किसी प्रश्न का बोध होता है उसे उसे प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे:
- तुम कौन हो?
- तुम्हें क्या चाहिए?
- तुम यहां कब आयी?
- वहां कौन गिरा था?
- यहां क्या रखा है?
6. निजवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं
जो सर्वनाम तीनों पुरुष (उत्तम, मध्यम और अन्य) में अपना होने की अवस्था या भाव या अपनापन; निजता का वह निजवाचक सर्वनाम कहलाते हैं। जैसे:
- आप अपना काम खुद कर लेना।
- मैं अकेला ही कार साफ़ कर लूंगा।
- वह स्वयं स्कूटी से स्कूल चली जाती है।
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