सार्वभौमिक स्वास्थ सेवाएं प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य प्रणाली की सीमाएं है। क्या आपके विचार से निजी क्षेत्र इस कमी अथवा दूरी को भरने में सेतु के रूप में सहयोग कर सकता है ? आप कौन से अन्य उचित विकल्पों का सुझाव देंगे?
भारत में अत्यधिक जनसंख्या होने के कारण सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर अत्यधिक दबाव देखने को मिलता है। अतः इसकी परिसीमा निध रित हो जाती है। जिससे यह सभी को पर्याप्त सुविधा पहुंचाने में असमर्थ होती है। इसकी कुछ प्रमुख परिसीमाएं निम्नवत हैं –
- बीमा एवं स्वास्थ्य योजनाओं का उचित क्रियान्वयन न हो पाना भी इसकी सीमा को निर्धारित करता है।
- कुशल और अनुभवी चिकित्सक और सहायकों की कमी प्रायः सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र में देखने को मिलती है। जिससे बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने में असमर्थता व्यक्त की जाती है।
- वित्त की कमी के कारण इस क्षेत्र में कई समस्याएँ उत्पन्न हो जाती हैं। भारत के जीडोपी का 2 प्रतिशत से कम स्वास्थ्य क्षेत्र में खर्च किया जाता है जोकि चीन, अमेरिका जैसे देशों की तुलना में बहुत कम है।
- जागरुकता के अभाव में यह आम जन तक पहुंचने में असमर्थ रहा है।
- बुनियादी सुविधाओं का अभाव इस क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या है। वार्ड, उपकरण मशीन इत्यादि के आभाव में स्वास्थ्य सुविधा प्रभावित होती है।
- दवाइयां, उपकरण इत्यादि का आयात सरकार द्वारा किया जाता है, जोकि उचित समय पर उपलब्ध नहीं हो पाते हैं, ऐसे में इसका कार्य प्रभावित होता है।
- निजी क्षेत्र पर सामाजिक जिम्मेवारी तय होनी चाहिए।
- दवाइयों के मुल्य वृद्धि में प्रभावी नियंत्रण आवश्यक होनी चाहिए। जिससे कीमतों को नियंत्रित किया जा सके।
- योग को बढ़ावा देना चाहिए, ताकि स्वस्थ जीवन शैली को विकसित किया जा सके।
- निजी अस्पतालों में कमजोर वर्गों के इलाज हेतु कोटा तय होनी चाहिए।
- विडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चिकित्सकीय सुविधा दूरस्थ क्षेत्रों में पहुँचाई जा सकती है।
निष्कर्ष : अगर हम यूएचसी के मानदंडों के अनुसार चलें तो निश्चित रूप से देश की स्वास्थ्य सेवा में सुधार होगा। इसके प्रति सोच में बदलाव आएगा। हमें बीमारियों को नियंत्रित करने की योजना नहीं तैयार करनी चाहिए बल्कि इसे समाप्त करने की योजना बनानी चाहिए। स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने हेतु अच्छे स्रोतों का होना अनिवार्य है। अगर स्वास्थ्य क्षेत्र में विकास करने हेतु हम निजी क्षेत्रों के साथ सहयोगात्मक संबंध बना लें तो इसका लाभ हमें व्यापक स्तर पर मिलेगा।
हमसे जुड़ें, हमें फॉलो करे ..
- Telegram ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
- Facebook पर फॉलो करे – Click Here
- Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
- Google News ज्वाइन करे – Click Here