निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लिखिए। (शब्द सीमा लगभग 100 )

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प्रश्न – निम्नलिखित प्रश्नों में से किसी एक प्रश्न का उत्तर लिखिए। (शब्द सीमा लगभग 100 )
(क) लेखक हजारी प्रसाद द्विवेदी ने किस प्रसंग में कहा है कि बंदरिया मनुष्य का आदर्श नहीं बन सकती? लेखक का अभिप्राय स्पष्ट करें।
 (ख) व्याख्या करें –
“रसखानि कबौं इन आँखिन सौं ब्रज के बनबाग तड़ाग निहारौं । ”
उत्तर –
(क) लेखक का कहना है कि अपने आप पर अपने आप के द्वारा लगाया हुआ बंधन हमारी संस्कृति की बड़ी भारी विशेषता है। लेखक के अनुसार मरे हुए बच्चे को गोद में लेकर जिस प्रकार बंदरिया घुमती-फिरती है — वह कभी भी हमारा आदर्श नहीं बन सकती। लेकिन व्यामोह से मुक्त रहते हुए नयी खोजों के साथ नशे की हालत में भी नहीं रहना है कि हम अपना सर्वस्व ही खो दें। यहाँ पुरातनता की खामियों से सबक लेते हुए नीवनता को ग्रहण करने का आग्रह है।
(ख) प्रस्तुत काव्य पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक के करील के कुंजन ऊपर वारौं’ काव्य पाठ से ली गयी हैं। इन काव्य पंक्तियों का प्रसंग ब्रजभूमि की महिमा से जुड़ा हुआ है। कवि ब्रजभूमि की महिमा का से गुणगान करते हुए काव्य-रचना करता है। कवि कहता है कि रसखान नामक कवि यानी स्वयं कब अपनी आँखियों से ब्रजभूमि का दर्शन करेगा और स्वयं को धन्य धन्य समझेगा। रसखान के मन के भीतर एक व्यग्रता है आकुलता है, बेचैनी है, तड़प है, ब्रजभूमि के सौंदर्य को देखने की, परखने की, उस भूमि के बागों, वनों, तालाबों के दर्शन करने की।’

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