पारितंत्र में अपघटकों की क्या भूमिका है ?
प्रश्न – पारितंत्र में अपघटकों की क्या भूमिका है ?
उत्तर – परिस्थितिक संतुलन को कायम रखने में अपघटन की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। यह पौधे तथा जंतुओं के मृत शरीर तथा अन्य वर्ज्य पदार्थों का जीवाणुओं और कवकों के द्वारा अपघटन करता है। ये जीवाणु . मृत जीवों के शरीर में उपस्थित कार्बनिक पदार्थों को अकार्बनिक तत्त्वों से मुक्त कर देते हैं जो विभिन्न गैसों के रूप में वायुमंडल में चले जाते हैं। अन्य ठोस एवं द्रव्य पदार्थ मिट्टी में मिल जाते हैं। इस प्रकार अपघटक परिस्थितिक संतुलन कायम करने का प्रयास करते हैं।
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