NCERT Solutions Class 9Th Social Science Chapter – 4 मानवजनित आपदाएँ (आपदा प्रबंधन)

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

NCERT Solutions Class 9Th Social Science Chapter – 4 मानवजनित आपदाएँ (आपदा प्रबंधन)

अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

मानवजनित आपदाएँ

1. रासायनिक युद्ध क्या है ?
उत्तर – रासायनिक युद्ध में मनुष्यों को जान से मारने या उन्हें अक्षम बनाने के लिए रासायनिक पदार्थों का जान-बूझकर प्रयोग किया जाता है। रासायनिक पदार्थ लोगों के तंत्रिका तंत्र, श्वसन केंद्र, नाक, गला, आँख या त्वचा पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं। रासायनिक पदार्थ गैस, द्रव, स्प्रे या पाउडर के रूप में हो सकता है।
2. भोपाल गैस त्रासदी में गैस रिसाव के कारण  बताएँ । 
उत्तर – भोपाल गैस त्रासदी में गैस रिसाव के कारण निम्नांकित हैं
(क) यूनियन कार्बाइड कीटनाशक कारखाने से मिथाइल आइसोसाइनेट गैस का रिसाव ।
(ख) तकनीकी खराबी के कारण गैस का रिसाव हुआ ।
3. 1986 में रूस के चरनोबिल परमाणु शक्ति संयंत्र से विकिरण के प्रभाव को लिखें ।
उत्तर – चरनोबिल परमाणु शक्ति संयंत्र से विकिरण के निम्नांकित प्रभाव हैं—
(क) हजारों की संख्या में लोग मारे गए।
(ख) मृत्यु से अधिक खतरनाक बीमारियों से अनेक लोग आज भी ग्रसित हैं ।
(ग) बहुत से लोग अपंग हो गए।
4. जैविक युद्ध क्या है ?
उत्तर – जैविक युद्ध का अर्थ है- मानव समुदाय, पशुओं और फसलों पर हानिकारक सूक्ष्मजीवों या रोगाणुओं का सैन्य उपयोग करना । इनकी एक अत्यल्प मात्रा से ही लाखों लोगों की मृत्यु हो सकती है। जैविक युद्ध से जुड़े अनुसंधानों से ऐसे अनेक जैविक हथियार उत्पन्न किए गए हैं जो मानव को अक्षम बनाने या उनकी हत्या करने में सक्षम हैं। इनमें खाद्य पदार्थों को खतरनाक स्तर तक विषाक्त बनाने वाले व विष उत्पन्न करने वाले सूक्ष्मजीव या प्लेग, ऐन्थ्रैक्स आदि रोग उत्पन्न करने वाले विषाणु या अनेक प्रतिजांतव और प्रतिपादक अभिकारक शामिल है।
5. प्लेग कौन-से प्राणी से फैलता है ?
उत्तर – जीनोप्सीलिया चियोप्सिस नामक पिस्सू, जो चूहों पर पाया जाता है, प्लेग को फैलाता है। यह एशिया, अफ्रीका तथा दक्षिणी अमेरिका में प्लेग फैलाने वाला सबसे मुख्य वाहक है। नर तथा मादा दोनों ही पिस्सू संक्रमण फैलाते हैं।
6. आग से आप क्या समझते है ? 
उत्तर – आग एक ऐसी घटना है जिसमें कोई वस्तु जलती है। यह घटना जान-माल की क्षति के लिए उत्तरदायी होती है ।
7. दुर्घटना किसे कहते हैं ?
उत्तर – वाहनों में आपसी टक्कर से होने वाली घटना जिसमें धन-जन की हानि होती है, दुर्घटना कहलाती है।
8 सड़क दुर्घटना से बचने के लिए क्या करना चाहिए ? कोई भी दो बातें बताएँ। 
उत्तर – (क) सड़क यातायात संकेतों का ध्यान रखें।
(ख) पदयात्री सड़क पार करते समय जेबरा क्रॉसिंग का प्रयोग करें।
9. महामारी क्या है ?
उत्तर – किसी बीमारी अथवा स्वास्थ्य समस्या का बहुत अधिक लोगों में एक साथ फैलना ही महामारी कहलाता है।
10. किसी महामारी की स्थिति कब पैदा होती है ?
उत्तर – किसी महामारी की स्थिति केवल तभी पैदा होती है, जब लोगों की रोग से प्रभावित होने की क्षमता, संक्रामक एजेंटों की उग्रता तथा वातावरण का संतुलन बिगड़ जाता है।

लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

मानवजनित आपदाएँ

1. रासायनिक और जैविक युद्ध से बचने के लिए प्रतिरक्षात्मक प्रणाली का वर्णन करें। 
उत्तर – रासायनिक एवं जैविक युद्ध से बचने के लिए प्रतिरक्षात्मक प्रणाली के मुख्य घटक निम्नांकित हैं
(क) संरक्षक गैस मास्कों का प्रयोग,
(ख) रसायनों से भींगे वस्त्रों का संरक्षक युक्ति के रूप में प्रयोग,
(ग) प्रतिआविष ( एन्टीटॉक्सिन) का प्रयोग,
(घ) पर्याप्त प्रशिक्षण प्राप्त चिकित्सा दल ।
2. नाभिकीय युद्ध के बारे में आप क्या जानते हैं ? विस्फोट के क्षेत्र से बाहर रहने वाले व्यक्तियों के लिए सुरक्षा के उपायों का वर्णन करें।
उत्तर – सभी नाभिकीय हथियार विस्फोटक युक्तियाँ हैं। नाभिकीय हथियार दो प्रकार के होते हैं— नाभिकीय विखंडन आयुध और नाभिकीय संलयन आयुध। ऊर्जा, परमाणु केंद्र में स्थित नाभिक में संचित होती है। कुछ अत्यधिक भारी परमाणुओं जैसे कि यूरेनियम और प्लूटोनियम के परमाणुओं के नाभिक को दो छोटे खंडों में विखंडित किया जा सकता है। इसे नाभिक विखंडन की प्रक्रिया कहते हैं। विखंडन के फलस्वरूप विशाल परिमाण में ऊर्जा निर्मुक्त होती है। किंतु जब हाइड्रोजन परमाणुओं के नाभिक आपस में मिलते हैं, तो इससे भी अधिक परिमाण में ऊर्जा निर्मुक्त होती है। नाभिकों के परस्पर संयोजित होने की प्रक्रिया नाभिकीय संलयन कहलाती है। प्रथम नाभिकीय हथियारों का प्रयोग द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा किया गया।
विस्फोटों के क्षेत्र में न रहने वाले लोगों के लिए सुरक्षा उपाय संभव है। नाभिकीय विस्फोट से विकिरण को रोका जा सकता है यदि हम इस्पात की 3 सेमी मोटी चादर, क्रंकीट के 9 सेमी मोटे आवरण या मिट्टी के 14 सेमी मोटे आवरण के भीतर स्वयं को छिपा लें। इस प्रकार के किसी तहखाने में रहने पर विकिरण के अधिकांश प्रभाव से रक्षा हो सकती है। आकाश से रेडियोधर्मी पदार्थ गिरने से पूर्व यदि आयोडीन की गोलियाँ खा ली जाएँ तो इससे हमारी थायरॉइड ग्रंथि रेडियोधर्मी आयोडीन के प्रभाव से बच सकते हैं। दीर्घकालिक बचाव सुरक्षित आश्रय, भोजन और त्वरित चिकित्सा सेवाओं की उपलब्धता पर निर्भर करता है।
3. नाभिकीय युद्ध के दौरान सुरक्षा के उपायों का वर्णन करें ।
उत्तर – नाभिकीय युद्ध के दौरान सुरक्षा के उपाय निम्नांकित हो सकते हैं-
(क) नाभिकीय विस्फोटों से उत्पन्न विकिरण के हानिकारक प्रभावों से बचने के लिए इस्पात की 3 सेमी या कंक्रीट की 9 सेमी या मिट्टी की 14 सेमी मोटी दीवारों वाले कमरों में छिप जाएँ ।
(ख) रेडियोधर्मी आयोडीन के प्रभाव से बचने के लिए विस्फोटों से पूर्व आयोडीन की गोलियाँ खा लेनी चाहिए ।
(ग) सुरक्षित आश्रय, भोजन और त्वरित तथा उचित चिकित्सा भी सुरक्षा के महत्त्वपूर्ण उपाय हैं।
4. घरों में आग की रोकथाम के लिए सुरक्षा उपायों की विवेचना करें।
उत्तर – घरों में आग की रोकथाम के लिए निम्नांकित सुरक्षा उपाय किए जाने चाहिए –
(क) बिजली की खराबी के कारण उत्पन्न हुई आग को बुझाने के लिए पानी का प्रयोग न करें क्योंकि पानी डालने से करंट लग सकता है।
(ख) माचिस को बच्चों की पहुँच से दूर रखें और घर के भीतर किसी को भी बीड़ी सिगरेट न पीनें दें ।
(ग) आग से बचाव के बुनियादि नियमों और बाहर जाने का रास्ता सदैव ध्यान में रखें।
(घ) घर में एक अग्निशामक यंत्र रखें और इसे प्रयोग करने का तरीका स्वयं भी सीखें और घर के अन्य सदस्यों को भी सिखाएँ ।
(ङ) घर से बाहर जाते समय तो बिजली और गैस के सभी उपकरण बन्द करके जाएँ ।
(च) आग लगने पर तुरन्त दमकल विभाग को सूचना दें ।
5. आग के मुख्य कारणों का वर्णन करें ।
उत्तर – आग के मुख्य कारण निम्नांकित है
(क) कार्य स्थल पर ज्वलनशील पदार्थों जैसे- पैकिंग पदार्थ, गोंद, विलायक, ज्वलनशील तरल अथवा गैसों का भंडारण बहुत खतरनाक है।
(ख) ज्वलनशील पदार्थों का असावधानीपूर्वक रख-रखाव भीषण दुर्घटना को जन्म देता है।
(ग) कूड़ा-करकट तथा बेकार पदार्थों के ढेर भी आग की दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं ।
(घ) पेंट्स, विलायक, चिपकने वाले पदार्थ, रसायन तथा गैस सिलेंडर्स आदि खतरनाक पदार्थ आग के जलने के स्रोत है।
(ङ) जानबूझकर लगाई गई आग भी एक प्रमुख कारण है।
(च) बिजली के तारों का आपस में लड़ना भी आग का कारण बनता है।
6. मानव जनित किन्हीं तीन आपदाओं पर चर्चा करें ।
उत्तर – मानवजनित तीन प्रमुख आपदाएँ निम्नांकित हैं
(क) आग – आग लगना एक गंभीर संकट है, जिसमें धन-जन का नुकसान अन्य प्राकृतिक संकटों की तुलना में अधिक होता है। आग लगने का प्रमुख कारण सतर्कता का अभाव है। बिजली के उपकरण, घरेलू कुकिंग गैस आदि इस संकट के स्रोत हैं ।
(ख) सड़क दुर्घटना – भारत में 80% सड़क दुर्घटनाएँ गलत तरीके से वाहन चलाने के कारण होती हैं। सड़क दुर्घटनाओं में मानवीय त्रुटि का बहुत बड़ा हाथ होता है। सड़क दुर्घटनाओं के कारण मानवीय क्षति होती है तथा धन का भी नुकसान होता है ।
(ग) रासायनिक और औद्योगिक दुर्घटनाएँ- औद्योगिक संस्थानों से जहरीली गैस का रिसाव एक प्रमुख औद्योगिक दुर्घटना है जिससे व्यापक स्तर पर मानव जीवन की क्षति होती है। 1984 ई० में भोपाल की एक औद्योगिक इकाई से जहरीली गैस का रिसाव इसी प्रकार की दुर्घटना थी।
7. नाभिकीय हथियारों के प्रयोग से पड़ने वाले प्रभावों की चर्चा करें। 
उत्तर – नाभिकीय हथियारों के प्रयोग से पड़ने वाले प्रभाव-
(क) नाभिकीय विस्फोट से उत्पन्न तापीय विकिरण के कारण 8 किमी के भीतर सभी जीव-जंतु जल जाते हैं।
(ख) नाभिकीय विस्फोट से 500-1000 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाएँ उत्पन्न होती हैं जिससे 3 किमी भीतर तक कंक्रीट की भवनों को नुकसान पहुँचता है।
(ग) नाभिकीय विस्फोट के कारण रेडियोधर्मी धूलकण लगभग 3000 वर्ग किमी तक फैल जाते हैं। आकाश से बरसते ये धुलकण मानव शरीर में अनेक विकृतियों को जन्म देते हैं ।
8. सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए सुरक्षा उपायों का उल्लेख करें। 
उत्तर – सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए मुख्य सुरक्षा उपाय निम्नांकित हैंअगले वाहन से आगे निकलने का
(क) वाहन बहुत तेज न चलाएँ और अपने से अनावश्यक प्रयास न करें ।
(ख) यातायात के संकेतों की जानकारी रखें और उनका पालन करें।
(ग) सदा अपनी लेन में चलें ।
(घ) वाहन को तब तक नियंत्रण में रखें जब तक वह पूरी तरह रूक नहीं जाता।
(ङ) वाहन चलाते समय गति को एकाएक तेज या कम न करें।
(च) सड़क पार करते समय सड़क के दोनों तरफ देखें ।
9. औद्योगिक दुर्घटनाओं के विशिष्ट प्रभाव क्या है ?
उत्तर – औद्योगिक दुर्घटनाओं के विशिष्ट प्रभाव निम्नांकित है
(क) पर्यावरण की हानि- रासायनिक रिसावों और दुर्घटनाओं के कारण भूमि, वायु और जल का प्रदूषण होता है। इनसे अनेक प्रकार से रोगों और विकलांगता के रूप में भी जीव-जगत प्रभावित होता है ।
(ख) विकलांगता- अनेक रसायनों और गैसों से घातक विकलांगता भी पैदा हो सकती है। जैसे- अंधापन, बहरापन, लकवा और मानसिक रोग ।
(ग) मवेशियों और मनुष्यों की मृत्यु – गैसों के रिसाव और दूसरी औद्योगिक दुर्घटनाओं के कारण व्यक्ति निम्नांकित प्रकारों से मरते या विकलांग बनते हैं
(i) साँस लेने पर पेट के रोग, कैंसर, हृदय और फेफड़ों के रोग पैदा होते हैं या मृत्यु तक हो सकती है।
(ii) आँखों में गैस लगने पर अस्थायी या स्थायी रूप से दृष्टि चली जाती है ।
(iii) त्वचा का कैंसर, खुजली और अन्य रोग होते हैं
(iv) शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता कम या समाप्त होने से भविष्य में खतरे बढ़ जाते हैं ।
(घ) इमारतों की हानि- इमारतों को स्थायी हानि पहुँच सकती है। रसायनों के रिसाव से संगमरमर, लकड़ी के फर्नीचर और अन्य वस्तुओं का रंग-रूप बिगड़ सकता है।
10. महामारी को दूर करने के उपायों का वर्णन करें।
उत्तर – महामारी को दूर करने के उपाय निम्नांकित है—
(क) स्वास्थ्य सेवाओं की जिम्मेदारी तथा भूमिका का पूर्ण ज्ञान।
(ख) राज्य स्तर से लेकर सब सेंटर तक आपस में समन्वय तथा जानकारी का विस्तार ।
(ग) संगठनात्मक तैयारी।
(घ) स्वास्थ्य सब सेंटर पर ग्रामीण स्वास्थ्य नर्से तथा स्वास्थ्य कर्मचारी होना अनिवार्य है।
(ङ) आपातकालीन योजना बनाना तथा उसे लागू करना।
(च) टीकाकरण अभियान लगातार चलाना।
11. संक्रामक रोगों की रोकथाम के प्राथमिक उपाय बताएँ।
उत्तर – संक्रामक रोगों की रोकथाम के प्राथमिक उपाय निम्नांकित है
(क) स्वास्थ्य सेवाओं में वृद्धि करना।
(ख) सभी उद्भव क्षेत्रों का विनाश कर दें ।
(ग) फैलने वाली महामारी पर नज़र रखना।
(घ) आस-पड़ोस को साफ तथा स्वच्छ रखें ।
(ङ) आबादी वाले सभी क्षेत्रों का सुवासीकरण।
(च) निश्चित स्थानों पर टीकाकरण कार्यक्रम ।
12. रेल दुर्घटना से बचने के उपायों का वर्णन करें। 
उत्तर – रेल दुर्घटना से बचने के उपाय निम्नांकित है
(क) रेलगाड़ी को किसी पुल, सुरंग अथवा किसी ऐसी जगह खड़ा न किया जाय जहाँ यात्रियों के लिए गाड़ी से निकलना संभव न हो ।
(ख) रेलवे क्रॉसिंग पर सिग्नल और स्विग बैरियर का ध्यान रखें। उसके नीचे से निकलकर क्रॉसिंग को पार करने का प्रयास न करें ।
(ग) रेलगाड़ी में धूम्रपान न करें।
(घ) यदि क्रॉसिंग पर कोई कर्मचारी न हो तो पटरी पार करने से पूर्व पहले पटरी के दोनों ओर देखें कि कोई रेलगाड़ी तो नहीं आ रही है ।
(ङ) आपातकालीन चेन को बिना जरूरत के न खींचे।
(च) रेलगाड़ी में सफर करते समय दरवाजे पर न खड़े हों और न ही बाहर की ओर झुकें।
13. बम का खतरा होने की स्थिति में क्या-क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए ? 
उत्तर – बम का खतरा होने की स्थिति में निम्नांकित सावधानियाँ बरतनी चाहिए –
(क) किसी संदिग्ध वस्तु के पास न तो स्वयं जाएँ, न दूसरों को जाने दें। उस वस्तु के संबंध में पुलिस को सूचित करें और पुलिस के आने पर उस स्थान से चले जाएँ ।
(ख) यदि आपको कोई पैकेट दिखाई दे और आपको संदेह हो, तो सावधान हो जाएँ । ऐसी किसी भी चीज को हाथ न लगाएँ ।
(ग) आतंक की स्थिति उत्पन्न न होने दें।
(घ) सार्वजनिक क्षेत्रों में पड़ी लावारिस वस्तुओं जैसे सूटकेस, बक्से, पैकेट आदि से सावधान रहें ।
14. हवाई दुर्घटना के समय सुरक्षित रहने के उपायों का वर्णन करें।
उत्तर – हवाई दुर्घटना के समय सुरक्षित रहने के उपाय निम्नांकित है
(क) हवाई कर्मियों की हिदायतें ध्यान से सुनें । उनका मुख्य काम आपको सुरक्षित आपके गंतव्य स्थान पर पहुँचाना है।
(ख) आपातकालीन दरवाजे, खिड़की को ध्यान से देख लें। इसको खोलना भी सीख लें ।
(ग) आग के समय दरवाजा खोलने से पहले खिड़की से बाहर देखें ।
(घ) नाक तथा मुँह पर कपड़ा रख लें ।
(ङ) केबिन में धूएँ की स्थिति में नीचे लेट जाएँ ।
(च) फर्श पर लगी आपातकालीन लाइट का अनुकरण करें। ये लाइट आपको बाहर निकलने वाले दरवाजे की ओर ले जाएगी।
15. बिषैले उत्सर्जनों से उत्पन्न खतरों से बचाव के लिए क्या सावधानियाँ अपनानी चाहिए।
उत्तर – बिषैले उत्सर्जनों से उत्पन्न खतरों से बचाव के लिए निम्नांकित सावधानियाँ अपनानी चाहिए
(क) बिषैले रसायनों को पूरी तरह पैक करके रखें।
(ख) बिषैले और खतरनाक रसायनों से दूर रहें ।
(ग) बिषैले पदार्थों को गैर जिम्मेदारी से हैंडिल करने से उत्पन्न खतरों के बारे में लोगों को जानकारी दें ।
(घ) यदि बिषैले पदार्थों का भंडारण करना पडे तो दरवाजे तथा खिड़कियाँ खोल कर रखें।
(ङ) घर में बिषैले पदार्थों का भंडार न रखें।
16. भोपाल गैस रिसाव आपदा का वर्णन करें।
उत्तर – (क) यह दुर्घटना 3 दिसंबर 1984 को हुई थी।
(ख) यह भोपाल में हुई औद्योगिक दुर्घटनाओं में से सबसे भयंकर घटना थी ।
(ग) यह घटना तकनीकी खराबी के कारण हुई जिससे यूनियन कार्बाइड के कीटनाशक कारखाने से 15 टन से अधिक अत्यधिक विषैली गैस मिथाइल आइसोसाइनेट, हाइड्रोजन साइनइड तथा अन्य उत्पादों के साथ वातावरण में रिस गई ।
(घ) 1989 तक अधिकारिक रूप से 3,598 लोगों की मौत हो चुकी थी।
(ङ) हजारों लोग जीवित बच गए परंतु वे विभिन्न प्रकार के रोगों के कारण मौत से भी भयानक स्थिति का सामना कर रहे हैं ।

हमसे जुड़ें, हमें फॉलो करे ..

  • Telegram ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
  • Facebook पर फॉलो करे – Click Here
  • Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
  • Google News ज्वाइन करे – Click Here

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *