Gujarat Board | Class 9Th | Hindi | Model Question Paper & Solution | Chapter – 12 रानी (गद्य)
Gujarat Board | Class 9Th | Hindi | Model Question Paper & Solution | Chapter – 12 रानी (गद्य)
विषय-प्रवेश
महादेवी वर्मा को पशु-पक्षियों से गहरा लगाव था। उन्होंने उनसे संबंधित बड़े दिलचस्प और मार्मिक संस्मरण लिखे हैं। प्रस्तुत संस्मरण एक घोड़ी का है। उसका नाम रानी था। लेखिका को बचपन में उससे बहुत प्यार था। लेखिका रानी के साथ निक्की (नेवला) और रोजी (कुतिया) को भी नहीं भूली हैं। महादेवीजी की सहृदयता पाठक का दिल छू लेती है।
पाठ का सार
गधे पर सवार अंग्रेज बच्चों को देखना : लेखिका महादेवी बचपन में इन्दौर में रहती थीं। वहाँ अँग्रेज बच्चों को गधे की सवारी करते देखकर उनको बहुत अचरज हुआ। उन्होंने सुना था कि गधे पर अपराधियों को बैठाए जाते हैं। तब उनके नौकर रामा ने उनकी शंका का समाधान किया। उसने कहा कि इन्हें विलायत में गधे पर बैठाने का दंड देकर भारत भेजा गया है।
घोड़े पर बैठने की इच्छा : महादेवी और घर के दूसरे बच्चों ने कहा, घोड़े पर बैठने का अधिकार हमें भी है। हम भी घोड़े पर बैठेंगे। पिताजी ने पूछा, क्या सफेद टट्टू पर बैठोगे ? महादेवी ने कहा, सफेद टट्टू तो गधा होता है। उस पर तो दंड पानेवाले ही बैठते हैं।
रानी घोड़ी आई : बच्चों की माँग पर रानी नाम की घोड़ी आ गई। उसके लिए छुट्टन नामक साईस रखा गया। घोड़ी के रखरखाव का प्रबंध किया गया। रानी घोड़ी का पूरा नाम ताजरानी था। पहले तो ताजरानी को देखकर बच्चों को कुछ अधिक अच्छा न लगा, किंतु फिर रानी के प्रति उनकी सहानुभूति हो गई ।
रानी का सौंदर्य : रानी बहुत सुंदर घोड़ी थी। उसके चमकदार रंग पर दृष्टि पड़ते ही फिसल जाती थी । उसका चाकलेटी रंग, झूलता अयाल, पारदर्शी – जैसी आँखें, उजले दाँत, लाल जीभ, गुलाबी होंठ, मोरछल-सी पूँछ और गठा हुआ शरीर सबकुछ आकर्षक था ।
रानी मित्र बनी : बच्चे रानी से हिलमिल गए। वे उसके शरीर पर खेलते, लिपटते, झूलते, उसके अयाल में फूल खोंसते । रानी उनकी मित्र बन गई। वह पैर पटककर या हिनहिनाकर बच्चों को अपने पास बुलाने लगी।
जीन आदि खरीदकर घोड़ी पर सवारी करने का इंतज़ाम किया गया। किंतु बच्चे तो मनमानी करना चाहते थे । मनमानी किए बिना उन्हें संतोष नहीं होता था ।
मनमानी भारी पड़ी : एक दिन रानी की नंगी पीठ पर महादेवी बैठीं। वे रानी का अयाल पकड़े थीं। रानी इस तरह सवारी करनेवालों को दुल्की चाल से इधर-उधर घुमाकर संतुष्ट कर देती थी, क्योंकि वह नंगी पीठ पर बैठनेवाले बच्चों की कमज़ोरी जानती थी। नन्हीं महादेवी रानी की पीठ पर ही थीं कि उनके भाई ने अपने हाथ की पतली संटी (छड़ी) रानी के पैरों पर मार दी। बस फिर क्या था, रानी भड़क गई और तेजी से भागने लगी। कुछ देर तक महादेवी ने खुद को सँभाला, किंतु जल्दी ही जमीन पर गिर पडीं। फिर तो कई दिनों तक उन्हें बिछौने पर रहना पड़ा। किंतु इसके बावजूद रानी के प्रति महादेवी की आत्मीयता में कमी नहीं आई।
सोने के कड़े और रानी : नानी ने महादेवी के भाई के जन्मदिन पर शेर के मुँहवाले सोने के कड़े भेजे थे। बच्चों को रानी से प्रेम था । गए और वे कड़े रानी के कानों में पहना दिए। फिर बच्चे सबकुछ भूल गए। कड़े न देखकर शाम को पूछताछ हुई। किंतु कड़ों का कहीं पता न चला।
एकाएक बाबूजी (महादेवी के पिताजी ) का ध्यान रानी की ओर गया। वह अपने कान को खुरों से खोदती और हिनहिना रही थी। बाबूजी वहाँ की मिट्टी हटाने का आदेश दिया। वहीं से कड़े मिल गए। किसी ने खड्डा खोदकर कड़े वहाँ छिपा दिए थे।
यह छोटा जीव कहाँ था ? : रानी ने एक शिशु को जन्म दिया था। बच्चों ने पूछा, “यह कहाँ था ?” रामा ने बताया कि यह जीव रानी के पेट में दाना – चारा खाकर सो रहा था। भाई ने पूछा, “और भी है?” रामा ने स्वीकृति में सिर हिलाया । अब तो अबोध महादेवी को खीझ होने लगी- यह छोटे जीव कुछ काम-धाम करते नहीं और चारा खाकर पेट में लेटे रहते हैं।
वह विचित्र प्रस्ताव : बालिका महादेवी के भाई ने सुझाव दिया कि चाकू से रानी का पेट चीरकर अंदर रहे जीव को बाहर निकाल लिया जाए। परंतु शाक काटने का चाकू लाया, तो महादेवी का साहस नहीं हुआ।
एक समस्या की ओर उनका ध्यान गया । पेट चीर डालने पर वह कैसे सिला जाएगा ? सुई – डोरा से काम चलेगा नहीं। रामा के पास से बड़ा सूजा मिलना असंभव है। इसलिए वह सुझाव व्यवहार में न लाया जा सका ।
शिशु बड़ा होने पर सब उसके साथ खेलने लगे और पेट में रहे जीव के प्रति उनका क्रोध शांत हो गया ।
प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर पाँच-छः वाक्यों में लिखिए: :
( 1 ) महादेवी तथा उनके भाई-बहनों की क्या इच्छा थी ? पिताजी ने उनकी इच्छा कैसे पूरी की ?
उत्तर : महादेवी तथा उनके भाई-बहनों की घुड़सवारी करने की बहुत इच्छा थी। कुछ दिनों बाद बच्चों ने देखा कि उनके बरामदे में एक छोटा-सा टट्टू लाकर बाँध दिया गया है। उसकी मालिश तथा खिलाने-पिलाने और घुमाने फिराने के लिए ‘छुट्टन’ नामक एक साईस भी रख दिया है। यह टट्टू एक सुंदर तथा आकर्षक घोड़ी थी। बाद में उसे सब ‘ताजरानी’ या सिर्फ़ ‘रानी’ कहने लगे।
इस प्रकार पिताजी ने घुड़सवारी करने की बच्चों की इच्छा पूरी की
( 2 ) महादेवी ने रानी का कैसा शब्दचित्र खींचा है ?
उत्तर : रानी हल्के चाकलेटी रंग की घोड़ी थी। उसका रंग इतना चमकीला था कि उस पर नजर फिसल जाती थी । उसके खड़े कानों के बीच माथे पर अयाल का गुच्छा झूलता था । उसकी आँखें बड़ी, काली, साफ और पारदर्शी थीं। उसके नथुने और जीभ लाल, होंठ गुलाबी और दाँत उजले थे। उसके मजबूत दाँत लोहे की लगाम चबाते रहने पर भी घायल नहीं होते थे। उसकी पीठ ऊँचाई से अधिक थी । पैर सुडौल और मजबूत थे। उसकी सघन पूँछ मोरछल जैसी लगती थी।
इस प्रकार महादेवीजी ने रानी का बड़ा ही आकर्षक चित्र खींचा है।
( 3 ) रानी बच्चों के मनोरंजन का साधन किस प्रकार बन गई ?
उत्तर : रानी जब आई थी तब कुछ दिन तक बच्चे उससे नाराज़ रहे थे। किंतु धीरे-धीरे उनकी वह नाराज़गी दूर हो गई। वे उसकी गर्दन में झूला झूलने लगे। उसके कानों और अयाल में फूल खोंसने लगे। वे उसे बिस्कुट और मिठाइयाँ खिलाने लगे। धीरे-धीरे वे घोड़ी पर सवारी भी करने लगे । घोड़ी भी बच्चों से बहुत स्नेह करने लगी। वह बच्चों को न देखती तो बेचैन होकर पैर पटकने और हिनहिनाने लगती। इस प्रकार रानी के साथ मित्रता स्थापित करने के लिए बच्चों द्वारा अनेक प्रयास किए गए।
( 4 ) रानी का पेट चीरने का प्रस्ताव क्यों विफल हो गया ?
उत्तर : रानी ने एक बच्चे को जन्म दिया था। नौकर रामा ने बताया कि अभी एक और बच्चा रानी के पेट में है। बच्चों को लगा कि अगर हम रानी का पेट चीरकर एक बच्चा और निकाल लें तो सवारी में सुविधा रहेगी। रानी महादेवी के पास रहेगी और भाई और बहन दोनों छोटे घोड़ों पर बैठेंगे। यह सोचकर महादेवी का भाई एक दिन दोपहर को चाकू ले आया । चाकू देखकर महादेवी की हिम्मत ने जवाब दे दिया। पेट चीरने बाद उसे सिलने का उपाय किसी के पास नहीं था । इसलिए रानी का पेट चीरने का प्रस्ताव विफल हो गया ।
( 5 ) बच्चों को रानी के शिशु पर क्रोध क्यों आया ?
उत्तर : बच्चे रानी से बहुत प्रेम करते थे । एक दिन वे सबेरे उठे तो देखा कि एक घोड़े का बच्चा भी रानी के पास खड़ा है। बच्चों के पूछने पर नौकर रामा ने बताया कि वह बच्चा रानी के पेट में था । रानी जो दाना – चारा खाती थी, उसे यह बच्चा खा जाता था और उसके पेट में सोता रहता था। यह जानकर बच्चों को बड़ा क्रोध आया। उन्हें लगा कि यह बच्चा तो किसी काम का नहीं है। यह कितनी बुरी बात है कि वह रानी के पेट में रहकर सारा दाना- चारा खा जाता था । बेचारी रानी कितना काम करती है, उन्हें अपनी पीठ पर लादकर घुमाती है और यह बच्चा मुफ्त में उसका खाया हुआ खाना हज़म कर जाता था । यह सोचकर बच्चों को रानी के शिशु पर बड़ा क्रोध आया।
( 6 ) रानी का चरित्र चित्रण कीजिए ।
अथवा
रानी की विशेषताओं पर टिप्पणी लिखिए ।
उत्तर : रानी एक छोटी सुंदर घोड़ी थी। उसका स्वभाव भी सरल और स्नेहपूर्ण था । परिवार के बच्चे उसके साथ दिल खोलकर खेलते थे । पालतू नेवला भी उसकी पूँछ से झूलता था । कुतिया ( रोज़ी) भी उसकी पीठ पर चढ़ती-उतरती थी। कभी कोई बच्चा मार देता तो उसका स्वाभिमान जाग उठता था, फिर भी वह शांत रहती थी। कोई बच्चा उसकी पीठ पर से गिर जाता तो उसे बड़ा पश्चात्ताप होता था। उसकी सूझ-बूझ से सोने के खोए हुए कड़े मिल गए थे। अपने इन्हीं गुणों के कारण रानी ने पूरे परिवार का दिल जीत लिया था ।
प्रश्न 2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो-तीन वाक्यों में लिखिए:
( 1 ) गधे पर बैठे अँग्रेज बच्चों के बारे में रामा ने क्या बताया ?
उत्तर : गधे पर बैठे अँग्रेज बच्चों के बारे में रामा ने बताया कि इन्हें विलायत में गधे पर बैठने का दंड मिला है। परंतु विलायत में गधे नहीं है, इसलिए इन्हें भारत भेजा गया है।
( 2 ) रानी के प्रति बच्चों का ईर्ष्या और रोष दयाभाव में क्यों बदल गया ?
उत्तर : बच्चों ने सोचा कि ताजमहल जैसे भवन की रानी होने पर भी उसे वहाँ से निकाल दिया गया। यह कल्पना करते ही उनकी सारी ईर्ष्या और रोष दयाभाव में बदल गया ।
( 3 ) रानी के साथ मित्रता स्थापित करने के लिए कैसे प्रयास किये गये ?
उत्तर : धीरे-धीरे रानी से बच्चों की नाराज़गी दूर होने लगी। वे उसकी गर्दन में झूलने लगे। उसके कानों और अयाल में फूल खोंसने लगे। वे उसे बिस्कुट और मिठाइयाँ खिलाने लगे ।
( 4 ) रानी की पीठ पर सवारी करने पर कौन-सी दुर्घटना घटित हुई ? क्यों ?
उत्तर : एक बार महादेवी रानी की नंगी पीठ पर बैठीं। उसी समय उनके भाई ने अपने हाथ की पतली संटी रानी के पैरों पर मार दी। इससे रानी बहुत तेज़ भागने लगी। महादेवी देर तक खुद को न संभाल सकीं और नीचे गिर पड़ीं।
संटी लगने से रानी के स्वाभिमान पर चोट लगी और वह भागने लगी।
( 5 ) रानी के बच्चे को देखकर बच्चों को क्रोध क्यों आया ?
उत्तर : रानी के बच्चे को देखकर बच्चों ने सोचा कि वह बिना कुछ काम-काज किए रानी के पेट में सो रहा था। वह कुछ भी काम- काज किए बिना दाना चारा खाता रहता था ।
प्रश्न 3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में लिखिए :
( 1 ) सफेद टट्टूओं के बारे में रामा ने बच्चों से क्या बताया ?
उत्तर : सफेद टट्टूओं के बारे में रामा ने बच्चों को बताया ये सफेद गधे हैं जिन पर अपराधियों को बिठाने की सजा दी जाती है।
( 2 ) लेखिका ने रानी के अलावा और कौन-कौन से चरित्र लिए हैं ?
उत्तर : महादेवी वर्मा ने रानी के अलावा रोज़ी (कुतिया ) और निक्की (नेवला) के चरित्र लिए हैं।
( 3 ) रानी अपनी नंगी पीठ पर अयाल पकड़कर बैठनेवाले बच्चों को कैसे संतुष्ट कर देती थी ?
उत्तर : रानी अपनी नंगी पीठ पर अयाल पकड़कर बैठनेवाले बच्चों को दुल्की चाल से इधर-उधर घुमाकर संतुष्ट कर देती थी ।
( 4 ) लड़कों ने स्मृतिपत्र में किस अन्याय की बात लिखी थी ?
उत्तर : लड़कों ने स्मृतिपत्र में लिखा था कि जैसा अँग्रेज बच्चों के पास छोटा घोड़ा होता है वैसा अपने पास नहीं होना वह अन्याय की बात है।
( 5 ) ‘रानी’ कौन-सी साहित्यिक विधा है ?
उत्तर : रानी ‘रेखाचित्र’ साहित्यिक विधा है।
( 6 ) महादेवी रानी पर कब बैठती थीं ?
उत्तर : महादेवी रानी पर तीसरे पहर यानी संध्या समय बैठती थीं ।
( 7 ) जन्मदिन पर नानी ने क्या भेजा ?
उत्तर : जन्मदिन पर नानी ने शेर मुँहवाले सोने के कड़े भेजे ।
( 8 ) रानी बच्चों को अपने पास कैसे बुलाती थी ?
उत्तर : रानी पैर पटककर या हिनहिनाकर बच्चों को अपने पास बुलाती थी।
हेतुलक्षी प्रश्नोत्तर
गद्यलक्षी
1. सही विकल्प चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए :
( 1 ) रानी के साईस का नाम …… था। (छुट्टन, पुट्टन)
( 2 ) रामा ने घोड़ी का नाम ……. बताया। (मेहतरानी, ताजरानी)
( 3 ) रानी के लिए बरामदा …….. बन गया था। (अस्तबल, महल)
( 4 ) सोने के कड़े ……. के कानों में पहना दिए । (महादेवी, ताजरानी)
( 5 ) अपराधियों को ……. पर चढ़ाकर देश निकाला दिया जाता था। (सफेद गधे, काले गधे)
उत्तर :
( 1 ) छुट्टन
( 2 ) ताजरानी
( 3 ) अस्तबल
( 4 ) ताजरानी
( 5 ) सफेद गधे
2. निम्नलिखित विधान ‘सही’ हैं या ‘गलत’ यह बताइए :
( 1 ) टट्टू का नाम ‘ताजरानी’ था।
( 2 ) रानी हल्के चाकलेटी रंग की घोड़ी थी।
( 3 ) घोड़ी बच्चों से बड़ी नाखुश रहती थी ।
( 4 ) किसी ने खड्डा खोदकर कड़े वहाँ छिपा दिए थे।
उत्तर :
( 1 ) सही
( 2 ) सही
( 3 ) गलत
( 4 ) सही
3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक शब्द में लिखिए:
( 1 ) बच्चों के लिए लाई गई घोड़ी का नाम क्या था ?
( 2 ) रानी की नंगी पीठ पर कौन बैठ गया ?
( 3 ) सोने के कड़े किसके कानों में पहना दिए ?
उत्तर :
( 1 ) ताजरानी
( 2 ) महादेवी
( 3 ) ताजरानी के
4. निम्नलिखित प्रश्नों के साथ दिए गए विकल्पों से सही विकल्प चुनकर उत्तर लिखिए :
( 1 ) रानी के साईस का क्या नाम था ?
A. कुट्टन
B. पुट्टन
C. अट्टन
D. छुट्टन
उत्तर : D. छुट्टन
( 2 ) रामा ने घोड़ी का क्या नाम बताया ?
A. महारानी
B. ताजरानी
C. मेहतरानी
D. अश्वरानी
उत्तर : B. ताजरानी
( 3 ) रानी के लिए बरामदा क्या बन गया था ?
A. अस्तबल
B. गोठ
C. दरबा
D. घर
उत्तर : A. अस्तबल
( 4 ) बच्चे रानी की पीठ पर ऐसे बैठते थे मानो ….
A. हाथी पर सवार हों
B. राजसिंहासन पर बैठे हों
C. मयूर सिंहासन पर आसीन हों
D. किसी गद्रे पर बैठे हों
उत्तर : C. मयूर सिंहासन पर आसीन हों
व्याकरणलक्षी
1. निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची शब्द लिखिए:
( 1 ) जिज्ञासा
( 2 ) आतंकित
( 3 ) रोष
( 4 ) अराजकता
( 5 ) आरूढ़
( 6 ) बोध
( 7 ) दुल्की
( 8 ) आहत
( 9 ) वलय
(10) विस्मित
(11) ईर्ष्या
(12) समाधान
(13) आधिक्य
(14) सदय
(15) पश्चात्ताप
उत्तर :
( 1 ) उत्सुकता
( 2 ) भयभीत
( 3 ) क्रोध
( 4 ) अव्यवस्था
( 5 ) सवार
( 6 ) ज्ञान
( 7 ) धीमी
( 8 ) घायल
( 9 ) छल्ला
(10) चकित
(11) जलन
(12) हल
(13) अधिकता
(14) दयालु
(15) पछतावा
2. निम्नलिखित शब्दों के विरोधी शब्द लिखिए:
( 1 ) अपराधी
( 2 ) दंड
( 3 प्रसन्नता
( 4 ) नंगी- पीठ
( 5 ) सदय
( 6 ) प्रत्यक्ष
( 7 ) स्मृति
( 8 ) आरंभ
( 9 ) अधिक
उत्तर :
( 1 ) निरपराधी
( 2 ) पुरस्कार
( 3 ) अप्रसन्नता
( 4 ) जीनयुक्त पीठ
( 5 ) निर्दय
( 6 ) परोक्ष
( 7 ) विस्मृति
( 8 ) अंत
( 9 ) कम
3. निम्नलिखित शब्दों की सही वर्तनी लिखिए :
( 1 ) भूजंग
( 2 ) वीष
( 3 ) उतेजीत
( 4 ) रणभुमी
( 5 ) सीरमोर
( 6 ) पूण्यभुमी
( 7 ) प्रितिकर
( 8 ) राजगदी
( 9 ) कोशीश
(10) वीकसीत
(11) वीदीत
(12) महिना
(13) चीठ्ठी
(14) प्रतीकुल
(15) शारिरीक
(16) आवीस्कार
उत्तर :
( 1 ) भुजंग
( 2 ) विष
( 3 ) उत्तेजित
( 4 ) रणभूमि
( 5 ) सिरमौर
( 6 ) पुण्यभूमि
( 7 ) प्रीतिकर
( 8 ) राजगद्दी
( 9 ) कोशिश
(10) विकसित
(11) विदित
(12) महीना
(13) चिट्ठी
(14) प्रतिकूल
(15) शारीरिक
(16) आविष्कार
4. निम्नलिखित प्रत्येक वाक्य में से भाववाचक संज्ञा पहचानकर लिखिए:
( 1 ) इन्हें गधों पर बैठकर प्रसन्नता से घूमते देखकर विश्वास करना कठिन था ।
( 2 ) हम उस छोटे टट्टू से बहुत प्रभावित होकर आतंक का शिकार हुए।
( 3 ) अंत में उसने हमारी मित्रता प्राप्त ही कर ली ।
( 4 ) हम उसे और अधिक आराम देने के उपाय सोचने लगे ।
( 5 ) ऐसी सवारी से हमारी विद्रोही प्रकृति कैसे संतुष्ट हो सकती थी ।
उत्तर :
( 1 ) प्रसन्नता
( 2 ) आतंक
( 3 ) मित्रता
( 4 ) आराम
( 5 ) प्रकृति
5. निम्नलिखित प्रत्येक वाक्य में से विशेषण पहचानकर लिखिए :
( 1 ) वे उस छोटे घोड़े से आतंकित हुए ।
( 2 ) ताजरानी हमारी अराजक प्रवृत्तियों के प्रभाव में आ गई।
( 3 ) अपनी विचित्रता के कारण एक घटना स्मरणीय बन गई।
( 4 ) एक विकट समस्या हमारे सामने आ गई।
उत्तर :
( 1 ) आतंकित
( 2 ) अराजक
( 3 ) स्मरणीय
( 4 ) विकट
6. निम्नलिखित शब्दसमूह के लिए एक शब्द लिखिए:
( 1 ) ज्ञान में वृद्धि करनेवाला
( 2 ) बच्चे सरलता से कर सकें ऐसी प्रवृत्तियाँ
( 3 ) घोड़े पर बैठकर की जानेवाली सवारी
( 4 ) घोड़ों का आवास
( 5 ) स्थान से छुटा हुआ
( 6 ) घोड़े की मालिश और खाने-पीने की देखभाल करनेवाला
( 7 ) जो दिखाई न दे
( 8 ) आँखों के सामने
( 9 ) सिंह की आकृतिवाला आसन
(10) घोड़े की गर्दन पर के बाल
उत्तर :
( 1 ) ज्ञानवर्धक
( 2 ) बालसुलभ प्रवृत्तियाँ
( 3 ) घुड़सवारी
( 4 ) अस्तबल
( 5 ) विस्थापित
( 6 ) साईस
( 7 ) अदृश्य
( 8 ) प्रत्यक्ष
( 9 ) सिंहासन
( 10 ) अयाल
7. निम्नलिखित मुहावरों के अर्थ देकर वाक्य में प्रयोग कीजिए :
( 1 ) देश निकाला देना- देश से निकाल देना ।
वाक्य : देश-द्रोहियों को देश निकाला देना चाहिए
( 2 ) कान खींचना – सजा देना, चेतावनी देना
वाक्य : जल्दी काम पूरा करो नहीं तो तुम्हारे कान खींचूँगा ।
( 3 ) दृष्टि फिसलना – किसी चीज़ का बहुत चिकना और चमकदार होना
वाक्य : उसके रेशमी वस्त्रों पर दृष्टि पड़ते ही फिसल जाती थी ।
( 4 ) बिछौने पर पड़ा रहना – बीमार रहना
वाक्य : दादाजी कई दिनों से बिछौने पर पड़े हुए हैं।
( 5 ) आँसू आना – रो देना
वाक्य : माँ की याद आते ही उसकी आँखों में आँसू आ गए।
( 6 ) हृदय में स्थान पाना – प्रिय होना
वाक्य : अपनी वफ़ादारी के कारण टोनी ने हमारे हृदय में स्थान पा लिया है।
( 7 ) सिर हिलाना – स्वीकृति देना
वाक्य : मैंने बगीचे में चलने की बात की तो मित्र ने स्वीकृति में सिर हिलाया ।
( 8 ) जवाब दे देना – अंत हो जाना
वाक्य : चढ़ाई बहुत ऊँची देखकर मेरी हिम्मत ने जवाब दिया ।
हमसे जुड़ें, हमें फॉलो करे ..
- Telegram ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
- Facebook पर फॉलो करे – Click Here
- Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
- Google News ज्वाइन करे – Click Here