Gujarat Board | Class 9Th | Hindi | Model Question Paper & Solution | Chapter – 21 क्रान्तिकारी शेखर का बचपन (गद्य)
Gujarat Board | Class 9Th | Hindi | Model Question Paper & Solution | Chapter – 21 क्रान्तिकारी शेखर का बचपन (गद्य)
विषय-प्रवेश
सन् 1940 में गांधीजी ने देश में असहयोग आंदोलन आरंभ किया। स्वदेशी आंदोलन भी इसी का एक हिस्सा था। इसके अंतर्गत सभी विदेशी वस्तुओं का परित्याग करना था। इस पाठ के नायक शेखर पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ा। इस पाठ में उसी को प्रस्तुत किया गया है।
पाठ का सार
शेखर पर विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार का भूत सवार होना : शेखर ने विदेशी वस्त्र पहनना छोड़ दिया। पास में देशी कपड़े कम होने से उसने बाहर घूमना भी छोड़ दिया। दोपहर को वह घर में खिड़की के पास खड़ा हो जाता और बाहर लगाए गए नारे सुनता। ‘गांधीजी का बोलबाला । दुश्मन का मुँह हो काला।’ इस नारे को वह भी दुहराता ।
घर के अंकुश : शेखर के घर में सब विदेशी वस्तुओं का उपयोग करते थे। उन्हें स्वेदशी वस्तुओं से किसी तरह का लगाव नहीं था। इसके विपरीत शेखर को विदेशी वस्तुओं से सख्त नफरत थी। लेकिन वह अपनी नफरत खुलकर प्रकट नहीं कर सकता था। स्वदेशी आंदोलन में भाग लेने की भी उसे छूट नहीं थी ।
घर के विदेशी वस्त्रों की होली : एक दिन घर के सब लोग बाहर गए थे। माँ ऊपर कोठे में बैठी हुई थी। शेखर को मौका मिला। उसने घर के विदेशी वस्त्र एक जगह जमा किए। घर में रात को जलनेवाले दीयों का मिट्टी का तेल लाकर सारे कपड़े जला दिए। बाद में इसके लिए उसको माँ के थप्पड़ खाने पड़े।
अंग्रेजी भाषा से घृणा : शेखर के मन में अंग्रेजी भाषा के प्रति घृणा का भाव पैदा हुआ। वह अंग्रेजी माध्यमवाले स्कूल में पढ़ता था उसकी पहली आया ईसाई थी। उसका पहला गुरु दिनभर अंग्रेजी की शिक्षा दिया करता था। घर में भी लोग अंग्रेजी ही बोलते थे। उसके पिता चाहते थे कि वह घर में भाइयों से अंग्रेजी में बातचीत किया करे । पर शेखर को यह पसंद नहीं था कि विदेशी भाषा उसकी मातृभाषा बन जाए। उसने पूरी लगन से हिन्दी पढ़ना शुरू कर दिया।
राष्ट्रीय नाटक लिखना : शेखर को किसी तरह अपनी राष्ट्रभक्ति और गांधीजी के प्रति श्रद्धा व्यक्त करनी थी। इसके लिए उसने राष्ट्रीय नाटक लिखना शुरू किया। बचपन में उसने ‘सत्यवादी हरिश्चन्द्र’ नाटक देखा था। उसी ढाँचे पर उसका यह नाटक था। इसमें स्वाधीन लोकतंत्र भारत दिखाया गया था। जिसके राष्ट्रपति महात्मा गांधी थे। गांधीजी प्रेरित सारी बातें, कताई, बुनाई, विदेशी भाषा का बहिष्कार आदि भी दिखाई गई थीं। नाटक की प्रतिलिपि लिखकर शेखर ने उसे अपनी पुस्तकों के बीच छिपाकर रख दी।
बांकीपुर स्टेशन पर की घटना: शेखर के पिता शेखर के साथ एक दिन के दौरे पर कहीं जा रहे थे। वहाँ वेटिंग रूम के बाहर एक लड़का शेखर के पास आया। वह अच्छा सा सूट और अँग्रेजी टोपी पहने हुए था। उसने अँग्रेजी में शेखर का नाम पूछा। शेखर चुप रहा। उस लड़के ने फिर अंग्रेजी में बात करनी चाही, पर शेखर ने घृणा से उसकी ओर देखा, कोई उत्तर नहीं दिया ।
पिता का क्रोधित होना : शेखर की चुप्पी उसके पिता को बुरी लगी। उन्होंने क्रुद्ध स्वर में अँग्रेजी में कहा, ‘जवाब क्यों नहीं देते ?’ वह लड़का मुस्कराकर आगे बढ़ गया। वेटिंग रूम में आकर पिता ने शेखर से जवाब न देने का कारण पूछा। तभी ट्रेन आ गई और शेखर जवाब देने से बच गया ।
पिता का रिमार्क : दूसरे दिन पिता ने घर में माँ से कहा – हमारे लड़के सब बुद्ध हैं। किसी के सामने उनका बोल नहीं निकलता। शेखर ने सुन लिया।
प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर पाँच-छः वाक्यों में लिखिए:
( 1 ) शेखर के मन में विदेशी मात्र के प्रति घृणा क्यों हो गई थी ?
उत्तर : महात्मा गांधी ने देश में असहयोग आंदोलन शुरू किया था। चारों तरफ स्वदेशी की हवा बहने लगी थी । शेखर के मन पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा था। वह गांधीजी के प्रति अपार श्रद्धा रखता था। गांधीजी स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग का आग्रह करते थे । विदेशी वस्तुएँ देश की पराधीनता की प्रतीक बन गई थीं। इसलिए शेखर के मन में भी विदेशी मात्र के प्रति घृणा हो गई थी।
( 2 ) शेखर के घर में अंग्रेजी भाषा के प्रति गहरा प्रभाव था, ऐसा हम कैसे कह सकते हैं?
उत्तर : शेखर के पिता और भाई घर में अंग्रेजी में बात करते थे। पिता शेखर को भी भाइयों के साथ अंग्रेजी में बात करने के लिए प्रोत्साहित करते थे। शेखर भी शैशव से अँग्रेजी बोलता था । शेखर की पहली आया ईसाई थी और अँग्रेजी बोलती थी। उसका पहला गुरु भी एक अमरिकन मिशनरी था, जो दिनभर अँग्रेजी बोलता था । शेखर को ऐसा लगता था जैसे अंग्रेजी ही उसके परिवार की मातृभाषा हो । परिवार में अंग्रेजी का ऐसा चलन देखकर हम कह सकते हैं कि शेखर के घर में अंग्रेजी भाषा का गहरा प्रभाव था।
( 3 ) शेखर ने नाटक लिखना कब आरंभ किया? क्यों ?
उत्तर : शेखर असहयोग और स्वदेशी आंदोलनों से अत्यंत प्रभावित था। उसे विदेशी मात्र से घृणा हो गई थी । अँग्रेजी भाषा से भी वह बेहद नफ़रत करने लगा था। परिवार के नियंत्रण के कारण वह सक्रिय रूप से किसी आंदोलन में भाग नहीं ले सकता था । ऐसी स्थिति में उसने नाटक लिखना आरंभ किया।
शेखर को गांधीजी के प्रति अपनी अपार श्रद्धा व्यक्त करनी थी। साथ ही उसे अपने हिन्दी – ज्ञान को भी प्रभावित करना था । इसलिए अपनी भावनाओं को प्रकट करने के लिए शेखर ने नाटक लिखना आरंभ किया।
( 4 ) शेखर का चरित्र चित्रण कीजिए ।
उत्तर : शेखर एक कोमल मन का किशोर है। गांधीजी के असहयोग आंदोलन का उस पर गहरा प्रभाव पड़ा है। स्वदेशी की हवा से प्रेरित होकर उसे विदेशी मात्र से घृणा हो जाती है। वह अपने घर के विदेशी वस्त्रों को खुशी-खुशी जला देता है। वह अँग्रेजी माध्यम का विद्यार्थी है, पर अँग्रेजी को विदेशी भाषा मानकर उससे नफ़रत करता है और हिन्दी पढ़ने में रुचि लेता है। वह अंग्रेजी बालक के अँग्रेजी में पूछे गए प्रश्नों का उत्तर नहीं देता । पिता द्वारा बुद्ध कहलाना स्वीकार करता है, पर अँग्रेजी बोलना उसे स्वीकार नहीं । इस प्रकार शेखर गांधी युग का एक प्रिय बाल पात्र है।
प्रश्न 2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो-तीन वाक्यों में लिखिए:
( 1 ) असहयोग आंदोलन की लहर में बहकर शेखर ने क्या किया ?
उत्तर : असहयोग आंदोलन की लहर में बहकर शेखर ने विदेशी कपड़े उतारकर रख दिए। जो कुछ मोटे देशी कपड़े थे, उन्हें ही पहनने लगा। उसने घूमना-मिलना भी बंद कर दिया, क्योंकि उसके लायक देशी कपड़े उसके पास नहीं थे।
( 2 ) घर के सदस्य बाहर गए तब शेखर ने क्या किया ?
उत्तर : घर के सदस्य बाहर गए तब शेखर ने घर के सभी कमरों में से विदेशी कपड़े लेकर नीचे एक खुली जगह में इकट्ठे किए। उनके ढेर पर मिट्टी का तेल डाला और आग लगा दी।
( 3 ) शेखर को अंग्रेजी भाषा से घृणा क्यों हो गई ?
उत्तर : शेखर के मन में विदेशी मात्र के प्रति घृणा हो गई थी। अंग्रेजी भी विदेशी भाषा थी। इसलिए उसे अंग्रेजी भाषा से घृणा हो गई।
( 4 ) शेखर को अंग्रेजी मातृभाषा क्यों लगने लगी थी ?
उत्तर : शेखर ने देखा कि यदि मातृभाषा वह है जो हम सबसे पहले सीखते हैं, तब तो अंग्रेजी ही उसकी मातृभाषा है। उसके घर में अंग्रेजी ही बोली जाती थी। वह भी बचपन से अंग्रेजी बोलता था। इसलिए शेखर को अंग्रेजी मातृभाषा जैसी लगने लगी थी।
( 5 ) शेखर ने राष्ट्रीय नाटक लिखना क्यों प्रारंभ किया ?
उत्तर : शेखर अपने हिन्दी – ज्ञान को प्रमाणित करना चाहता था। इसके साथ उसे गांधीजी के प्रति अपनी श्रद्धा और राष्ट्रभक्ति भी व्यक्त करनी थी। इन कारणों से उसने राष्ट्रीय नाटक लिखना प्रारंभ किया ।
( 6 ) शेखर के नाटक का विषय क्या था ?
उत्तर : शेखर के मन में एक स्वाधीन लोकतंत्र भारत की छबि बसी थी जिसके राष्ट्रपिता महात्मा गांधी थे। उसमें कताई, बुनाई जैसी गांधीजी की प्रवृत्तियों और असहयोग आंदोलन का समावेश था।
शेखर का यह स्वप्न ही उसके नाटक की हलचल में भी समाविष्ट था।
( 7 ) अंग्रेजी बालक के प्रश्न का उत्तर शेखर ने क्यों नहीं दिया ?
उत्तर : अंग्रेजी बालक के स्वर में अहंकार था। वह अपने अंग्रेजी- ज्ञान का परिचय देना चाहता था। शेखर को उसका प्रश्न बुरा और अपमानजनक भी लगा । इसलिए उसने अंग्रेजी बालक के प्रश्न का उत्तर नहीं दिया।
( 8 ) पिता ने क्रुद्ध स्वर में शेखर से क्या कहा ?
उत्तर : शेखर ने अंग्रेजी बालक के किसी भी प्रश्न का उत्तर नहीं दिया । पिता नहीं चाहते थे कि वह बालक शेखर को अंग्रेजी से अनभिज्ञ समझे । इसलिए उन्होंने क्रुद्ध स्वर में शेखर से कहा, ” उत्तर क्यों नहीं दिया ? क्या तुम्हारा मुँह टूट गया है?”
( 9 ) शेखर उत्तर देने से कैसे बच गया ?
उत्तर : शेखर अंग्रेजी बालक के प्रश्नों के उत्तर में एकदम चुप रहा था। पिता इस बारे में शेखर से उसके चुप रहने का कारण जानना चाहते थे। किंतु तभी ट्रेन आ गई और शेखर उत्तर देने से बच गया ।
( 10 ) घर आकर पिता ने माँ से क्या कहा? क्यों ?
उत्तर: बाँकीपुर स्टेशन पर शेखर ने बालक के अंग्रेजी प्रश्नों के उत्तर न देकर चुप्पी सी साध ली थी। इससे पिता को क्रोध के साथ दुःख भी हुआ था। घर आकर उन्होंने शेखर की मां से कहा, हमारे लड़के बुद्ध हैं। किसी के सामने उनका मुँह ही नहीं खुलता।
प्रश्न 3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में लिखिए:
( 1 ) शेखर किस लहर में बह गया ?
उत्तर : शेखर असहयोग आंदोलन की लहर में बह गया ।
( 2 ) शेखर ने बाहर घूमने-मिलने जाना क्यों छोड़ दिया ?
उत्तर : शेखर ने बाहर घूमने-मिलने जाना छोड़ दिया, क्योंकि पहनने के लिए देशी कपड़े उसके पास पर्याप्त नहीं थे।
( 3 ) शेखर ने बचपन में कौन-सा नाटक देखा था ?
उत्तर : शेखर ने बचपन में ‘सत्यवादी हरिश्चन्द्र’ नाटक देखा था ।
( 4 ) शेखर के मस्तिष्क में कैसी पुकार पहुँचती थी ?
उत्तर : शेखर के मस्तिष्क में एक नाटक का लेखक होने की पुकार पहुँचती थी।
( 5 ) शेखर ने आग कैसे जलाई ?
उत्तर : शेखर ने घर के दीयों से मिट्टी का तेल लेकर उससे आग जलाई ।
( 6 ) शेखर ने आग में क्या जलाया ?
उत्तर : शेखर ने आग में घर सभी विदेशी कपड़े जला दिए ।
( 7 ) शेखर गला खोलकर क्या गाने लगा ?
उत्तर : शेखर गला खोलकर गाने लगा, “गांधीजी का बोलबाला । दुश्मन का मुँह हो काला । “
( 8 ) शेखर को किसे ‘माँ’ कहना स्वीकार न था ?
उत्तर : अँग्रेजी जैसी विदेशी भाषा को माँ कहना शेखर को स्वीकार न था ।
( 9 ) अंग्रेजी बालक ने जवाब में क्या कहा ?
उत्तर : अँग्रेजी बालक ने शेखर को चुप देखकर अपना नाम बताया और पूछा- क्या तुम स्कूल में पढ़ते हो ?
(10) शेखर के नाटक के अंतिम दृश्य में क्या दिखाया गया था ?
उत्तर : शेखर के नाटक के अंतिम दृश्य में स्वाधीन और बाधाहीन भारत दिखाया गया था।
(11) शेखर की कौन-सी बात उसके पिता को बुरी लगी?
उत्तर : शेखर ने अँग्रेजी बालक के किसी भी प्रश्न का उत्तर नहीं दिया। यह बात उसके पिता को बुरी लगी ।
(12) पिता ने शेखर के कान क्यों पकड़े ?
उत्तर : पिता ने शेखर के कान पकड़े, क्योंकि अँग्रेजी बालक के प्रश्नों के उत्तर न देकर शेखर बिलकुल चुप रहा था ।
हेतुलक्षी प्रश्नोत्तर
गद्यलक्षी
1. सही विकल्प चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए :
( 1 ) शेखर का बचपन …….. विचारों से अभिभूत था । (नेक, क्रान्तिकारी)
( 2 ) शेखर की पहली आया ……. थी और अंग्रेजी ही बोलती थी। (ईसाई, नेपाली)
( 3 ) शेखर के घर में ……… वस्तुओं का उपयोग होता था । (विदेशी, स्वदेशी)
( 4 ) …….. की एक लहर आई और देश उसमें बह गया । (सहयोग, असहयोग)
( 5 ) गांधी का ……… ! दुश्मन का मुँह हो काला ! ( प्रभुत्व, बोलबाला)
उत्तर :
( 1 ) क्रान्तिकारी
( 2 ) ईसाई
( 3 ) विदेशी
( 4 ) असहयोग
( 5 ) बोलबाला
2. निम्नलिखित विधान ‘सही’ हैं या ‘गलत’ यह बताइए :
( 1 ) शेखर ने विदेशी वस्त्र पहनना छोड़ दिया ।
( 2 ) शेखर ने घर के सब स्वदेशी कपड़ों को आग लगा दी।
( 3 ) विदेशी वस्त्र जला देने पर शेखर को माँ के थप्पड़ खाने पड़े ।
( 4 ) शेखर ने पूरी लगन से हिन्दी पढ़ना शुरू कर दिया ।
( 5 ) पिता ने कहा, ‘हमारे लड़के सब बुद्धू नहीं हैं। ‘
उत्तर :
( 1 ) सही
( 2 ) गलत
( 3 ) सही
( 4 ) सही
( 5 ) गलत
3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक शब्द में लिखिए:
( 1 ) शेखर के घर में कैसी वस्तुओं का उपयोग होता था ?
( 2 ) शेखर ने विदेशी कपड़ों का क्या किया ?
( 3 ) शेखर ने अपने नाटक की प्रतिलिपि कहाँ छिपा ली ?
उत्तर :
( 1 ) विदेशी वस्तुओं का
( 2 ) जला दिए
( 3 ) अपनी पुस्तकों के नीचे
4. सही वाक्यांश चुनकर निम्नलिखित विधान पूर्ण कीजिए:
( 1 ) शेखर ने अंग्रेजी बालक के प्रश्न का उत्तर नहीं दिया, क्योंकि ….
(अ) वह प्रश्न को समझ नहीं पाया।
(ब) उसे वह बुरा और अपमानजनक लगा।
(क) उसे अंग्रेजों से नफ़रत थी ।
उत्तर : शेखर ने अँग्रेजी बालक के प्रश्न का उत्तर नहीं दिया, क्योंकि उसे वह बुरा और अपमानजनक लगा।
( 2 ) शेखर ने दीयों से तेल लेकर विदेशी कपड़े जलाए, क्योंकि …
(अ) तेल का पीपा नौकरों के कब्जे में था।
(ब) घर में और तेल नहीं था ।
(क) दीयों में ज़रूरत से ज्यादा तेल था ।
उत्तर : शेखर ने दीयों से तेल लेकर विदेशी कपड़े जलाए, क्योंकि तेल का पीपा नौकरों के कब्जे में था।
5. निम्नलिखित प्रश्नों के साथ दिए गए विकल्पों से सही विकल्प चुनकर उत्तर लिखिए :
( 1 ) देश किसमें बह गया ?
A. बदलाव की आँधी में
B. परिवर्तन की हवा में
C. भारतमाता के आँसुओं में
D. असहयोग की लहर में
उत्तर : D. असहयोग की लहर में
( 2 ) शेखर का पहला गुरु कौन था ?
A. एक ईसाई पादरी
B. एक अमरिकन मिशनरी
C. एक ब्रिटिश प्रोफेसर
D. एक रिटायर्ड जर्मन
उत्तर : B. एक अमरिकन मिशनरी
( 3 ) शेखर नहीं चाहता कि वह ….
A. एक विदेशी भाषा को स्वदेशी माने ।
B. ईसाई पादरी को गुरु माने ।
C. घर में भी विदेशी वस्त्र पहने।
D. एक विदेशी भाषा को ‘माँ’ कहे ।
उत्तर : A. एक विदेशी भाषा को स्वदेशी माने ।
( 4 ) शेखर के कल्पित भारत के राष्ट्रपति कौन थे ?
A. गांधी
B. सुभाष
C. नेहरू
D. चंद्रशेखर आजाद
उत्तर : A. गांधी
( 5 ) दौरे पर जाते समय पिता-पुत्र कहाँ रुके ?
A. भोपाल स्टेशन
B. ग्वालियर स्टेशन
C. बाँकीपुर स्टेशन
D. आगरा स्टेशन
उत्तर : C. बाँकीपुर स्टेशन
( 6 ) शेखर असहयोग की लहर में बह नहीं पाया, क्योंकि ……
A. उसे पढ़ाई भी करनी थी।
B. वह लहर उसके पास तक नहीं आई।
C. उसे घर से अनुमति नहीं थी ।
D. उसकी पहुँच से बाहर था ।
उत्तर : C. उसे घर से अनुमति नहीं थी ।
व्याकरणलक्षी
1. निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची शब्द लिखिए:
( 1 ) अनुमति
( 2 ) कष्ट
( 3 ) निरंतर
( 4 ) आज़ाद
( 5 ) समवेत
( 6 ) चेष्टा
( 7 ) आहलाद
( 8 ) आतंक
( 9 ) गुस्ताखी
(10) अनवरत
(11) शैशव
(12) अंकुश
(13) घृणा
(14) अवसर
(15) पुलकित
(16) प्रभुत्व
(17) स्थूल
(18) तनिक
उत्तर :
( 1 ) आज्ञा
( 2 ) तकलीफ
( 3 ) लगातार
( 4 ) स्वतंत्र
( 5 ) सामूहिक
( 6 ) प्रयत्न
( 7 ) प्रसन्नता
( 8 ) भय
( 9 ) अशिष्टता
(10) लगातार
(11) बचपन
(12) नियंत्रण
(13) नफ़रत
(14) मौका
(15) प्रसन्न
(16) अधिकार
(17) मोटा
(18) थोड़ा
2. निम्नलिखित शब्दों के विरोधी शब्द लिखिए:
( 1 ) सहयोग
( 2 ) विदेशी
( 3 ) बाहर
( 4 ) दुश्मन
( 5 ) अंकुश
( 6 ) सम्मुख
उत्तर :
( 1 ) असहयोग
( 2 ) स्वदेशी
( 3 ) भीतर
( 4 ) दोस्त
( 5 ) निरंकुशता
( 6 ) विमुख
3. निम्नलिखित प्रत्येक वाक्य में से भाववाचक संज्ञा पहचानकर लिखिए:
( 1 ) शेखर का बचपन क्रांतिकारी विचारों से प्रभावित था ।
( 2 ) शेखर के मन में विदेशी के प्रति घृणा हो गई।
( 3 ) पिता की उपस्थिति में वह बातें करते झिझकता था ।
( 4 ) उसे लिखने में विशेष कठिनाई नहीं हुई।
( 5 ) उसने प्यार से उस लड़के की ओर देखा ।
उत्तर :
( 1 ) बचपन
( 2 ) घृणा
( 3 ) उपस्थिति
( 4 ) कठिनाई
( 5 ) प्यार
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