NCERT Solutions Class 10Th Hindi Chapter – 4 व्याकरण

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NCERT Solutions Class 10Th Hindi Chapter – 4 व्याकरण

क्रिया-भेद- अकर्मक / सकर्मक

क्रिया

1. क्रिया किसे कहते हैं ?
उत्तर – जिस शब्द के द्वारा किसी कार्य को करने अथवा होने का बोध हो उसे क्रिया कहते हैं ।
जैसे – मोहन पढ़ रहा है। रेखा खेल रही है।
2. मूल क्रिया अथवा धातु किसे कहते हैं ?
उत्तर – क्रिया के मूल रूप को धातु कहते हैं। जैसे— लिख, जा, रो, पढ़ आदि ।
3. क्रिया के भेदों का वर्णन  करें ।
उत्तर – क्रिया के दो भेद हैं- सकर्मक क्रिया तथा अकर्मक क्रिया ।
सकर्मक क्रिया– जब क्रिया के साथ कर्म हो, तो उसे सकर्मक क्रिया कहते हैं। जैसे- सोहन दूध पीता है । (कर्म + क्रिया)।
सकर्मक क्रिया के भेद – सकर्मक क्रिया तीन प्रकार की होती हैं
(i) एककर्मक सकर्मक क्रिया – ऐसी सकर्मक क्रियाएँ जिनका एक ही कर्म होता है, उन्हें एककर्मक क्रिया कहते हैं ।
जैसे- अनामिका ने पुस्तकें खरीदीं । स्नेहा ने डबल रोटी खाई । इन वाक्यों की क्रियाएँ- खरीदीं, और खाई का एक ही कर्म हैपुस्तकें और डबलरोटी।
(ii) द्विकर्मक सकर्मक क्रिया – ऐसी सकर्मक क्रियाएँ जिनके दो कर्म होते हैं, उन्हें द्विकर्मक सकर्मक क्रिया कहते हैं ।
जैसे- कमलेश ने सुरेश को गणित पढ़ाया। (सुरेश और गणित- दो कर्म) विमला ने दुकानदार से चावल खरीदे । (दुकानदार और चावल – दो कर्म) इन वाक्यों की क्रियाएँ- पढ़ाया, खरीदे के दो-दो कर्म हैं । ये हैं – सुरेश और गणित |
(ii) अपूर्ण सकर्मक क्रिया – ऐसी सकर्मक क्रियाएँ जिनमें कर्म रहने पर भी अर्थ अपूर्ण लगते हैं, उन्हें अपूर्ण सकर्मक क्रिया कहते हैं ।
जैसे– दिखाना, लगना, बनाना, समझना, रंगना, चुनना और मानना आदि क्रियाओं को पूरक की आवश्यकता होती है।
(क) पूरक रहित (ख) पूरक सहित
सुकन्या दीपिका को नहीं समझती । सुकन्या दीपिका को बहन नहीं समझती। सर्वेश अशोक को मानता है। सर्वेश अशोक को भाई मानता है।
इन उदाहरणों में (क) पूरक रहित क्रियाएँ हैं। ये अपूर्ण सकर्मक क्रियाएँ हैं । इनमें पूरक का अभाव रहता है। (ख) पूरक सहित के उदाहरणों से स्पष्ट हो जाता है कि अपूर्ण सकर्मक क्रियाओं में पूरक की आवश्यकता बनी रहती है।
अकर्मक क्रिया– जब क्रिया के साथ कर्म न हो, तो उसे अकर्मक क्रिया कहते हैं। जैसे- सोहन पीता है । (केवल क्रिया) ।
अकर्मक क्रिया के भेद- अकर्मक क्रिया दो प्रकार की होती हैं
(i) पूर्ण अकर्मक क्रिया – जो अकर्मक क्रियाएँ पूर्ण होती हैं अर्थात् जिन्हें पूरकों की आवश्यकता नहीं पड़ती, उन्हें पूर्ण अकर्मक क्रिया कहते हैं। इन क्रियाओं से कर्ता की स्थिति, गति और अवस्था ज्ञात होती है। इन्हें स्थित्यर्थक/गत्यर्थक पूर्ण अकर्मक क्रिया भी कहते हैं।
जैसे- मिंटी रो रही है।
वायुयान अमेरिका जा रहा है।
खिलौना घूम रहा है।
इन वाक्यों में आई अकर्मक क्रियाएँ हैं- रोना, जाना और घूमना । ये स्वयं पूर्ण हैं ।
(ii) अपूर्ण (पूरकांक्षी) अकर्मक क्रिया – जो अकर्मक क्रियाएँ स्वयं में पूर्ण नहीं होतीं, , उन्हें अपूर्ण अकर्मक क्रिया कहते हैं। इन क्रियाओं का कर्ता से संबंध बनाने के लिए किसी न किसी संज्ञा या विशेषण शब्द की आवश्यकता पड़ती है ।
जैसे- विश्वजीत डॉक्टर बनेगा। साइकिल खराब है।
इन वाक्यों में बनेगा, है अपूर्ण अकर्मक क्रियाएँ हैं। इन क्रियाओं का कर्ता से संबंध बनाने वाले पूरक शब्द हैं— डॉक्टर, खराब ।
अपूर्ण अकर्मक क्रियाएँ प्रायः बनना, निकलना और होना प्रमुख होती हैं । पूरक शब्द प्राय: संज्ञा और विशेषण होते हैं ।
4. नाम धातु क्रिया किसे कहते हैं ?
उत्तर – संज्ञा, सर्वनाम और विशेषण शब्दों से जो क्रिया धातुएँ प्रत्यय लगा कर बनायी जाती है, उन्हें नाम धातु कहते हैं। जैसे— हाथ से हथियाना, अपना से अपनाना, लालच से ललचाना आदि ।
5. प्रेरणार्थक क्रिया किसे कहते हैं ?
उत्तर – जब कर्ता स्वयं कार्य न कर दूसरे को प्रेरणा देकर करवाए, उसे प्रेरणार्थक क्रिया कहते हैं। जैसे- पढ़ना- अध्यापक मोहन से पाठ पढ़वाते हैं ।
6. संयुक्त क्रिया किसे कहते हैं ?
उत्तर – दो या दो अधिक धातुओं के मेल से बननेवाली क्रिया को संयुक्त क्रिया कहते हैं। जैसे— वर्षा थम चुकी है। सोहन प्रायः आ जाया करता है। मैं अब पढ़ सकता हूँ आदि ।
7. सहायक क्रिया किसे कहते हैं ? 
उत्तर – वे शब्द जो क्रिया के पूर्णता में सहायक होते हैं, उन्हें सहायक क्रिया कहते हैं। जैसे- विद्यार्थी विद्यालय जा चुके हैं।
8. समापिका क्रिया किसे कहते हैं ? 
उत्तर – सरल वाक्य में जो क्रिया वाक्य को समाप्त करती है और प्रायः वाक्य के अंत में रहती है, उसे समापिका क्रिया कहते हैं। जैसे— लड़का पढ़ता है। मैं निबंध लिखूँगा।
9. असमापिका क्रिया किसे कहते हैं ?
उत्तर – वाक्य में जो क्रिया विधेयगत क्रिया के स्थान पर प्रयोग न होकर अन्य स्थान पर प्रयुक्त होती है, उसे असमापिका क्रिया कहते हैं । यह क्रिया समापिका क्रिया की तरह निर्धारित स्थान पर प्रयुक्त नहीं होती है।
जैसे- पानी में बहते हुए बच्चे नदी में डूब गए। बड़ों के कहने पर चला करो।

निम्नांकित वाक्यों में से क्रियापद छाँटकर क्रिया-भेद भी लिखें – 

1. एक सफेदपोश सज्जन बहुत सुविधा से पालथी मारे बैठे थे।
उत्तर – मारे बैठे थे- सकर्मक क्रिया
2. नवाब साहब ने संगति के लिए उत्साह नहीं दिखाया ।
उत्तर – दिखाया- सकर्मक क्रिया
3. खाली बैठे, कल्पना करते रहने की पुरानी आदत है । 
उत्तर – बैठे, करते रहने, है— सकर्मक क्रिया
4. अकेले सफर का वक्त काटने के लिए ही खीरे खरीदे होंगे। 
उत्तर – खरीदे होंगे- सकर्मक क्रिया
5. दोनों खीरों के सिर काटे और उन्हें गोदकर झाग निकाला ।
उत्तर – गोदकर – पूर्वकालिक क्रिया
काटे, निकाला सकर्मक क्रिया क
6. नवाब साहब ने सतृष्ण आँखों से नमक-मिर्च के संयोग से चमकती खीरे की फाँकों की ओर देखा ।
उत्तर – देखा- सकर्मक क्रिया
7. नवाब साहब खीरे की तैयारी और इस्तेमाल से थककर लेट गए ।
उत्तर – थककर लेट गए- संयुक्त क्रिया
8. जेब से चाकू निकाला।
उत्तर – निकाला – सकर्मक क्रिया
9. सुरेश बच्चे को सुला रहा है।
उत्तर – सुला रहा है – सकर्मक क्रिया
10. वह प्रतिदिन कई किलोमीटर दौड़ता है।
उत्तर – दौड़ता है – अकर्मक क्रिया
11. विक्रम उपन्यास पढ़ता है।
उत्तर – पढ़ता है- सकर्मक क्रिया
12. पक्षी आकाश में उड़ रहे थे। 
उत्तर – उड़ रहे थे – अकर्मक क्रिया
13. माली ने पके-पके आम तोड़े। 
उत्तर – तोड़े- सकर्मक क्रिया
14. सृष्टि समाचार-पत्र पढ़ती है।
उत्तर – पढ़ती है – सकर्मक क्रिया
15. मोहन घर जाता है।
उत्तर – जाता है— सकर्मक क्रिया
16. पक्षी उड़ रहे हैं ।
उत्तर – उड़ रहे हैं- अकर्मक क्रिया
17. रमेश पतंग उड़ाता है। 
उत्तर – उड़ाता है- सकर्मक क्रिया
18. वह पानी पी रहा है। 
उत्तर – पी रहा है- सकर्मक क्रिया
19. बच्चा सो रहा है।
उत्तर – सो रहा है- अकर्मक क्रिया
20. मैं राम को पत्र लिखूँगा ।
उत्तर – लिखूँगा सकर्मक क्रिया (द्विकर्मक क्रिया)

निम्नांकित वाक्यों में प्रयुक्त क्रियाओं के भेद बताएँ – 

1. मैंने उससे खत लिखवाया ।
उत्तर – प्रेरणार्थक क्रिया
2. आश्रम में गरीबों को भोजन दिया जाता है।
उत्तर – द्विकर्मक क्रिया
3. सुरेश ने मुझे सौ रुपए दिए ।
उत्तर – सकर्मक क्रिया
4. सौरभ ने पुस्तक खरीदी।
उत्तर – सकर्मक क्रिया
5. अध्यापक ने प्राचार्य को लड़कों से राष्ट्रीय गीत सुनवाया । 
उत्तर – प्रेरणार्थक क्रिया
6. गीता ने महेश को गीत सुनाया।
उत्तर – द्विकर्मक क्रिया
7. माँ बालक को दूध देती है। 
उत्तर – द्विकर्मक क्रिया
8. दिनेश ने खाना खिलवाया ।
उत्तर – सकर्मक क्रिया
9. आशा पुस्तक पढ़ रही है।
उत्तर – सकर्मक क्रिया
10. वह भाई से खाना बनवाता है।
उत्तर – सकर्मक क्रिया
11. मीना ने मुझे चाय पिलाई।
उत्तर – द्विकर्मक क्रिया
12. हम लोग आम खा रहे हैं ।
उत्तर – सकर्मक क्रिया
13. मनु दिन में सोता है ।
उत्तर – अकर्मक क्रिया
14. सौरभ ने पिताजी को पत्र लिखा ।
उत्तर – द्विकर्मक क्रिया
15. अध्यापक छात्रों को पाठ रटवाते हैं ।
उत्तर – द्विकर्मक क्रिया
16. गीता ने मित्र को पत्र लिखा ।
उत्तर – द्विकर्मके क्रियां
17. रोगी को देख लो ।
उत्तर – सकर्मक क्रिया
18. तुम अभी चले जाओ।
उत्तर – अकर्मक क्रिया
19. तुम कहाँ रहते हो ?
उत्तर – अकर्मक क्रिया
20. वे कहाँ रहते हैं ?
उत्तर – अकर्मक क्रिया
21. कौन जा रहा है ?
उत्तर – अकर्मक क्रिया
22. पिताजी ने मुझसे पत्र लिखवाया ।
उत्तर – प्रेरणार्थक क्रिया
23. रानी ने साँप को मार दिया ।
उत्तर – सकर्मक क्रिया
24. माँ ने मुझे दूध पिलाया।
उत्तर – द्विकर्मक क्रिया
25. नानी ने कहानी सुनवाई ।
उत्तर – प्रेरणार्थक क्रिया
26. रीता पत्र लिखती है।
उत्तर – सकर्मक क्रिया
27.  पक्षी उड़ते हैं।
उत्तर – अकर्मक क्रिया
28. राम पॉलिश करवाता है ।
उत्तर – प्रेरणार्थक क्रिया
29. तुमने राम को गीत सुनाया ।
उत्तर – द्विकर्मक क्रिया
30. राघवन दिनभर सोता है ।
उत्तर – कर्मक क्रिया
31. सलमान क्रिकेट खेलता है ।
उत्तर – सकर्मक क्रिया
32.  मुकेश खाना खिलवाता है।
उत्तर – प्रेरणार्थक क्रिया
33. बच्चन परिवार सिद्धिविनायक मंदिर में पूजा कर रहा है।
उत्तर – सकर्मक क्रिया
34. कथाकार कमलेश्वर नहीं रहे।
उत्तर – अकर्मक क्रिया
35. सकीना सलीम कपड़े धुलवाती है ।
उत्तर – प्रेरणार्थक क्रिया
36. वह चपरासी से सफाई करवा रहा है।
उत्तर – प्रेरणार्थक क्रिया
37. तुमने अपने मित्र को मेरी कविता सुनाई ।
उत्तर – द्विकर्मक क्रिया
38. आज माँ ने पकवान बनाए ।
उत्तर – सकर्मक क्रिया
39. सुमित कुमार सो रहा है।
उत्तर – अकर्मक क्रिया ।
40. मोहन को शर्बत पिलाओ ।
उत्तर – सकर्मक क्रिया
41. अध्यापिका लिखवा रही है।
उत्तर – प्रेरणार्थक क्रिया ।
42. सौम्या ने खिलौना तोड़ दिया।
उत्तर – सकर्मक क्रिया ।
43. ममता जूते पर पॉलिश करवाती है।
उत्तर – सकर्मक क्रिया ।
44.  मनीषा फल खाती है ।
उत्तर – सकर्मक क्रिया ।
45. मैंने खाना बनवाया है।
उत्तर – प्रेरणार्थक क्रिया ।

समुच्चय बोधक, क्रिया विशेषण और अन्य अविकारी शब्द 

अव्यय

अव्यय – अव्यय वे शब्द या रूप, जिन पर लिंग, वचन, कारक आदि का कोई प्रभाव नहीं पड़ता उसे अव्यय कहते हैं ।
जैसे- अधिक, प्रति के बिना, वाह, ही तो । 7
अव्यय के भेद – अव्यय पांच प्रकार के होते हैं- क्रियाविशेषण, संबंधबोधक, समुच्चयबोधक, विस्मयादिबोधक, निपात।
क्रियाविशेषण- जिस शब्द से क्रिया की विशेषता प्रकट हो, उसे क्रिया विशेषण कहते हैं। जैसे- ऊपर, नीचे, दाहिने, अधिक, निकट, प्रतिदिन, आज, लगातार आदि ।
क्रिया की विशेषता प्रायः चार प्रकार से बताई जाती है, अतः क्रिया-विशेषण के चार भेद हैं –
(i) रीतिवाचक क्रिया-विशेषण,
(ii) कालवाचक क्रिया-विशेषण,
(iii) स्थानवाचक क्रिया-विशेषण,
(iv) परिमाणवाचक क्रिया-विशेषण |
(i) रीतिवाचक क्रिया – विशेषण- जिन क्रिया-विशेषण शब्दों से क्रिया के ढंग या रीति की विशेषता का बोध होता है, उन्हें रीतिवाचक क्रिया-विशेषण कहते हैं। जैसे— अकस्मात अचानक यथाशक्ति, हाथों-हाथ, धीरे-धीरे, जल्दी-जल्दी, सच, तीव्र, शायद, इसलिए आदि ।
(ii) कालवाचक क्रिया-विशेषण- जिन क्रिया-विशेषण शब्दों से क्रिया के समय की विशेषता का बोध होता है, उन्हें कालवाचक क्रिया-विशेषण कहते हैं। जैसे— लगातार जब पश्चात, कभी, नित्य, प्रतिमाह, कल, सदा, तत्काल सायं आदि ।
(iii) स्थानवाचक क्रिया – विशेषण- जिन क्रिया – विशेषण शब्दों से क्रिया के स्थान की विशेषता का बोध होता है, उन्हें स्थानवाचक क्रिया-विशेषण कहते हैं। जैसे- मध्य, दूर, निकट, नीचे, वहाँ, दाएँ, सामने, चारों ओर, आसपास, जहाँ-तहाँ आदि ।
(iv) परिमाणवाचक क्रिया विशेषण- जिन क्रिया-विशेषण शब्दों से क्रिया की मात्रा या नाप-तौल आदि की विशेषता का बोध होता है, उन्हें परिमाणवाचक क्रिया-विशेषण कहते हैं। जैसे- ज्यादा, उतना खूब, थोड़ा-सा, जरा, बराबर, बढ़कर लगभग एक कितना आदि ।
संबंधबोधक- जो शब्द, संज्ञा या सर्वनाम का संबंध वाक्य के दूसरे शब्दों से कराता है, उसे संबंधबोधक कहते हैं। जैसे- के साथ की ओर, के आगे, के बिना आदि ।
समुच्चयबोधक- जो शब्द, दो शब्दों वाक्यांशों अथवा वाक्यों को मिलाते हैं, उसे समुच्चयबोधक कहते हैं। जैसे- परंतु, इसलिए, किंतु, तथा, और, अथवा आदि ।
विस्मयादिबोधक– जिस शब्द से हर्ष, शोक, आश्चर्य, घृणा, प्रशंसा आदि का बोध हो उसे विस्मयादिबोधक कहते हैं। जैसे- अच्छा ! वाह ! उफ्फ ! शाबाश ! जीते रहो ! आदि ।
निपात – जो अव्यय पद या शब्द के बाद लग कर अर्थ में विशेष प्रकार का बल देते हैं वे निपात कहलाते हैं। जैसे- भी, ही, तो, तक, मात्र, केवल आदि ।

रिक्त स्थानों की पूर्ति अव्यय से करें – 

1. (क) अच्छे चरित्र ________जीवन निरर्थक है।
(ख) ________ बोलो, कोई सुन लेगा।
(ग) _______ ! क्या छक्का मारा है।
(घ) मैंने ________ कुछ नहीं किया ।
(ङ) इस दुकान _______ मत जाना।
उत्तर – (क) के बिना, (ख) धीरे, (ग) वाह ! (घ) तो, (ङ) की ओर ।
2. (क) वह बहुत देर ________रोता रहा ।
(ख) वह _______सच बोलता है।
(ग) वह स्थान ________ है।
(घ) रमेश कल _______ आएगा।
(ङ) धन को _______कोई नहीं पूछता।
उत्तर – (क) तक, (ख) सदा,(ग) नीचे, (घ) यहाँ, (ङ) यहाँ।
3. (क) रमेश अब _______पढ़ रहा है।
(ख) उसकी हालत ______खराब है।
(ग) आज धन ______ कोई नहीं पूछता
(घ) पिता ______ पुत्र घूमने जा रहे हैं।
(ङ) तुम _______ उठे l
उत्तर – तक, (ख) बहुत, (ग) के बिना, (घ) और, (ङ) कब ।
4. (क) खूब मन लगाकर पढ़ो ______ परीक्षा में प्रथम आओ ।
(ख) तुम _______बाजार जाओ और दवा लेकर आओ।
(ग) जो ______ खाते रहते हैं, वे स्वस्थ नहीं रहते।
(घ) ________! तुम्हें क्या हो गया है ?
(ङ) अनुराग अब ________ स्वस्थ है।
उत्तर – (क) और, (ख) अभी, (ग) अधिक,(घ) अरे, (ङ) पूर्णतः ।
5. (क) मोहन _____ठीक समय पर स्कूल जाता है।
(ख) पेट्रोल के _______कार नहीं चल सकती ।
(ग) बालक चाँद ______देख रहा है।
(घ) उसके  _______तुम कहीं नहीं ठहर सकते ।
(ङ) पहला प्रश्न कीजिए ________दूसरा ।
उत्तर – (क) रोजाना, (ख) के बिना, (ग) की ओर, (घ) बिना, (ङ) अथवा।

अव्यय के भेदों को चुने – 

1. (क) हवा धीरे-धीरे बह रही है ।
(ख) बेटा, जल्दी आओ ।
(ग) वह अपना सिर पढ़ेगा ।
(घ) वह मेरे यहाँ अवश्य आएगा।
(ङ) धन के बिना किसी का काम नहीं चलता।
उत्तर – (क) क्रिया विशेषण अव्यय,
(ख) क्रिया विशेषण अव्यय,
(ग) क्रिया विशेषण अव्यय,
(घ) क्रिया विशेषण अव्यय,
(ङ) संबंधबोधक अव्यय ।
2. (क) नौकर गाँव तक गया।
(ख) तुम्हारे साथ मैं चलूँगा ।
(ग) भूकंप आया और लोग मारे गए ।
(घ) मैंने कहा मगर उसने नहीं सुना ।
(ङ) काश ! आज वर्षा होती ।
उत्तर – (क) संबंधबोधक अव्यय,
(ख) समुच्चयबोधक अव्यय,
(ग) समुच्चयबोधक अव्यय,
(घ) समुच्चयबोधक अव्यय,
(ङ) विस्मयादिबोधक अव्यय ।

निम्नांकित वाक्यों में से अव्यय छाँटें और उनके प्रकार बताएँ – 

(क) हमें अपनी सभ्यता और संस्कृति पर गर्व है।
(ख) सचिन ने तेजी से रन बनाए ।
(ग) धर्म की सर्वत्र विजय होती है।
(घ) तुम्हारे सम्बन्ध में बच्चे तक जानते हैं ।
(ङ) भारत के सामने पाकिस्तान कहीं नहीं ठहरता ।
उत्तर – (क) और – समुच्चबोधक अव्यय,
(ख) तेजी से – रीतिर्वाचिक क्रिया-विशेषण,
(ग) सर्वत्र – स्थानवाचक क्रिया विशेषण,
(घ) तक – निपात अव्यय,
(ङ) के सामने – सम्बन्धबोधक अव्यय ।

निम्नांकित वाक्यों के रिक्त स्थानों में उचित अव्यय शब्दों का प्रयोग करें और यह भी बताएँ कि वे अव्यय किस भेद में आते हैं-

1. (क) मैं _______ आगरा जाऊँगा।
(ख) हमें अपनी सभ्यता और संस्कृति _____गर्व है।
(ग) मुझे रेडियो ______ घड़ी चाहिए ।
(घ) यदि तुम परीक्षा में सफल होना चाहते हो ______श्रम करो ।
(ङ) बाहर जाने _______ मुझसे मिलना ।
उत्तर – (क) कल – कालवाचक क्रिया विशेषण,
(ख) के ऊपर – सम्बन्धबोधक,
(ग) और – समुच्चयबोधक,
(घ) तो – निपात,
(ङ) के लिए – सम्बन्धबोधक ।
2. (क) _______ आप मिल गए ।
(ख) वह जल्दी चला गया ______ ट्रेन पकड़ सके।
(ग) ________तो यह तुम्हारी शरारत है।
(घ) तुम बकवास बंद करो ________मुझे कुछ करना पड़ेगा।
(ङ) ______तुमने यह क्या कर डाला ?
उत्तर – (क) अरे ! – विस्मयादिबोधक,
(ख) ताकि – समुच्चयबोधक
(ग) अच्छा ! – विस्मयादिबोधक,
(घ) अन्यथा –  समुच्चयबोधक,
(ङ) हाय ! – विस्मयादिबोधक |

निम्नांकित वाक्यों से निपात छाँटें और नए वाक्य बनाएँ – 

(क) नगरपालिका थी तो कुछ न कुछ करती भी रहती थी ।
(ख) किसी स्थानीय कलाकार को ही अवसर देने का निर्णय किया गया होगा।
(ग) यानी चश्मा तो था लेकिन संगमरमर का नहीं था ।
(घ) हालदार साहब अब भी नहीं समझ पाए ।
(ङ) दो साल तक हालदार साहब अपने काम के सिलसिले में उस कस्बे से गुजरते रहे ।
उत्तर – (क) तो – तुमने मुझे जो काम करने को दिया था, वह कर तो दिया।
भी – तुम्हारे साथ यह भी चलेगा।
(ख) ही –  हमारे देश की रक्षा नौजवानों ने ही की ।
(ग) तो – मेरे पास दस्ताने थे तो सही लेकिन मैंने पहने नहीं ।
(घ) भी – उस मूर्ख को तुम भी नहीं समझा पाओगे ।
(ङ) तक – उसने मेरे कमरे की ओर झाँका तक नहीं ।

निम्नांकित वाक्यों से समुच्चयबोधक अव्यय छाँटकर अलग लिखें – 

(क) तब भी जब वह इलाहाबाद में थे और तब भी जब वह दिल्ली आते थे।
(ख) माँ ने बचपन से ही घोषित कर दिया था कि लड़का हाथ से गया।
(ग) वे रिश्ता बनाते थे तो तोड़ते नहीं थे।
(घ) उनके मुख से सांत्वना के जादू भरे दो शब्द सुनना एक ऐसी रोशनी से भर देता था जो किसी गहरी तपस्या से जनमती है ।
(ङ) पिता के लिए मन में बहुत लगाव नहीं था लेकिन वो स्मृति में अकसर डूब जाते।
उत्तर – (क) और, (ख) कि, (ग) तो, (घ) जो, (ङ) लेकिन ।

निम्नांकित वाक्यों में आए क्रिया-विशेषणों को छाँटकर उनके भेदों के नाम लिखें – 

(क) पुस्तकें हाथों-हाथ बिक गई ।
(ख) चाय में चीनी अधिक पड़ गई है।
(ग) आतंकवादी पहाड़ियों की ओर धीरे-धीरे बढ़े।
(घ) कड़ाही में तेल थोड़ा बचा है।
(ङ) आश्रम में मंदिर उस ओर बनवाएँगे ।
(च) पीछे पत्नी और पति आगे चल रहा है।
(छ) प्रधानाचार्य कोलकाता परसों जाएँगे।
(ज) महंत बाहर टहल रहा है।
(झ) आँधी एकाएक आ गई ।
(ञ) दाल में घी बहुत है।
उत्तर – (क) हाथों-हाथ – रीति वाचक क्रिया-विशेषण
(ख) अधिक –  परिमाण वाचक क्रिया-विशेषण
(ग) धीरे-धीरे –  रीति वाचक क्रिया-विशेषण
(घ) थोड़ा –  परिमाण वाचक क्रिया-विशेषण
(ङ) उस ओर –  स्थान वाचक क्रिया-विशेषण
(च) पीछे, आगे –  स्थान वाचक क्रिया-विशेषण
(छ) परसों –  काल वाचक क्रिया-विशेषण
(ज) बाहर – स्थान वाचक क्रिया-विशेषण
(झ) एकाएक –  रीति वाचक क्रिया-विशेषण
(ञ) बहुत – परिमाण वाचक क्रिया-विशेषण

निम्नांकित वाक्यों में आए संबंधबोधक अव्यय छाँटकर लिखें –

(क) पिताजी के पास अनामिका बैठी है।
(ख) पॉलिश के बिना जूते नहीं चमकते ।
(ग) हरिद्वार के निकट ऋषिकेश है।
(घ) ललिता के अतिरिक्त सौम्या ने ही गृह-कार्य किया।
(ङ) डॉक्टर के द्वारा इंजेक्शन दिया गया।
(च) ट्रॉली के ऊपर टेलीविजन रख दो ।
(छ) दादाजी बच्चों के लिए फल लाए।
(ज) प्रभा से पहले विनीता भजन सुनाएगी।
(झ) सीढ़ी के सहारे छत पर जाना पड़ेगा।
(ञ) धन के साथ जीवनयापन होता है ।
उत्तर – (क) के पास, (ख) के बिना (ग) के निकट, (घ) के अतिरिक्त, , (ङ) के द्वारा, (च) के ऊपर, (छ) के लिए, (ज) से पहले, (झ) के सहारे, (ञ) के साथ |

निम्नांकित वाक्यों में आए विस्मयादिबोधक अव्यय छाँटकर लिखें – 

(क) शाबाश ! तुमने बहुत अच्छा काम किया।
(ख) बाप रे ! मैं तो बर्बाद हो गया ।
(ग) छिः छिः ! तुम तो बड़े नीच आदमी हो ।
(घ) बचो ! सामने से ट्रक आ रहा है।
(ङ) वाह ! नाटक देखकर मजा आ गया ।
उत्तर – (क) शाबाश!, (ख) बाप रे!, (ग) छिः छिः !, (घ) बचो ! (ङ) वाह !

निर्देशानुसार उत्तर लिखें

1. (क) वह जोर-जोर से रो रहा है। (क्रिया विशेषण छाँटे)
(ख) आपने स्नान किया या नहीं ? (समुच्चय-बोधक शब्द छाँटे)
(ग) मोहन तुम्हारे यहाँ गया है। (संबंध-बोधक शब्द छाँटे)
उत्तर – (क) जोर-जोर से रीति वाचक क्रिया विशेषण,
(ख) या – समुच्चयबोधक,
(ग) यहाँ – संबंधबोधक |
2. (क) मोहन और राधा एक ही विद्यालय में पढ़ते हैं। (समुच्चय बोधक छाँटे)
(ख) मनोहर यहाँ आया था। (क्रिया विशेषण छाँटे)
(ग) परीक्षा से पहले खूब पढ़ो। ( संबंध-बोधक छाँटे)
उत्तर – (क) और – समुच्चय बोधक,
(ख) यहाँ –  स्थानवाचक क्रिया विशेषण,
(ग) पहले – संबंध बोधक |
3. (क) खूब मन लगाकर पढ़ो ताकि परीक्षा में प्रथम आओ ।(समुच्चयबोधक शब्द छाँटे)
(ख) वह प्रातः उठकर स्नान करता है । (क्रिया-विशेषण छाँटे)
(ग) आज धन के बिना कोई नहीं पूछता । ( संबंधबोधक अव्यय छाँटे)
उत्तर – (क) ताकि,
(ख) प्रातः – कालवाचक क्रिया विशेषण,
(ग) के बिना ।
4. (क) नंदिता और विजया पुस्तक मेले में गईं । (समुच्चयबोधक शब्द छाँटे)
(ख) धीरे बोलो, कोई सुन लेगा । ( क्रिया-विशेषण छाँटे)
(ग) घर के बाहर स्थान है । (संबंधबोधक अव्यय छाँटे)
उत्तर – (क) और,
(ख) धीरे,
(ग) बाहर।
5. (क) वह धीरे-धीरे खा रहा है । ( क्रिया – विशेषण छाँटे)
(ख) नहा-धो लो और खाना खाओ। (समुच्चयबोधक शब्द छाँटे)
(ग) हाय ! अब मैं क्या करूँ । (विस्मयादिबोधक अव्यय छाँटे)
उत्तर – (क) धीरे-धीरे,
(ख) और,
(ग) हाय !

वाक्य-भेद- मिश्र वाक्य

वाक्य- विचार

वाक्य- ऐसा सार्थक शब्द या शब्द समूह जो व्यवस्थित तथा पूरा आशय प्रकट करे, वाक्य कहलाता है। अर्थात् जिस शब्द समूह से वक्ता अपने भाव को पूर्ण रूप से व्यक्त कर सके । वाक्य के दो अंग है- उद्देश्य और विधेय उद्देश्य– वाक्य में जिसके बारे में कुछ कहा गया हो, वह उद्देश्य होता है। विधेय– उद्देश्य के विषय में जो कुछ कहा जाए, उसे विधेयं कहते हैं।
उद्देश्य – विधेय
जैसे – सोहन – पढ़ता है।
परिश्रमी व्यक्ति – सफल रहता है।
तेजस्वी चाणक्य – मंत्री बनने में सफल रहा।

रचना के आधार पर वाक्य के भेद

रचना के आधार पर वाक्य तीन प्रकार के होते हैं
सरल वाक्य, संयुक्त वाक्य तथा मिश्र वाक्य |
सरल वाक्य – जिन वाक्यों में उद्देश्य और एक ही विधेय पाया जाए, अथवा जिस वाक्य में एक ही समापिका क्रिया हो, उसे सरल वाक्य कहते हैं। जैसे- बच्चे मैदान में खेल रहे हैं। पानी बरस रहा है। सैनिक देश की रक्षा करते हैं ।
संयुक्त वाक्य- जिस वाक्य में एक से अधिक स्वतंत्र वाक्य किसी योजक द्वारा जुड़े हुए हों, उसे संयुक्त वाक्य कहते हैं। जैसे- आप चाय पियेंगे या शीतल पेय । मैं भी आपके साथ चलता किंतु मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं है ।
मिश्र वाक्य – जिस वाक्य में एक से अधिक साधारण वाक्य वापस में इस प्रकार जुड़े होते हैं कि उनमें से कोई एक उपवाक्य प्रधान होता है और शेष उपवाक्य उसके आश्रित होते हैं, उन्हें मिश्र वाक्य कहते हैं
जैसे- (क) मालिक ने कहा कि कल छुट्टी रहेगी।
प्रधान उपवाक्य- मालिक ने कहा ।
आश्रित उपवाक्य- कि कल छुट्टी रहेगी।
(ख) जो छात्र परिश्रमी होता है, वह सभी को अच्छा लगता है।
प्रधान उपवाक्य- वह सभी को अच्छा लगता है।
आश्रित उपवाक्य- जो छात्र परिश्रमी होता है
आश्रित उपवाक्य के भेद – आश्रित उपवाक्य तीन प्रकार के होते हैं –
(i) संज्ञा उपवाक्य,
(ii) विशेषण उपवाक्य,
(iii) क्रिया-विशेषण उपवाक्य।
(i) संज्ञा उपवाक्य- किसी वाक्य में जो आश्रित उपवाक्य मुख्य उपवाक्य के स्थान पर आते हैं, उन्हें संज्ञा उपवाक्य कहते हैं ।
जैसे- (क) दादा जी सदा कहा करते थे कि आलोक महान व्यक्ति बनेगा।
(ख) कौशल्या नहीं आएगी, सुमित्रा जानती थी।
इन वाक्यों में संज्ञा उपवाक्य हैं- ‘कि आलोक महान व्यक्ति बनेगा ‘ और ‘कौशल्या नही आएगी।
संज्ञा उपवाक्यों के आरंभ में प्रायः ‘कि’ शब्द आता है। ये मुख्य-उपवाक्य से ‘कि’ द्वारा जुड़े होते हैं । यदि संज्ञा उपवाक्य वाक्य के आरंभ में आ जाते हैं तो इनके साथ कि का प्रयोग नहीं होता।
(ii) विशेषण उपवाक्य- किसी वाक्य में आने वाले आश्रित उपवाक्य मुख्य उपवाक्य की किसी संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता प्रकट करते हैं, उन्हें विशेषण उपवाक्य कहते हैं ।
जैसे— (क) आपकी वह पुस्तक कहाँ है जो आप कल लाए थे ?
(ख) जिसे आप ढूँढ़ रहे हैं, वह मैं नहीं हूँ ।
इन वाक्यों में आए विशेषण उपवाक्य हैं जो आप कल लाए थे’ ‘जिसे आप ढूँढ़ रहे हैं । विशेषण उपवाक्यों का आरंभ प्रायः जो, जिसे आदि शब्दों से होता है ।
(iii) क्रिया-विशेषण उपवाक्य- किसी वाक्य में आने वाले जो आश्रित उपवाक्य मुख्य उपवाक्य की क्रिया की विशेषता प्रकट करते हैं, उन्हें क्रिया-विशेषण उपवाक्य कहते हैं ।
जैसे- (क) ज्योंहि पढ़ने बैठा बिजली चली गई।
(ख) जब घंटी बजी फोन उठा लिया ।
इन उपवाक्यों में ‘ज्योंही पढ़ने बैठा’ और ‘जब घंटी बजी’ क्रिया-विशेषण उपवाक्य हैं ।

वाक्य विश्लेषण

वाक्य विश्लेषण – वाक्य विश्लेषण या वाक्य विग्रह का अर्थ है- किसी वाक्य का कर्ता, कर्ता का विस्तार, कर्म, कर्म का विस्तार, कारक क्रिया विशेषण, क्रिया, योजक आदि को अलग-अलग करना और उसका पारस्परिक संबंध बताना l
वाक्य विश्लेषण के भेद-
रचना के अनुसार वाक्य तीन प्रकार के होते हैं- सरल वाक्य, संयुक्त वाक्य और मिश्र वाक्य |
सरल वाक्य का विश्लेषण- सरल वाक्य में सबसे पहले वाक्य दो भागों में विभक्त किया जाता है- उद्देश्य और विधेय।
उद्देश्य– वाक्य में जिसके बारे में कुछ कहा जाए। इसके अंतर्गत कर्ता तथा उसका विस्तार आता है ।
विधेय– उद्देश्य के संबंध में जो कुछ कहा जाए। इसके अतंर्गत निम्न पद आते हैं— कर्म, कर्म का विस्तार, क्रिया, क्रिया का विस्तार, क्रिया विशेषण, पूरक, पूरक का विस्तार, अन्य कारकीय पद ।
जैसे— बुद्धिमान चाणक्य ने प्रतापी चंद्रगुप्त को मगध का सम्राट बना दिया ।
(क) उद्देश्य- चाणक्य ने, उद्देश्य का विस्तार – बुद्धिमान
(ख) कर्म- चंद्रगुप्त को, कर्म का विस्तार – प्रतापी, क्रिया— बना दिया, पूरक – सम्राट, पूरक का विस्तार – मगध का ।
संयुक्त वाक्य का विश्लेषण – संयुक्त वाक्य में सबसे पहले दो उप वाक्यों को सरल वाक्य में लिखा जाता है – प्रथम वाक्य प्रधान उपवाक्य और दूसरा उपवाक्य समानाधिकरण उपवाक्य कहलाता है। योजक शब्द को अलग दिखाकर समुच्चयबोधक अव्यय या योजक लिखकर दर्शाया जाता है।
जैसे- शाम हुई और सभी पक्षी घर लौट गए।
(क) प्रधान उपवाक्य- शाम हुई।
(ख) योजक- और ।
(ग) समानाधिकरण उपवाक्य- सभी पक्षी घर लौट गए।
मिश्रवाक्य का विश्लेषण – मिश्रवाक्य में एक प्रधान उपवाक्य में और अन्य आश्रित उपवाक्य होते हैं ।
आश्रित उपवाक्य तीन प्रकार के होते हैं- (क) संज्ञा आश्रित उपवाक्य, (ख) विशेषण आश्रित उपवाक्य, (ग) क्रिया विशेषण आश्रित उपवाक्य ।
जैसे- हमें चाहिए कि हम बातों में ही समय व्यर्थ न करें।
(क) प्रधान उपवाक्य- हमें चाहिए ।
(ख) संज्ञा आश्रित उपवाक्य- हम बातों में ही समय व्यर्थ न करें ।
(ग) योजक- कि

वाक्य रचनांतरण

वाक्य रचनांतरण- एक प्रकार के वाक्य को दूसरे प्रकार की वाक्य में बदलने की प्रक्रिया को वाक्य का रचनांतरण कहते हैं। रचना के आधार पर बिना अर्थ में परिवर्तन किए सरल वाक्य को संयुक्त वाक्य में या मिश्रित वाक्य में बदल सकते हैं। जैसे –
(क) सरल वाक्य- परिश्रमी विद्यार्थी उन्नति करते हैं ।
मिश्र वाक्य- जो विद्यार्थी परिश्रमी होते हैं वे उन्नति करते हैं
(ख) मिश्र वाक्य – मैं नहीं जानता कि उसका जन्म कहाँ हुआ।
 सरल वाक्य – मैं उसका जन्म स्थान नहीं जानता।
(ग) संयुक्त वाक्य – निरजा ने कहानी सुनाई और अमिता रो पड़ी ।
मिश्र वाक्य – निरजा ने ऐसी कहानी सुनाई कि अमिता रो पड़ी।
(घ) मिश्र वाक्य – जिन छात्रों ने परिश्रम किया वे उत्तीर्ण हो गए।
सरल वाक्य – परिश्रम करने वाले छात्र उत्तीर्ण हो गए।
(ङ) मिश्र वाक्य – जैसे ही रमेश आया वैसे ही मोहन चला गया।
संयुक्त वाक्य – रमेश आया और मोहन चला गया ।
(च) सरल वाक्य – शिक्षक के सामने छात्र शांत रहते हैं ।
मिश्र वाक्य – जब तक शिक्षक रहता है, छात्र शांत रहते हैं।
(छ) संयुक्त वाक्य – मोहन बड़ा खिलाड़ी है लेकिन फेल कभी नहीं होता।
मिश्र वाक्य –  मोहन ऐसा खिलाड़ी है, जो कभी फेल नहीं होता।
(ज) मिश्र वाक्य – उसने कहा कि मैं निर्दोष हूँ ।
सरल वाक्य – उसने स्वयं को निर्दोष बताया ।
(झ) मिश्र वाक्य – जब सभा समाप्त हुई तो सब लोग चले गए।
संयुक्त वाक्य– सभा समाप्त हुई और सब लोग चले गए।

निम्नांकित वाक्यों में से आश्रित उपवाक्य छाँटकर भेद भी लिखें –

1. मुझे विश्वास है कि परीक्षा में अच्छे अंक मिलेंगे। 
उत्तर – आश्रित उपवाक्य- परीक्षा में अच्छे अंक मिलेंगे ।
उपवाक्य का नाम- संज्ञा उपवाक्य ।
2. जो सबकी भलाई करता है वह सबका प्रिय होता है । 
उत्तर – आश्रित उपवाक्य- जो सबकी भलाई करता है
उपवाक्य का नाम- विशेषण उपवाक्य ।
3. दार्शनिक कहते हैं कि यह जगत मिथ्या है । 
उत्तर – आश्रित उपवाक्य- यह जगत मिथ्या है ।
उपवाक्य का नाम – विशेषण उपवाक्य |
4. आप जानते हैं कि ईमानदारी एक अच्छा गुण है। 
उत्तर – आश्रित उपवाक्य – ईमानदारी एक अच्छा गुण है।
उपवाक्य का नाम- संज्ञा उपवाक्य ।
5. जहाँ-जहाँ वह गया, उसका बहुत सम्मान हुआ । 
उत्तर – आश्रित उपवाक्य- जहाँ-जहाँ वह गया ।
उपवाक्य का नाम- क्रिया-विशेषण उपवाक्य ।
6. जो व्यक्ति गुणी होता है, उसे सभी चाहते हैं।
उत्तर – आश्रित उपवाक्य- जो व्यक्ति गुणी होता है।
उपवाक्य का नाम- विशेषण उपवाक्य
7. जहाँ-जहाँ धुआँ है, वहीं अग्नि है । 
उत्तर – आश्रित उपवाक्य- जहाँ-जहाँ धुआँ है ।
उपवाक्य का नाम- क्रिया-विशेषण उपवाक्य |
8. मेरी इच्छा थी कि मैं सबकी सेवा करूँ । 
उत्तर – आश्रित उपवाक्य- मैं सबकी सेवा करूँ ।
उपवाक्य का नाम- संज्ञा उपवाक्य |
9. यदि परिश्रम करोगे तो अवश्य फल पाओगे । 
उत्तर – आश्रित उपवाक्य- यदि परिश्रम करोगे ।
उपवाक्य का नाम- क्रिया-विशेषण उपवाक्य |
10. मैंने सोचा कि वह जरूर आएगा।
उत्तर – आश्रित उपवाक्य- वह जरूर आएगा ।
उपवाक्य का नाम- संज्ञा उपवाक्य ।
11. माँ की इच्छा थी कि उसका नरेन्द्र वकील बने । 
उत्तर – आश्रित उपवाक्य- उसका नरेन्द्र वकील बने ।
उपवाक्य का नाम- संज्ञा उपवाक्य |
12. महात्मा गाँधी ने कहा कि गाय करुणा की कविता है । 
उत्तर – आश्रित उपवाक्य- गाय करुणा की कविता है।
उपवाक्य का नाम- संज्ञा उपवाक्य |
13. मेरे जीवन का लक्ष्य है कि मैं इंजीनियर बनूँ । 
उत्तर – आश्रित उपवाक्य- मैं इंजीनियर बनूँ ।
उपवाक्य का नाम- संज्ञा उपवाक्य ।
14. मैंने कहा कि मैं कल आगरा जाऊँगा । 
उत्तर – आश्रित उपवाक्य- मैं कल आगरा जाऊँगा ।
उपवाक्य का नाम- संज्ञा उपवाक्य ।
15. वह व्यक्ति जो कल यहाँ आया था, मेरा मित्र है । 
उत्तर – आश्रित उपवाक्य- जो कल यहाँ आया था ।
उपवाक्य का नाम- विशेषण उपवाक्य ।
16. वह जानता है कि मैं क्या चाहता हूँ। 
उत्तर – आश्रित उपवाक्य- मैं जानता हूँ ।
उपवाक्य का नाम- संज्ञा उपवाक्य |
17.  जहाँ तुम रहते हो, वहाँ सफाई है।
उत्तर – आश्रित उपवाक्य – जहाँ तुम रहते हो।
उपवाक्य का नाम- क्रिया विशेषण आश्रित उपवाक्य ।
18. वह लड़की जिसने प्रथम पुरस्कार जीता था, मेरी बहन है।
उत्तर – आश्रित उपवाक्य- जिसने प्रथम पुरस्कार जीता था ।
उपवाक्य का नाम – विशेषण आश्रित उपवाक्य ।
19. मैं जानता हूँ कि वह झूठा है।
उत्तर – आश्रित उपवाक्य- वह झूठा है ।
उपवाक्य का नाम- संज्ञा आश्रित उपवाक्य |
20. मेरा यह सोचना कि विपुल प्रतिभाशाली छात्र है, सही निकला। 
उत्तर – आश्रित उपवाक्य- विपुल प्रतिभाशाली छात्र है।
उपवाक्य का नाम- संज्ञा आश्रित उपवाक्य |
21. हालाँकि वह सबसे छोटा था, उसने सबसे मधुर गाया ।
उत्तर – आश्रित उपवाक्य- हालाँकि वह सबसे छोटा था ।
उपवाक्य का नाम- क्रिया विशेषण आश्रित उपवाक्य ।
22. जो व्यक्ति कर्मठ होता है वह सभी जगह आदर पाता है। 
उत्तर – आश्रित उपवाक्य- जो व्यक्ति कर्मठ होता है ।
उपवाक्य का नाम – विशेषण आश्रित उपवाक्य |

निम्नांकित वाक्यों को मिश्र वाक्य में बदलें – 

1. चूहे का कमाल है। चूहे ने मोटा कालीन काट डाला । 
उत्तर – चूहे ने कमाल कर दिया क्योंकि उसने मोटा कालीन काट डाला।
2. बुद्धिमान एवं दूरदर्शी मनुष्य के लिए संसार में कुछ भी दुर्लभ नहीं है। 
उत्तर – जो मनुष्य बुद्धिमान एवं दूरदर्शी है, उसके लिए संसार में कुछ भी दुर्लभ नहीं है।
3. बादल आकाश में छा गए । शीतल पवने बहने लगी।
उत्तर – जैसे ही बादल आकाश में छाए, शीतल पवने बहने लगी।
4. वह फल खरीदने के लिए बाजार गया ।
उत्तर – उसे फल खरीदने थे इसलिए वह बाजार गया ।
5. शेर दिखाई दिया। सब बच्चे डर कर भाग गए।
उत्तर – ज्योंही शेर दिखाई दिया, सब बच्चे डर कर भाग गए।
6. वर्षा शुरू हुई। मोहन आ गया।
उत्तर – जब वर्षा शुरू हुई, तब मोहन आ गया ।
7. कार्यक्रम समाप्त हुआ। सब लोग घर चले गए।
उत्तर – जैसे ही कार्यक्रम समाप्त हुआ, सब लोग घर चले गए
8. अचानक पुलिस आ गई। गली में सन्नाटा छा गया।
उत्तर – ज्योंही अचानक पुलिस आई, त्यों ही गली में सन्नाटा छा गया।
9. प्रधानाचार्य हॉल में आए। सब विद्यार्थी शांत हो गए।
उत्तर – ज्योंही प्रधानाचार्य हॉल में आए, त्यों ही सब विद्यार्थी शांत हो गए।
10. परीक्षा में गणित का प्रश्न-पत्र कठिन था । विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। 
उत्तर – चूँकि गणित का प्रश्न-पत्र कठिन था, फिर भी विद्यार्थियों ने परीक्षा दी ।
11. गली में शोर हुआ। सब लोग बाहर आ गए ।
उत्तर – जैसे ही गली में शोर हुआ, वैसे ही सब लोग बाहर आ गए।
12. इसी बाल सुलभ हँसी में कई यादें बंद हैं।
उत्तर – यही वह बाल सुलभ हँसी है जिसमें कई यादें बंद हैं।
13. काशी में संगीत आयोजन की एक प्राचीन एवं अद्भुत परंपरा है।
उत्तर – काशी में संगीत आयोजन की एक परंपरा है जो प्राचीन एवं अद्भुत हैं ।
14. धत् ! पगली ई भारतरत्न हमको शहनईया पे मिला है, लुंगिया पे नाहीं । 
उत्तर – धत ! पगली ई जो भारतरत्न हमको मिला है वह शहनाईया पे मिला है, लुंगिया पर नहीं ।
15. काशी का नायाब हीरा हमेशा से दो कौमों को एक होकर आपस में भाईचारे के साथ रहने की प्रेरणा देता रहा । 
उत्तर – यह काशी का नायाब हीरा है जो हमेशा से दो कौमों को आपस में भाईचारे के साथ रहने की प्रेरणा देता रहा ।

निम्नांकित मिश्र वाक्यों से उपवाक्य छाँटकर भेद भी लिखें – 

1. हिरन अपनी ही महक से परेशान पूरे जंगल में उस वरदान को खोजता है जिसकी गमक उसी में समाई है।
उत्तर – जिसकी गमक उसी में समाई है- विशेषण आश्रित उपवाक्य ।
2. खाँ साहब की सबसे बड़ी देन हमें यही है कि पूरे अस्सी बरस उन्होंने संगीत को संपूर्णता व एकाधिकार से सीखने की जिजीविषा को अपने भीतर जिंदा रखा।
उत्तर – पूरे अस्सी बरस उन्होंने संगीत को संपूर्णता व एकाधिकार से सीखने की जिजीविषा को अपने भीतर जिंदा रखा- संज्ञा आश्रित उपवाक्य ।
3. उनको यकीन है, कभी खुदा यूँ ही उनपर मेहरबान होगा ?
उत्तर – कभी खुदा यूँ ही उनपर मेहरबान होगा- संज्ञा आश्रित उपवाक्य ।
4. रीड नरकट से बनाई जाती है जो डुमराँव में मुख्यतः सोन नदी के किनारों पर पाई जाती है ।
उत्तर – जो डुमराँव में मुख्यतः सोन नदी के किनारों पर पाई जाती है- विशेषण आश्रित उपवाक्य |
5. रीड अंदर से पोली होती है जिसके सहारे शहनाई को फूंका जाता है।
उत्तर – जिसके सहारे शहनाई को फूँका जाता है – विशेषण आश्रित उपवाक्य।
6. यह जरूर है कि शहनाई और डुमराँव एक-दूसरे के लिए उपयोगी हैं। 
उत्तर – शहनाई और डुमराँव एक दूसरे के लिए उपयोगी हैं- संज्ञा आश्रित उपवाक्य।

रेखांकित उपवाक्यों के भेदों के नाम लिखें-

1.  गीता में कहा गया है कि कर्म पर ही मनुष्य का अधिकार है।
उत्तर – संज्ञा उपवाक्य |
2. मेरे जीवन का लक्ष्य है कि मैं अध्यापक बनूँ ।
उत्तर – संज्ञा उपवाक्य ।
3. जो मधुरभाषी होता है, उसे सभी चाहते हैं । 
उत्तर – विशेषण उपवाक्य ।
4. वह अध्यापक था, जो कल यहाँ आया था ।
उत्तर – विशेषण उपवाक्य |
5. मुझे एक व्यक्ति मिला जो बहुत पढ़ा-लिखा था । 
उत्तर – विशेषण उपवाक्य |
6. वह छात्र पास हो गया, जो कल यहाँ आया था ।
उत्तर – विशेषण उपवाक्य |
7. महात्मा गाँधी ने कहा कि गाय करुणा की कविता है ।
उत्तर – संज्ञा उपवाक्य।
8. वह पुस्तक कौन-सी है जो अपको बहुत पसंद है। 
उत्तर – विशेषण उपवाक्य ।
9. रहीम बोला कि मैं हैदराबाद जा रहा हूँ।
उत्तर – संज्ञा उपवाक्य |
10. मुझे विश्वास है कि आप अवश्य आएँगे।
उत्तर – संज्ञा उपवाक्य |

निर्देशानुसार उत्तर दें – 

1. गली में शोर होने पर लोग घरों से बाहर निकल आए। (मिश्र वाक्य में बदलकर लिखें।)
उत्तर – ज्योंही गली में शोर हुआ त्योंही लोग घर से बाहर निकल आए।
2. अध्यापक अपने शिष्यों को अच्छा बनाना चाहता है। (मिश्र वाक्य में बदलें।) 
उत्तर – अध्यापक चाहता है कि उसके शिष्य अच्छे बने।
3. सफेद कमीज वाली छात्रा को यह कलम दे दो। (मिश्र वाक्य में बदलें। 
उत्तर – यह कलम उस छात्रा को दे दो, जिसने सफेद कमीज पहन रखी है।
4. वह घर गया और काम करने लगा। (सरल वाक्य में बदलें।) 
उत्तर – वह घर जाकर काम में लग गया।
5. मुझे एक व्यक्ति मिला, जो सुस्त था । (सरल वाक्य में बदलें।)
उत्तर – मुझे एक सुस्त व्यक्ति मिला ।
6. यह वही बच्चा है, जिसे कुत्ते ने काटा था। (सरल वाक्य में बदलें।) 
उत्तर – इस बच्चे को कुत्ते ने काटा था।
7. वह मुझसे कहता है कि आओ। (सरल वाक्य में बदलें ।) 
उत्तर – वह मुझे आने के लिए कहता है ।
8. वह खाना खाकर सो गया । (संयुक्त वाक्य में बदलें।)
उत्तर – उसने खाना खाया और सो गया।
9. मेहनत करने पर भी मजदूरों को भरपेट रोटी नहीं मिलती। (संयुक्त वाक्य में बदलें ।)
उत्तर – मजदूर मेहनत करते हैं, फिर भी उन्हें भरपेट रोटी नहीं मिलती।
10. आप अंदर बैठकर देर तक बातें करें। (संयुक्त वाक्य में बदलें ।) 
उत्तर – आप अंदर बैठ जाएँ और देर तक बातें करें ।
11. सचिन अच्छा खिलाड़ी है, लेकिन कभी-कभी नहीं खेल पाता। (सरल वाक्य में बदलें।) 
उत्तर – सचिन अच्छा खिलाड़ी होने पर भी कभी-कभी नहीं खेल पाता है।
12. उसने घर आकर स्नान किया। (संयुक्त वाक्य में बदलें।)
उत्तर – वह घर आया और उसने स्नान किया।

वाच्य– कर्तृवाच्य, अकर्तृवाच्य

वाच्य

वाच्य– वाच्य का अर्थ है- बोलने का विषय | क्रिया के जिस रूप से यह पता चले कि मुख्य विषय कर्ता, कर्म अथवा भाव है, उसे वाच्य कहते हैं हिन्दी में दो मुख्य वाच्य हैं
(i) कर्तृवाच्य, (ii) अकर्तृवाच्य ।
(i) कर्तृवाच्य– जिन वाक्यों में कर्ता की प्रधानता होती है, उन्हें कर्तृवाच्य कहते हैं। इस प्रकार के वाक्य अकर्मक और सकर्मक दोनों प्रकार की क्रियाएँ हो सकती हैं। पर इनमें कर्ता प्रमुख होता है और कर्म गौण।
जैसे- अकर्मक- पिताजी सो रहे हैं ।
सकर्मक– मोहन ने पुस्तक
(ii) अकर्तृवाच्य- जिन वाक्यों में कर्ता गौण अथवा लुप्त होता है, उन्हें अकर्तृवाच्य कहते हैं ।
अकर्तृवाच्य के दो भेद हैं
(क) कर्मवाच्य– कर्म की प्रधानता,
(ख) भाववाच्य – भाव की प्रधानता ।
वाच्य के भेद – 
वाच्य तीन प्रकार के होते हैं- कर्तृवाच्य, कर्मवाच्य, भाववाच्य ।
कर्तृवाच्य– जिस वाक्य में कर्ता पर बल होता है और क्रिया का रूप प्रायः कर्ता के अनुसार है, वह कर्तृवाच्य होता है। जैसे— रीता किताब पढ़ती है, मोहन सोता है। इन दोनों वाक्य में कर्ता ही वाक्य का केंद्र बिंदु है ।
कर्मवाच्य- जिस वाक्य में क्रिया का रूप कर्ता के अनुसार न होकर कर्म के अनुसार होता है, उसे कर्मवाच्य कहते हैं। जैसे- प्रेमचंद द्वारा कहानी लिखी गयी, गीता से गीत गाया गया । इन दोनों वाक्यों में क्रिया के संबंध कर्म से है। क्रिया के पुरुष, लिंग, वचन – कर्म के अनुसार होते हैं ।
भाववाच्य – जिस वाक्य में कर्ता या कर्म की प्रधानता न होकर क्रिया का भाव प्रमुख हो उसे भाव वाच्य कहते हैं। जैसे- अब मुझसे सहा नहीं जाता, सोहन से चला नहीं जाता। इन वाक्यों की क्रिया न तो अपने कर्ता के अनुसार है और न ही इन्हें कर्म की अपेक्षा है। अतः यह भाववाच्य का उदाहरण है।

निर्देशानुसार वाच्य परिवर्तन करें

1. मुझसे पत्र नहीं लिखा गया । (कर्तृवाच्य में) 
उत्तर – मैं पत्र नहीं लिख सका ।
2. रहमान पतंग उड़ा रहा है। (कर्मवाच्य में) 
उत्तर – रहमान के द्वारा पतंग उड़ाई जा रही है।
3. हम लोग रोज नहाते हैं। (भाववाच्य में) 
उत्तर – हम लोगों से रोज नहाया जाता है ।
4. कमला द्वारा कल पत्र लिखा जाएगा । (कर्तृवाच्य में) 
उत्तर – कमला कल पत्र लिखेगी।
5. वे इस दुर्दशा को नहीं देख सकते। (भाववाच्य में) 
उत्तर – उनसे यह दुर्दशा नहीं देखी जा सकती।
6. सुरेश नाटक खेलता है। (कर्मवाच्य में)
उत्तर – सुरेश के द्वारा नाटक खेला जाता है।
7. गर्मियों में छत पर सोते हैं। (भाववाच्य में) 
उत्तर – गर्मियों में छत पर सोया जाता है।
8. रोगी से रात भर सोया न गया । (कर्तृवाच्य में) 
उत्तर – रोगी रातभर सो न सका ।
9. फैक्टरी बंद कर दी । (कर्मवाच्य में) 
उत्तर – फैक्टरी बंद कर दी गई ।
10. मुझसे सहा नहीं जाता । (कर्तृवाच्य में)
उत्तर – मैं सह नहीं सकता।
11. उसने भोजन कर लिया है। (कर्मवाच्य में)
उत्तर – उसके द्वारा भोजन कर लिया गया है ।
12. मैं पढ़ नहीं सकता। (कर्मवाच्य में)
उत्तर – मेरे द्वारा पढ़ा नहीं जाता।
13. कछुआ दौड़ नहीं सकता। (भाववाच्य में) 
उत्तर – कछुआ से दौड़ा नहीं जा सकता।
14. धौनी द्वारा शतक लगाया गया । (कर्तृवाच्य में) 
उत्तर – धौनी ने शतक लगाया।
15. राम ने लंका का राज्य विभीषण को दे दिया। (कर्मवाच्य में) 
उत्तर – राम के द्वारा लंका का राज्य विभीषण को दे दिया गया ।
16. कमला द्वारा कल पत्र लिखा जाएगा । (कर्तृवाच्य में) 
उत्तर – कमला कल पत्र लिखेगी।
17. उनसे यह दृश्य नहीं देखा गया । (कर्तृवाच्य में ) 
उत्तर – वे यह दृश्य नहीं देख सके ।
18. वह तख्त पर सोता है। (भाववाच्य में)
उत्तर – उससे तख्त पर सोया जाता है ।
19. तुम अखबार पढ़ते हो। (कर्मवाच्य में) 
उत्तर – तुम्हारे द्वारा अखबार पढ़ा जाता है।
20. मैं घर में नहीं बैठ सकता। (भाववाच्य में) 
उत्तर – मुझसे घर में नहीं बैठा जाता ।
21. मुझसे हँसा नहीं जाता। (कर्तृवाच्य में)
उत्तर – मैं हँस नहीं सकता।
22. वाणी कहानी सुनाती है । (कर्मवाच्य में) 
उत्तर – वाणी द्वारा कहानी सुनाई जाती है।
23. मैं गा नहीं सकता। (भाववाच्य में)
उत्तर – मुझसे गाया नहीं जाता।
24. रामायण मुझसे नहीं पढ़ी जा सकी। (कर्तृवाच्य में) 
उत्तर – मैं रामायण नहीं पढ़ सका।
25. मैंने प्रेमचंद का उपन्यास ‘कर्मभूमि’ पढ़ा । (कर्मवाच्य में)
उत्तर – मेरे द्वारा प्रेमचंद का उपन्यास ‘कर्मभूमि’ पढ़ा गया ।
26. रीमा चित्र बनाती है। (कर्मवाच्य में)
उत्तर – रीमा द्वारा चित्र बनाया जाता है।
27. सुमित द्वारा कविता पढ़ी गई । (कर्तृवाच्य में) 
उत्तर – सुमित ने कविता पढ़ी।
28. सौम्या सुबह को उठ नहीं सकी। (भाववाच्य में) 
उत्तर – सौम्या से सुबह को उठा नहीं जा सका।

निम्नांकित वाक्यों को कर्मवाच्य में बदलें –

1. वह अपनी छोटी-सी दुकान में उपलब्ध गिने-चुने फ्रेमों में से एक नेताजी की मूर्ति पर फिट कर देता था ।
उत्तर – उसके द्वारा अपनी छोटी-सी दुकान में उपलब्ध गिने चुने फ्रेमों से एक नेताजी की मूर्ति पर फिट कर दिया जाता था।
2. हालदार साहब ने चश्मेवाली की देशभक्ति का सम्मान किया ।
उत्तर – हालदार साहब द्वारा चश्मेवाली की देशभक्ति का सम्मान किया गया ।
3.  नेताजी ने देश के लिए अपना सब कुछ त्याग दिया ।
उत्तर – नेताजी द्वारा देश के लिए अपना सब कुछ त्याग दिया गया ।
4. ड्राइवर ने जोर से ब्रेक मारे ।
उत्तर – ड्राइवर द्वारा जोर से ब्रेक मारे गए।
5. पानवाले ने साफ बता दिया था।
उत्तर – पानवाले द्वारा साफ बता दिया गया था ।
6. पानवाला नया पान खा रहा था ।
उत्तर – पानवाला द्वारा नया पान खाया जा रहा था ।

नीचे लिखे वाक्यों को भाववाच्य में बदलें –

1. माँ बैठ नहीं सकती। 
उत्तर – माँ से बैठा नहीं जाता।
2. माँ रो भी नहीं सकती। 
उत्तर – माँ से रोया भी नहीं जाता ।
3. चलो, अब सोते हैं ।
उत्तर – चलो, अब सोया जाए ।
4. मैं देख नहीं सकती।
उत्तर – मुझसे देखा नहीं जाता।
5. अब चलते हैं।
उत्तर – अब चला जाए।

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