NCERT Solutions Class 10Th Science Chemistry – कार्बन एवं उसके यौगिक

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NCERT Solutions Class 10Th Science Chemistry – कार्बन एवं उसके यौगिक

अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

कार्बन एवं उसके यौगिक

1. प्रयोगशाला में बनाया जाने वाला पहला कार्बनिक यौगिक कौन-सा है ?
उत्तर – अमोनियम सायनेट ।
2. किस गैस को मार्श गैस कहते हैं ?
उत्तर – मिथेन ।
3. पेन्टेन से उत्पन्न एल्कोहॉल का आण्विक सूत्र लिखें।
उत्तर – C5H11OH
4. कार्बन की संयोजकता क्या होती है ?
उत्तर – 4
5. कार्बन द्वारा बनाए जाने वाले आबंधों की प्रकृति क्या होती है ?
उत्तर – सहसंयोजक |
6. कार्बन की परमाणु संख्या क्या है ?
उत्तर – 6
7. कार्बन का कौन-सा अपरूप विद्युत का सुचालक होता है ?
उत्तर – ग्रेफाइट ।
8. कार्बन के किस अपरूप की खोज कुछ वर्षों पहले हुई है ?
उत्तर – फुलेरीन।
9. भूपर्पटी में कार्बन की प्रतिशत मात्रा क्या है ?
उत्तर – 0.02%
10. फुलेरीन की संरचना किस प्रकार की होती है ?
उत्तर – फुटबॉल की तरह ।
11. कार्बन के कितने अपररूप हैं ?
उत्तर – दो ।
12. कार्बन के दो प्रमुख अपरूपों का नाम बताएँ ।
उत्तर – हीरा एवं ग्रेफाइट ।
13. तीन कार्बन परमाणुओं वाली ऐल्केन का नाम बताएँ ।
उत्तर – प्रोपेन।
14. इथीन एवं हाइड्रोजन के बीच अभिक्रिया किस उत्प्रेरक की उपस्थिति में कराई जाती है ?
उत्तर – निकेल (Ni) |
15. श्रृंखलन का गुण किन-किन तत्वों में पाया जाता है ?
उत्तर – C, Si, H2.
16. पेन्टेन के कितने समावयवी हैं ?
उत्तर – तीन ।
17. बेंजीन किस प्रकार का हाइड्रोकार्बन है ?
उत्तर – ऐरोमेटिक ।
18. एथेन कौन-सा हाइड्रोकार्बन है ?
उत्तर – संतृप्त ।
19. एथाइन किस प्रकार का हाइड्रोकार्बन है ?
उत्तर – असंतृप्त ।
20. मिथेन किस प्रकार का हाइड्रोकार्बन है ?
उत्तर – संतृप्त ।
21. संकलन अभिक्रिया किस हाइड्रोकार्बन में होता है ?
उत्तर – असंतृप्त ।
22. प्रतिस्थापन अभिक्रिया किस हाइड्रोकार्बन में होता है ?
उत्तर – संतृप्त ।
23. मिथेन एवं क्लोरीन के बीच होने वाली अभिक्रिया को कौन-सी अभिक्रिया कहते हैं ?
उत्तर – प्रतिस्थापन ।
24. ब्यूटेन के कितने समावयव होते हैं ?
उत्तर – दो ।
25. नाइट्रोजन (N2) में उपस्थित आबंध का नाम लिखें ।
उत्तर – N2 में सहसंयोजी (त्रिआबंध) होता है ।
26. ऑक्सीजन परमाणुओं के मध्य उपस्थित बंध का नाम लिखें ।
उत्तर – ऑक्सीजन में सहसंयोजी द्विआबंध होता है।
27. संतृप्त एवं असंतृप्त हाइड्रोकार्बन में कौन अधिक क्रियाशील होते हैं ?
उत्तर – असंतृप्त हाइड्रोकार्बन ।
28. ऐल्कोहॉल की सोडियम के साथ अभिक्रिया में हाइड्रोजन गैस के अतिरिक्त और कौन-सा दूसरा उत्पाद प्राप्त होता है ?
उत्तर – सोडियम एथॉक्साइड (C2H5ONa)
29. एक कार्बनिक यौगिक कालिख ज्वाला के साथ जलता है। क्या यह संतृप्त यौगिक है अथवा असंतृप्त ?
उत्तर – असंतृप्त यौगिक l
30. क्या बनता है जब एथेनॉल को तनु क्षारीय KMnO4 के साथ गर्म किया जाता है ?
उत्तर – एथेनॉइक अम्ल बनता है।
31. हाइड्रोजनीकरण में किस उत्प्रेरक का उपयोग किया जाता है ?
उत्तर – निकेल (Ni)
32. किण्वन प्रक्रिया में कौन-सी गैस निकलती है ?
उत्तर – CO2 गैस ।
33. उत्पन्न गैस का नाम बताएँ जब एथेनॉल सोडियम के साथ अभिक्रिया करती है ।
उत्तर – हाइड्रोजन गैस ।
34. उस प्रक्रिया का नाम बताएँ जिसके द्वारा औद्योगिक रूप से ऐल्कोहॉल का उत्पादन होता है ।
उत्तर – उद्योगों में ऐल्कोहॉल का उत्पादन शीरे के किण्वन द्वारा होता है।
35. IUPAC का पूरा नाम क्या है ?
उत्तर – International Union of Pure and Applied Chemistry
36. साबुन क्या है ?
उत्तर – लम्बी श्रृंखला वाले कार्बोक्सिलिक अम्लों या वसा अम्लों के सोडियम अथवा पोटैशियम लवणों को साबुन कहते हैं ।
37. साबुनीकरण अभिक्रिया क्या है ?
उत्तर – सोडियम हाइड्रॉक्साइड की उपस्थिति में ग्लीसराइडों का जल अपघटन साबुनीकरण कहलाता है।
38. ईस्टरीकरण अभिक्रिया के विपरीत अभिक्रिया को किस नाम से जाना जाता है ?
उत्तर – साबुनीकरण ।
39. साबुन बनाने में कौन-कौन से कच्चे माल आवश्यक हैं ?
उत्तर – जन्तु या वनस्पति वसा, सोडियम हाइड्रॉक्साइड एवं साधारण नमक (NaCl)।
40. अपमार्जक क्या है ?
उत्तर – लम्बी श्रृंखला वाले कार्बोक्सिलिक अम्ल के अमोनियम एवं सल्फोनेट लवण को अपमार्जक कहते हैं ।
41. अपमार्जकों की अपेक्षा साबुन का एक लाभ बताएँ ।
उत्तर – साबुन जल प्रदूषण उत्पन्न नहीं करता है ।
42. ग्लीसराईडस क्या हैं ?
उत्तर – जन्तु या वनस्पति जनित वसा में उपस्थित एस्टर को ग्लीसराइड कहते हैं।
43. मिसेल क्या होता है ?
उत्तर – अपमार्जक या साबुन का आयनित अणु मिसेल कहलाता है ।
44. खाना बनाते समय यदि बर्तन की तली बाहर से काली हो रही है तो इसका क्या अर्थ है ?
उत्तर – ईंधन पूरी तरह से नहीं जल रहा है ।
45. ऐथेन का आणविक सूत्र – C2H6 है। इसमें कितने सहसंयोजन आबंध हैं ?
उत्तर – 7 सहसंयोजक आबंध है।
46. ब्यूटेनॉन, चतुकार्बन यौगिक है इसका प्रकार्यात्मक समूह क्या है ?
उत्तर – कीटोन।
47. कार्बन एवं हाइड्रोजन से बननेवाले यौगिक का नाम लिखें।
उत्तर – हाइड्रोकार्बन ।

लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

1. कार्बन आयनिक यौगिक का निर्माण क्यों नहीं करता है ? दो कारण बताएँ ।
उत्तर – (i) कार्बन परमाणुओं के बीच प्रबल आकर्षण बल नहीं होता है।
(ii) ये यौगिक विद्युत के कुचालक होते
2. कार्बन मुख्यतः सहसंयोजी यौगिक क्यों बनाता है ?
उत्तर – कार्बन की परमाणु संख्या 6 है। इसका इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2, 4 होता है। इसकी बाह्यतम कक्षा के इलेक्ट्रॉन नाभिक के साथ मजबुती से बँधे रहते हैं। अतः कार्बन अपनी बातम कक्षा के इलेक्ट्रॉन का त्याग या ग्रहण कर अक्रिय का गैस जैसी संरचना भी नहीं प्राप्त कर सकता है। अतः कार्बन परमाणु अन्य परमाणुओं के साथ इलेक्ट्रॉन का साझा करके ही अक्रिय गैस जैसी संरचना प्राप्त कर सकता है। इसी कारण कार्बन परमाणु सदा सहसंयोजी बंधन ही बनाता है । अर्थात् कार्बन के यौगिक मुख्यतः सहसंयोजी होते है।
3. सहसंयोजक बंधन क्या है ? सहसंयोजक बंधन बनाने वाले दो यौगिकों के नाम लिखें ।
उत्तर – दो परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रॉन के एक युग्म की साझेदारी के फलस्वरूप बनने वाले आबंध को सहसंयोजी आबंध कहते हैं ।
दो यौगिक – (i) CH4 (मेथेन), (ii) NH3 (अमोनिया) ।
4. सहसंयोजी आबंध वाले यौगिकों के लक्षण लिखें ।
उत्तर – सहसंयोजी यौगिकों के निम्नांकित लक्षण हैं
(i) इनमें क्वथनांक व गलनांक कम होता है ।
(ii) ये सामान्यतः गैस या द्रव अवस्था में होते हैं ।
(iii) ये ऊष्मा और विद्युत के कुचालक होते हैं ।
5. शृंखलन किसे कहते हैं ? किन्हीं दो तत्वों का उदाहरण दें जो शृंखलन द्वारा यौगिकों का निर्माण करते हैं।
उत्तर – कार्बन परमाणु में कार्बन के ही अन्य परमाणुओं के साथ आबंध बनाने की अद्वितीय क्षमता होती है जिससे बड़ी संख्या में अणु बनते हैं। इस गुण को श्रृंखलन कहते हैं । उदाहरण- सिलिकॉन एवं हाइड्रोजन, कार्बन ।
6. कार्बन के दो गुणधर्म कौन-से हैं जिनके कारण हमारे चारों ओर कार्बन यौगिकों की विशाल संख्या दिखाई देती है ?
उत्तर – कार्बन यौगिकों की विशाल संख्या होने के निम्नांकित दो कारण हैं –
(i) कार्बन यौगिकों में श्रृंखलन गुण का होना ।
(ii) कार्बन की चतुःसंयोजकता गुण का होना।
7. संतृप्त यौगिक किसे कहते हैं ?
उत्तर – कार्बन परमाणुओं के बीच केवल एक आबंध से जुड़े कार्बन के यौगिक को संतृप्त यौगिक कहते हैं ।
8. असंतृप्त यौगिक किसे कहते हैं ?
उत्तर – कार्बन परमाणुओं के बीच द्विआबंध अथवा त्रि-आबंध वाले कार्बन के यौगिक को असंतृप्त यौगिक कहते हैं ।
9. विषम परमाणु किसे कहते हैं ?
उत्तर – यौगिकों में हाइड्रोजन को प्रतिस्थापित करने वाले तत्वों के परमाणुओं को विषम परमाणु कहते हैं।
10. निम्न यौगिकों की संरचनाएँ बताएँ –
(i) एथेनॉइक अम्ल (CH3COOH),
(ii) ब्रोमोपेन्टेन (C5H11 Br),
(iii) ब्यूटेनोन (C2H5COCH3),
(iv) हेक्सेनैल (C5H11CHO)
क्या ब्रोमोपेन्टेन के संरचनात्मक समावयव संभव हैं ?
उत्तर –
ब्रोमोपेन्टेन के संरचनात्मक समावयव संभव है।
11. निम्न यौगिकों के संरचनात्मक सूत्र लिखें –
(i) प्रोपेनॉइक अम्ल (C2H5COOH), (ii) प्रोपेनॉल (C3H7OH), (iii) साइक्लो पेन्टेन (C5H10)
उत्तर –
12. निम्न यौगिकों का नामकरण कैसे करेंगे ?
उत्तर – (i) CH3CH2Br (ब्रोमोएथेन)
(ii) HCHO (मेथेनैल)
(iii) CH3CH2CH2CH2CH2CH (हेक्साइन)
13. साइक्लोपेन्टेन का सूत्र तथा इलेक्ट्रॉन बिंदु संरचना क्या होंगे ?
उत्तर – साइक्लोपेन्टेन का सूत्र C5H10 की इलेक्ट्रॉन बिंदु संरचना निम्न है—
14. निम्न का IUPAC नाम लिखें –
(i) ऐसिटोन,
(ii) मिथाइल ब्रोमाइड,
(iii) एसिटिक अम्ल ।
उत्तर – (i) प्रोपेनोन,
(ii) ब्रोमो मेथेन,
(ii) एथेनॉइक अम्ल ।
15. कार्बन एवं उसके यौगिकों का उपयोग अधिकतर कार्यों में ईंधन के रूप में क्यों किया जाता है ?
उत्तर – कार्बन और उसके यौगिकों का उपयोग ईंधन के रूप में होता है इसके निम्नांकित कारण है –
(i) दहन के फलस्वरूप अत्यधिक मात्रा में ऊष्मा देते हैं ।
(ii) कार्बन और हाइड्रोजन की प्रतिशत मात्रा अधिक होने के कारण इसका सामान्य ज्वलन ताप होता है।
(iii) इनका रखरखाव आसान होता है ।
(iv) इसके दहन पर नियंत्रित किया जा सकता है।
16. ऑक्सीकारक किसे कहते हैं ? किन्हीं दो ऑक्सीकारकों के नाम लिखें।
उत्तर – वे पदार्थ जिसमें अन्य पदार्थों को ऑक्सीजन देने की क्षमता होती है, उन्हें ऑक्सीकारक कहते हैं ।
ऑक्सीकारक- (i) KMnO4, (ii) K2Cr2O7.
17. ऑक्सीजन तथा एथाइन के मिश्रण का दहन वेल्डिंग के लिए किया जाता है। क्या आप बता सकते हैं कि एथाइन तथा वायु के मिश्रण का उपयोग क्यों नहीं किया जाता है ?
उत्तर – एथाइन ऑक्सीजन में जलकर ऑक्सी ऐसीटिलीन ज्वाला उत्पन्न करती है जिसका ताप 3000°C होता है। इसलिए इसका उपयोग वेल्डिंग के लिए किया जाता है।
2 C2H2 + 5O2 → 4 CO2 + 2H2O + ऊष्मा
एथाइन को वायु के साथ मिश्रित करने से दहन के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है, क्योंकि वायु में नाइट्रोजन, कार्बन डाइऑक्साइड इत्यादि गैस मिली रहती हैं जो ऑक्सीजन के आपूर्ति को बाधित करती हैं। इसलिए एथाइन के दहन के लिए वायु का उपयोग नहीं करते हैं ।
18. मिथेन, ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया के फलस्वरूप कौन-से उत्पाद बनाते हैं ? इस अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण लिखें । यह किस प्रकार की अभिक्रिया का उदाहरण है ?
उत्तर – उत्पाद- कार्बन डाइऑक्साइड एवं जल,
समीकरण- CH4 + O2 → CO2 + H2O + ऊष्मा एवं प्रकाश
अभिक्रिया का नाम – ऑक्सीकरण |
19. विकृतिकृत ऐल्कोहॉल से क्या तात्पर्य है ? ऐल्कोहॉल को विकृतिकृत करने की क्यों आवश्यकता पड़ती है ?
उत्तर – विकृतिकृत ऐल्कोहॉल- जब एथेनॉल में मैथेनॉल, पिरीडीन अथवा कॉपर सल्फेट जैसे विषाक्त पदार्थ मिला दिया जाता है तब ऐसे ऐल्कोहॉल को विकृतिकृत ऐल्कोहॉल कहते हैं।
ऐल्कोहॉल को विकृतिकृत करने का मुख्य उद्देश्य इसके पीने के दुरुपयोग पर रोक लगाना है।
20. एथेनॉल के भौतिक गुण लिखें।
उत्तर – एथेनॉल के भौतिक गुण –
(i) शुद्ध एथेनॉल रंगहीन द्रव है।
(ii) इसका क्वथनांक 351 K है।
(iii) यह पानी के सभी अनुपात में पूर्णतः विलेय है।
21. एथेनॉल के तीन उपयोगों को लिखें ।
उत्तर – (i) टिंचर आयोडिन,
(ii) कफ सीरप,
(iii) टॉनिक के निर्माण में ।
22. सजीव प्राणियों पर ऐल्कोहॉल का क्या प्रभाव पड़ता है ?
उत्तर – जब अधिक मात्रा में एथेनॉल का सेवन किया जाता है तो इससे उपापचयी प्रक्रिया धीमी हो जाती है। केंद्रीय तंत्रिका तंत्र कमजोर हो जाता है। इसके फलस्वरूप समन्वय की कमी, मानसिक दुविधा, उनींदापन, सामान्य अर्न्तबाध का कम हो जाना एवं भावशून्यता आती है। यद्यपि व्यक्ति राहत महसूस करता है लेकिन उसे पता नहीं चल पाता कि उसके सोचने, समझने की क्षमता तथा मांसपेशी बुरी तरह प्रभावित हुई है। एथेनॉल के विपरीत मेथेनॉल की थोड़ी सी भी मात्रा लेने से मृत्यु हो सकती है। यकृत में मेथेनॉल आक्सीकृत होकर मेथेनैल बन जाता है। मेथेनौल यकृत की कोशिकाओं के घटकों के साथ शीघ्र अभिक्रिया करने लगता है। इससे प्रोटोप्लाज्म उसी प्रकार स्कंदित हो जाता है जिस प्रकार पकाने पर अंडा स्कंदित होता है। मेथेनैल चाक्षुष तंत्रिका को भी प्रभावित करता है जिससे व्यक्ति अंधा हो सकता है।
23. एथेनॉइक अम्ल के गुण लिखें ।
उत्तर – (i) एथेनॉइक अम्ल रंगहीन-तीव्र गंध वाला द्रव पदार्थ है।
(ii) इसका क्वथनांक 391K होता है।
(ii) पानी के साथ सभी अनुपात में विलय है ।
24. एथेनॉइक अम्ल के कोई तीन उपयोग लिखें ।
उत्तर – (i) पेय पदार्थों, जैसे- सिरके में तथा ठंडे पेय पदार्थों में।
(ii) दवाओं के निर्माण में, जैसे- एस्पिरिन ।
(iii) एस्टर बनाने में ।
25. प्रयोग द्वारा आप ऐल्कोहॉल एवं कार्बोक्सिलिक अम्ल में कैसे अंतर कर सकते है ?
उत्तर – (i) ऐल्कोहॉल का लिटमस पत्र पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है जबकि कार्बोक्सिलिक अम्ल नीले लिटमस पत्र को लाल कर देता है ।
(ii) ऐल्कोहॉल Na2CO3 से अभिक्रिया नहीं करती है जबकि कार्बोक्सिलिक अम्ल Na2CO3 से अभिक्रिया कर CO2 गैस देता है।
26. एथेनोइक अम्ल को ग्लैशियल ऐसिटिक अम्ल क्यों कहते हैं ?
उत्तर – शुद्ध एथेनोइक अम्ल ठंडे दिनों में 290K पर जम जाता है। इस कारण से इसे ग्लैशियल ऐसिटिक अम्ल कहते हैं ?
27. (i) एथेनोइक अम्ल का साधारण नाम क्या है ?
(ii) एथेनोइक अम्ल के 5-8% विलयन को क्या कहा जाता है ?
(iii) इस अम्ल का द्रवणांक क्या है ?
उत्तर – (i) ऐसीटिक अम्ल ।
(ii) सिरका ।
(iii) 290K (17°C).
28. (i) सिरका किसे कहते हैं ?
(ii) दैनिक जीवन में सिरका का उपयोग क्या है ?
(iii) ग्लैसियल एसीटिक अम्ल क्या है ?
उत्तर – (i) ऐसीटिक अम्ल के 5-8% विलयन को सिरका कहते हैं ।
(ii) खाद्य पदार्थों, सॉसेजो, अचारों आदि के परिरक्षण के रूप में ।
(ii) शुद्ध एथेनोइक अम्ल ठंडे दिनों में लगभग 16.7°C पर जम जाता है। इसे ग्लैशियल ऐसिटिक अम्ल कहते हैं ।
29. कपड़े धोने के लिए साबुन की अपेक्षा अपमार्जकों को क्यों अच्छा मानते हैं ?
उत्तर – अपमार्जक कठोर जल से अप्रभावित रहकर अच्छी धुलाई करते हैं, इसलिए इन्हें साबुन से अच्छा मानते हैं। साबुन कठोर जल में उपस्थित Ca++ और Mg++ से क्रिया करके झाग बनाते हैं अतः अच्छी धुलाई नहीं कर पाते हैं ।
30. साबुन कठोर जल में झाग क्यों नहीं देता है ?
उत्तर – कठोर जल में कैल्सियम (Ca2+) या मैग्नीशियम (Mg2+) के विलेय सल्फेट क्लोराइड बाइकार्बोनेट लवण उपस्थित रहते है। जब साबुन कठोर जल के संपर्क में आता है, तो साबुन में उपस्थित वसा अम्ल का सोडियम लवण कैल्सियम या मैग्नीशियम लवणों से अभिक्रिया करता है जिसके फलस्वरूप वसा अम्ल का अविलेय कैल्सियम या मैग्नीशियम लवण बनाता है, जो अवक्षेप के रूप में पृथक हो जाता है। जल में सोडियम के बाइकार्बोनेट सल्फेट आदि शेष रह जाते है। इन्हीं कारणों से साबुन कठोर जल में झाग उत्पन्न नहीं करता है ।
31. साबुन कठोर जल के साथ अच्छी धुलाई क्यों नहीं देते हैं ?
उत्तर – कठोर जल में Ca2+ या Mg2+ आयन होते हैं जो साबुन से क्रिया करके झाग बनाते हैं। इसलिए साबुन कम झाग उत्पन्न करता है और अधिकांश साबुन बेकार चला जाता है।
32. साबुन क्या है ? साबुन के निर्माण के लिए आवश्यक कच्चे पदार्थों के नाम लिखें।
उत्तर – लंबी श्रृंखला वाले कार्बोक्सिल अम्लों या उच्च वसा अम्लों के सोडियम एवं पोटैशियम लवण है ।
साबुन के निर्माण के लिए कच्चे पदार्थ –
(i) वनस्पति तेल या वसा,
(ii) NaCl,
(iii) सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH)।
33. जल का कोई नमूना कठोर है या मृदु यह जानने के लिए आप साबुन और डिटरजेंट में किसका चुनाव करेंगे और क्यों ?
उत्तर – साबुन का, क्योंकि साबुन कठोर जल के साथ आसानी से झाग उत्पन्न नहीं करता है जबकि डिटरजेंट कठोर एवं मृदु जल के साथ आसानी से झाग उत्पन्न करता है।
34. मक्खन एवं खाना बनाने वाले तेल के बीच रासायनिक अंतर समझने के लिए एक परीक्षण बताएँ ।
उत्तर – मक्खन संतृप्त हाइड्रोकार्बन है जबकि खाद्य तेल असंतृप्त हाइड्रोकार्बन है। इस अंतर को निम्न प्रकार प्रदर्शित किया जा सकता है-
(i) थोड़े से मक्खन को गर्म करके उसमें कुछ बूँदें ब्रोमीन जल डालते हैं। ब्रोमीन जल का रंग नहीं उड़ता । इससे यह पता चलता है कि मक्खन संतृप्त कार्बनिक यौगिक है।
(ii) खाद्य तेल में कुछ बूँदें ब्रोमीन जल की डालकर हिलाते हैं। कुछ समय बाद ब्रोमीन जल का रंग उड़ जाता है। इससे यह पता चलता है कि खाद्य तेल असंतृप्त कार्बनिक यौगिक है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर

1. किसी कार्बनिक यौगिक का नामकरण किस प्रकार किया जाता है ? 
उत्तर – (i) यौगिक में कार्बन परमाणुओं की संख्या ज्ञात करते हैं।
(ii) प्रकार्यात्मक समूह की उपस्थिति में इसको पूर्वलग्न अथवा अनुलग्न के साथ यौगिक के नाम में दर्शाया जाता है ।
(iii) यदि प्रकार्यात्मक समूह का नाम पूर्वलग्न के आधार पर दिया जाना हो तो कार्बन श्रृंखला के नाम से अंत का ‘e’ हटाकर उसमें समुचित अनुलग्न लगाकर संशोधित करते हैं ।
जैसे – कीटोन समूह की तीन कार्बन वाली श्रृंखला को निम्न विधि से नाम दिया जाएगा
Propane -e -= Propan + one = Propanone
(iv) असंतृप्त कार्बन श्रृंखला में कार्बन श्रृंखला के नाम में दिए गए अंतिम one को ene या yne से प्रतिस्थापित करते हैं।
जैसे- द्विआबंध वाली तीन कार्बन की श्रृंखला प्रोपीन कहलाएगी।
2. कार्बन अत्यधिक यौगिकों की रचना किस कारण करता है ? 
अथवा, कार्बन के अत्यधिक यौगिकों के निर्माण का कारण दें। 
उत्तर – कार्बन के अत्यधिक यौगिकों की रचना करने के कारण अनेक हैं जिनमें प्रमुख निम्नांकित हैं –
(i) कार्बन यौगिकों में श्रृंखलन गुण का होना ।
(ii) कार्बन की चतुः संयोजकता गुण का होना ।
(iii) कार्बन के परमाणु आपस में तथा दूसरे तत्व के परमाणुओं के साथ एकलबंध, द्विबंध अथवा त्रिबंध से जुड़े रहते हैं ।
जैसे – C – C, C = C, C = C, N – C, N = C, N= C इत्यादि ।
(iv) कार्बन के यौगिक समावयता प्रदर्शित करते हैं ।
3. हाइड्रोकार्बन क्या है ? संतृप्त और असंतृप्त हाइड्रोकार्बन में अंतर लिखें।
उत्तर – हाइड्रोजन एवं कार्बन से बने यौगिक को हाइड्रोकार्बन कहते हैं । संतृप्त हाइड्रोकार्बन और असंतृप्त हाइड्रोकार्बन में अंतर –
4. ऐल्काइन क्या है ? इसका सामान्य रासायनिक सूत्र लिखें। सबसे सरल ऐल्काइन का नाम तथा इलेक्ट्रॉनिक संरचना लिखें । इस ऐल्काइन का उपयोग बताएँ ।
उत्तर – वैसे असंतृप्त हाइड्रोकार्बन जिनमें दो कार्बन परमाणु आपस में त्रिबंध द्वारा जुड़े रहते हैं उसे ऐल्काइन कहते हैं ।
ऐल्काइन (एथाइन) का उपयोग –
(i) कच्चे फलों को कृत्रिम रूप से पकाने में,
(ii) ऑक्सी एसीटाइलीन ज्वाला उत्पन्न कर धातुओं को बेल्डींग करने में ।
5. ऐल्कीन क्या है ? इसका सामान्य रासायनिक सूत्र लिखें । तीन कार्बन परमाणु वाले एक ऐल्कीन का संरचना सूत्र लिखें । 
उत्तर – वैसे असंतृप्त हाइड्रोकार्बन जिनमें दो कार्बन परमाणु आपस में द्विबंध द्वारा जुड़े रहते हैं उसे ऐल्कीन कहते हैं ।
सामान्य सूत्र – CnH2n
तीन कार्बन परमाणु वाले ऐल्कीन का संरचना सूत्र-
6. एथेनॉल एवं एथेनॉइक अम्ल में विभेद करें । 
उत्तर – एथेनॉल एवं एथेनॉइक अम्ल में विभेद-
7. निम्न यौगिकों के नाम दें – 
(i) एथेन से व्युत्पन्न एक एल्डिहाइड,
(ii) ब्यूटेन से व्युत्पन्न एक कीटोन,
(iii) मेथेन से व्युत्पन्न एक ऐल्कोहॉल,
(iv) प्रोपेन से व्युत्पन्न एक कार्बोक्सिलिक अम्ल,
(v) एथेनॉल के क्षारीय पोटैशियम परमैंगनेट के साथ उपचयन (ऑक्सीकरण) प्राप्त यौगिक ।
उत्तर – (i) एथेनैल (CH3CHO),
(ii) ब्यूटेनोन (C2H5COCH3),
(iii) मेथेनॉल (CH3OH),
(iv) प्रोपेनॉइक अम्ल (C2H5COOH),
(v) एथेनॉइक अम्ल (CH3COOH) |
8. समावयवता किसे कहते हैं ? ब्यूटेन एवं पेन्टेन के समावयवों के नाम एवं संरचनात्मक सूत्र लिखें।
उत्तर – समावयवता- ऐसे विभिन्न यौगिक जिनका अणुसूत्र समान हो लेकिन संरचना सूत्र भिन्न-भिन्न हो, संरचनात्मक समावयन अर्थात् समावयव कहलाते है और इस घटना क्रम को समावयवता कहते हैं ।
ब्यूटेन (C4H10) के समावयवों के नाम एवं संरचनात्मक सूत्र –
9. X एक कार्बनिक यौगिक है। जिसमें कार्बन के दो परमाणु हैं। यह कमरे के ताप पर द्रव होता है और इसका उपयोग टिंचर आयोडीन, कफसीरप आदि में होता है – 
(i) X का IUPAC नाम तथा रासायनिक सूत्र लिखें।
(ii) X से इथीन कैसे बनाएँगे ? रासायनिक समीकरण के साथ लिखें। ?
(iii) X में कितने सहसंयोजी आबंध
उत्तर – (i) एथेनॉल, C2H5OH
(ii) एथेनॉल को 443K ताप पर आधिक्य H2SO4 अम्ल के साथ गर्म करने पर एथीन बनता है।
10. मिसेल क्या है ? जब साबुन को जल में डाला जाता है तो मिसेल का निर्माण क्यों होता है? क्या एथेनॉल जैसे दूसरे विलायकों में भी मिसेल का निर्माण होगा ? 
उत्तर – मिसेल- साबुन को जल में घोलने पर साबुन के कण परस्पर एकत्रित होकर गुच्छों का रूप धारण कर लेते हैं। जिसमें लम्बी कार्बन श्रृंखला वाला भाग आंतरित हिस्से में होता है और आयनिक भाग सतह पर होता है इस संरचना को मिसेल कहते हैं ।
साबुन के अणु के दो मुख्य भाग हैं- एक जल रागी और दूसरा जल विरागी भाग । कार्बन शृंखला वाला भाग जल विरागी होता है और आयनिक भाग जिसमें सोडियम या पोटैशियम परमाणु होता है वह जल रागी होता है। यह जब पानी, जैसे ध्रुवीय विलायक में डाले जाते हैं तब अपने आवेशित भाग के कारण जलरागी भाग बाहर (जल की ओर) होता है । इस प्रकार मिसेल बनते हैं। एथेनॉल एक अध्रुवीय विलायक है, अतः इसमें जलरागी भाग के लिए आकर्षण भी नहीं होता है। अतः एथेनॉल में साबुन घोलने पर मिसेल नहीं बनेंगे।
11. रासायनिक संघटन के आधार पर साबुन और अपमार्जक में अंतर लिखें। 
उत्तर – रासायनिक संघटन के आधार पर साबुन और अपमार्जक में अंतर –
12. साबुन की सफाई प्रक्रिया की क्रियाविधि समझाएँ । 
उत्तर – साबुन के अणु ऐसे होते हैं जिनके दोनों सिरों के विभिन्न गुणधर्म होते हैं। जल में विलेय एक सिरे को जलरागी कहते हैं तथा हाइड्रोकार्बन में विलेय दूसरे सिरे को जलविरागी कहते हैं । जब साबुन जल की सतह पर होता है तब इसके अणु अपने को इस प्रकार व्यवस्थित कर लेते हैं कि इसका आयनिक सिरा जल के अंदर होता है जबकि हाइड्रोकार्बन पूँछ (दूसरा छोर) जल के बाहर होती है। जल के अंदर इन अणुओं की एक विशेष व्यवस्था होती है
जिससे इसका हाइड्रोकार्बन सिरा जल के बाहर बना होता है। ऐसा अणुओं का बड़ा गुच्छा बनने के कारण होता है जिससे जलविरागी पूँछ गुच्छे के आंतरिक हिस्से में होती है जबकि उसका आयनिक सिरा गुच्छे की सतह पर होता है । इस संरचना को मिसेल कहते हैं । मिसेल के रूप में साबुन स्वच्छ करने में सक्षम होता है क्योंकि तैलीय मैल मिसेल के केंद्र में एकत्र हो जाते हैं । मिसेल विलयन में कोलॉइड के रूप में बने रहते हैं तथा आयन-आयन विकर्षण के कारण वे अवक्षेपित नहीं होते।
इस प्रकार साबुन का मिसेल मैल को पानी में घुलाने में मदद करता है और हमारे कपड़े साफ हो जाते हैं ।

चित्रात्मक प्रश्नोत्तर

1. दिए गए चित्र में (a) तथा (b) को नामांकित करें-
उत्तर – (a) तेल की बूंदे
(b) Na+.
2. दिए गए चित्र में (a) तथा (b) को नामांकित करें-
उत्तर – (a) जलरागी सिरा,
(b) जलविरागी सिरा ।
3. दिए गए चित्र में एस्टरीकरण की प्रक्रिया दर्शायी गई है। इसमें रिक्त स्थान (a), (b), (c), (d) तथा (e) पूरा करें-
उत्तर – (a) बीकर,
(b) जल,
(c) तार की जाली,
(d) बर्नर,
(e) त्रिपाद बैठकी।

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