NCERT Solutions Class 10Th Social Science Chapter – 7 राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ (भूगोल – समकालीन भारत -2)
NCERT Solutions Class 10Th Social Science Chapter – 7 राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ (भूगोल – समकालीन भारत -2)
अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ
1. परिवहन क्यों आवश्यक है ?
उत्तर – परिवहन किसी देश की अर्थव्यवस्था का आधार होता है। परिवहन आवागमन का साधन होता है। यह कृषि और उद्योग, व्यापार और संचार के विकास में सहायक होता है । यह किसी देश के आंतरिक और बाहरी सुरक्षा में सहायक होता है।
2. परिवहन के चार साधनों के नाम लिखें।
उत्तर – परिवहन के चार साधन –
(क) सड़क परिवहन, (ख) रेल परिवहन, (ग) वायु परिवहन, (घ) जल परिवहन l
3. जीवन के लिए संचार के साधन क्यों आवश्यक हैं ?
उत्तर – संचार किसी भी व्यक्ति की दूसरे व्यक्ति से बातचीत करने में सहायक होता है। यह देश-विदेश की खबरों को लोगों तक पहुँचाता है। यह परिवहन, उद्योग तथा व्यापार के विकास में सहायक होता है। किसी देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा में सहायक होता है। यह लोगों के मनोरंजन का प्रमुख साधन है। इन सभी कारणों से यह जीवन के लिए जरूरी हो जाता
है ।
4. संचार के चार साधनों के नाम बताएँ ।
उत्तर – संचार के चार साधन
(क) टेलीविजन, (ख) रेडियो, (ग) समाचार-पत्र, (घ) डाक।
5. जन संचार क्या है ?
उत्तर – संचार के कुछ साधनों द्वारा सूचना को बहुत से लोगों तक एक साथ पहुँचाया जा सकता है। इसे जनसंचार कहते हैं। जैसे- रेडियो, टेलीविजन, समाचार पत्र आदि ।
6. भारत के विशाल मैदानों में रेलमार्गों का जाल हिमालय के पर्वतीय क्षेत्रों से अधिक क्यों है ?
उत्तर – हिमालय पर्वतीय क्षेत्र काफी दुर्गम क्षेत्र है जहाँ पर्वत की चट्टानों को काटकर तथा घाटियों को भरकर रेल लाइनें बिछाना काफी महँगा भी है और कठिन भी । भारत का मैदानी भाग समतल प्राय है जहाँ रेलमार्ग महत्त्वपूर्ण योगदान देता है। यह लोगों के आवागमन का प्रमुख साधन है।
7. आज भारतीय रेलों के सामने कौन-कौन सी समस्याएँ हैं ?
उत्तर – बिना टिकट यात्रा करना, जंजीर खींचकर रेलगाड़ी को बार-बार रोकना जिससे रेलगाड़ी का निश्चित समय में निश्चित स्थान पर पहुँचने में देर होना, रेलवे संपत्ति का. दुरुपयोग एवं चोरी करना आदि ।
8. पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस के परिवहन में पाइपलाइनों के लाभ बताएँ ।
उत्तर – (क) पाइप लाइनों द्वारा कच्चा तेल दूर स्थित तेल शोधक कारखानों तक तथा प्राकृतिक गैस उर्वरकों के कारखानों तक आसानी से पहुँचाया जा सकता है।
(ख) पाइप लाइनों द्वारा परिवहन से पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस की बर्बादी की कम संभावना रहती है ।
9. राष्ट्रीय महामार्ग क्या है ?
उत्तर – एक राज्य से दूसरे राज्य को मिलाने वाले सड़क मार्गों को राष्ट्रीय महामार्ग कहते हैं। इनके निर्माण तथा देखभाल की जिम्मेदारी केंद्रीय सरकार की होती है।
10. एक्सप्रेस राष्ट्रीय महामार्ग किसे कहते हैं ?
उत्तर – सरकार ने 4 से 6 लाइनों वाले सड़क मार्ग बनाने की योजना बनायी है। इन सड़कों को राष्ट्रीय सुपर महामार्गों का नाम दिया गया है। इसका उद्देश्य लंबी दूरी की यात्रा को तीव्र तथा सुरक्षित बनाना है।
11. स्वर्णिम चतुर्भुज एक्सप्रेस महामार्ग से जोड़े जाने वाले नगरों के नाम बताएँ ।
उत्तर – स्वर्णिम चतुर्भुज सुपर महामार्ग से जोड़े जाने वाले नगरों में दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई और कोलकाता हैं
12. भारत के किन्हीं चार अन्तर्राष्ट्रीय वायुपत्तनों के नाम बताएँ l
उत्तर – भारत के चार अन्तर्राष्ट्रीय वायुपत्तन –
(क) दिल्ली, (ख) कोलकाता, (ग) मुम्बई और (घ) चेन्नई।
13. भारत के पूर्वी तट पर स्थित प्रमुख समुद्री पत्तनों के नाम बताएँ ।
उत्तर – भारत के पूर्वी तट पर स्थित प्रमुख समुद्री पत्तन
(क) कोलकाता, (ख) हल्दिया, (ग) पारांदीप, (घ) काकीनाड़ा, (च) चेन्नई, (छ) तूतीकोरिन । (ङ) विशाखापट्टनम,
14. भारत के दो अन्तःस्थलीय जलमार्गों के नाम बताएँ ।
उत्तर – भारत के दो अन्तःस्थलीय जलमार्ग –
(क) गंगा नदी में इलाहाबाद से हल्दिया तक,
(ख) ब्रह्मपुत्र नदी में सादिया से घुबरी तक ।
15. उन राज्यों के नाम बताएँ जिनमें मुरमूगाँव, न्यू- मंगलौर, पारादीप और तूतीकोरिन पत्तन स्थित हैं ?
उत्तर – मुरमूगाँव का पत्तन गोवा, न्यू- मंगलौर का कर्नाटक, पारादीप का उड़ीसा और तूतीकोरिन का पत्तन तमिलनाडु राज्य में स्थित हैं।
16. अनुकूल व्यापार संतुलन का अर्थ समझाएँ । भारत का विदेशी व्यापार संतुलन कैसा है ?
उत्तर – जब किसी देश में आयात से अधिक निर्यात हो तो उसे अनुकूल व्यापार संतुलन कहा जाता है। भारत का विदेशी व्यापार असंतुलित अर्थात् विपक्ष में है।
17. रेलवे के किन्हीं तीन क्षेत्रों के नाम उनके मुख्यालयों के नाम के साथ बताएँ ।
उत्तर – क्षेत्र – मुख्यालय
(क) उत्तरी रेलवे – नई दिल्ली
(ख) दक्षिण पूर्वी रेलवे – कोलकाता
(ग) दक्षिणी रेलवे – चेन्नई
18. भारत के तीन रेल-गेज कौन से हैं ?
उत्तर – (क) बड़े गेज के रेल मार्ग = 1.675 मीटर चौड़े,
(ख) मीटर गेज के रेलमार्ग = 1 मीटर चौड़े,
(ग) संकरी गेज के रेलमार्ग = 0.762 और 0.610 मीटर चौड़े।
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ
1. सड़क परिवहन के तीन गुण बताएँ ।
उत्तर – सड़क परिवहन के अपने विशेष गुण हैं जो रेल परिवहन से तुलना करने पर सामने आते हैं
(क) यह रेल परिवहन से कहीं बेहतर होता है क्योंकि यह बहुत अधिक लचीला होता है। इसके द्वारा आप निर्माता के द्वार से उपभोक्ता के घर तक पहुँच सकते हैं।
(ख) हमारे देश के बहुत से पहाड़ी भाग ऐसे भी हैं जैसे कश्मीर, असम आदि जहाँ करेलें अभी तक न के बराबर हैं। ऐसे स्थानों में सड़क परिवहन का महत्व और भी बढ़ जाता है।
(ग) सड़क यातायात रेलों द्वारा लाए गए सामान को भी नियत स्थानों पर पहुँचाता है।
2. आजकल रेलें इतनी महत्त्वपूर्ण क्यों हैं ?
अथवा, रेल परिवहन कहाँ पर अत्यधिक सुविधाजनक परिवहन साधन है तथा क्यों ?
उत्तर – वर्तमान समय की अर्थव्यवस्था में उद्योगों और व्यापार का तेजी से विकास हुआ है। इन दोनों का विकास बिना रेलमार्ग के नहीं हो सकता है। कृषि से संबंधित वस्तुओं को उद्योगों तक तथा लोगों तक पहुँचाने में रेलमार्ग की भूमिका महत्त्वपूर्ण ह्येती है। यह लोगों के आवागमन का प्रमुख साधन है।
3. सीमांत सड़कों का महत्व बताएँ ।
उत्तर – सीमांत सड़कों का महत्व –
(क) ये सड़कें सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले विशेषकर अगली चौकियों की रखवाली करने वाले सैनिकों की प्रतिदिन की आवश्यकताओं को पूरा करने में बड़ी सहायक सिद्ध होती है ।
(ख) युद्ध के समय इन्हीं सड़कों से फौजियों को लड़ाई का सामान खाद्य सामग्री तथा अन्य सहायता पहुँचाई जा सकती है।
4. व्यापार से आप क्या समझते हैं ? स्थानीय (राष्ट्रीय) व अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में अंतर स्पष्ट करें।
उत्तर – व्यापार- लोगों के मध्य वस्तुओं का क्रय-विक्रय जो राज्यों और देश के आंतरिक क्षेत्रों में होता है व्यापार कहलाता है ।
स्थानीय या राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में अन्तर – स्थानीय या राष्ट्रीय व्यापार उस व्यापार को कहते हैं जहाँ चीजों की अदला-बदली देश के अन्दर ही होती है जैसे- एक प्रदेश में चीजों का लाना- ले जाना। इसमें अपने देश की ही मुद्रा चलती है।
इसके विपरीत जब चीजों की अदला-बदली विश्व के विभिन्न राज्यों में आपस में होती है तो उसे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कहते हैं जैसे पटसन के सामान को भारत द्वारा अन्य देशों को भेजना। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में विदेशी मुद्रा की आवश्यकता पड़ती है।
5. भारत के तीन पाइपलाइनों के महत्त्वपूर्ण परिवहन जाल का ब्यौरा देते हुए पाइपलाइन व्यवस्था का वर्णन करें ।
उत्तर – भारत में फैले हुए तीन पाइपलाइनों के महत्त्वपूर्ण परिवहन जाल का वर्णन निम्नांकित रूप में किया जा सकता है –
(क) ऊपरी असम तेल क्षेत्र से लेकर उत्तर प्रदेश में कानपुर तक — यह पाइपालाइन गुवाहाटी, बरौनी और इलाहाबाद होकर जाती हैं। इसकी शाखाएँ बरौनी से राजबंध होकर हल्दिया, राजबंध से मौरीग्राम तथा सिलीगुड़ी से गुवाहाटी तक फैली हैं।
(ख) गुजरात में सलाया से लेकर पंजाब में जालंधर तक यह पाइपलाइन वीरमगाम, मथुरा, दिल्ली-पानीपत होकर जाती हैं। इसकी शाखाएँ कोयली (वदोदरा के निकट) चाकशू और अन्य स्थानों को जोड़ती हैं।
(ग) गुजरात में हजीरा से लेकर उत्तर प्रदेश में जगदीशपुर तक गैस पाइपलाइन– यह गैस पाइपलाइन मध्य प्रदेश में बिजयपुर होकर जाती हैं। इसकी शाखाएँ कोटा, (राजस्थान) शाहजहाँपुर तथा उत्तर बासीन भी पाइपलाइन से जुड़े हैं।
इनके अलावा दो पाइपलाइन और भी हैं जो मुंबई हाई और मुंबई के बीच तथा मुंबई और पूना के बीच हैं।
कांडला और पानीपत, कांडला और बीना, मुंबई से मनमाड, विशाखापत्तनम से विजयवाड़ा तथा मंगलौर से बंगलौर होकर चेन्नई तक पाइपलाइन बिछाने के प्रस्ताव हैं।
6. जल परिवहन, सड़क परिवहन से सस्ता क्यों है ? दो कारण बताएँ ।
उत्तर – जल परिवहन का सड़क परिवहन से सस्ता होने के कारण –
(क) जल परिवहन में टायरों आदि की इतनी घिसाई नहीं होती जिंतनी सड़क पर चलने से होती है ।
(ख) जितने तेल (पेट्रोल या डीजल) से सड़क पर जितनी दूरी पर जाया जा सकता है पानी में उतने तेल से ही कहीं अधिक दूरी तक जाया जा सकता है क्योंकि पानी नौका को स्वयं ऊपर उठाए रखता है।
(ग) पानी पर चलने वाले वाहनों के दुर्घटना की भी कम सम्भावना होती है जबकि सड़क पर चलने वाले वाहनों में दुर्घटना एक आम चीज है।
7. रेलवे की समस्याओं का वर्णन करें ।
उत्तर – भारत में रेलवे की निम्नांकित समस्याएँ हैं
(क) रेलवे की पटरियाँ पुरानी हो गयी है, उनको प्रतिस्थापित करने की समस्या है ।
(ख) रेलवे के मालवाहक तथा सवारी डिब्बे पुराने हो गये हैं। उनके स्थान पर मरम्मत किए गए या नये डिब्बों की आवश्यकता हैं
(ग) भाप से चलने वाले इंजनों के स्थान पर डीजल तथा विद्युतीकृत इंजनों के लाने का कार्य एक विकट समस्या है।
(घ) पटरियों को एक गेज में बदलना बहुत बड़ी समस्या है।
(ङ) रेलमार्गों को विद्युतीकृत करना भारी समस्या बन गया है क्योंकि इस काम के लिए भारी धन राशि चाहिए ।
(च) भारी संख्या में रोजाना यात्री बिना टिकट यात्रा करते हैं। इससे प्रतिदिन काफी आर्थिक हानि होती है ।
(छ) अनावश्यक चैन खींचकर लोग रेलगाड़ियों को लेट कर देते हैं जिससे रेल व्यवस्था पर दुष्प्रभाव पड़ता है ।
(ज) रेल रोको आदि आंदोलन से रेलवे को भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
(झ) रेलवे सम्पदा की चोरी तथा बर्बादी होती है ।
(ञ) रेलवे के द्वारा माल ढोये जाने में देरी की समस्या विकराल रूप धारण कर रही है।
8. भारत की विभिन्न प्रकार की सड़कों का वर्णन करें।
उत्तर – भारत में सड़कें विभिन्न प्रकार की हैं। सड़कों को राष्ट्रीय महामार्ग, राज्य मार्ग जिलें की सड़कें, गाँव की सड़कें तथा सीमा सड़कों के रूप में बाँटा जा सकता है।
(क) राष्ट्रीय महामार्ग – राष्ट्रीय महत्व की सड़कें हैं। ये एक राज्य को दूसरे राज्य से मिलाती है। इन महामार्गों का निर्माण कार्य एवं रख-रखाव केंद्रीय सरकार द्वारा कराया जाता है।
(ख) राज्य महामार्ग – इसका निर्माण और रख-रखाव का दायित्व राज्य सरकारों का होता है। ये मार्ग राज्य की राजधानी को जिला मुख्यालयों तथा अन्य महत्त्वपूर्ण नगरों से जोड़ते हैं।
(ग) जिले की सड़कें – जिला मुख्यालय को जिले के विभिन्न नगरों व कस्बों से जोड़ती हैं।
(घ) गाँव की सड़कें— गाँवों का निकटवर्ती कस्बों और नगरों से जोड़ती हैं ।
(ङ) सीमा सड़कें- इनका निर्माण देश की सीमावर्ती क्षेत्रों में किया जाता है। आज सीमा सड़क संगठन ने अपनी गतिविधियों को अन्य क्षेत्रों में फैला रखा है।
9. अंतर्राष्ट्रीय व्यापार क्या है ? अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का राष्ट्रीय विकास में क्या योगदान है ? किन्हीं दो बिन्दुओं के विषय में लिखें।
उत्तर – अंतर्राष्ट्रीय व्यापार – दो या दो से अधिक देशों में आपसी व्यापार को अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कहा जाता है ।
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से राष्ट्रीय विकास में योगदान –
(क) अंतर्राष्ट्रीय व्यापार द्वारा देश की समृद्धि को काफी सहयोग मिलता है, विशेषकर जब इस व्यापार में लगे हुए बहुत से व्यापारियों और कारीगरों को इसमें जीवन उपार्जन के साधन मिलते हैं ।
(ख) इस अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से हमें वह बहुमूल्य विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है जिसका प्रयोग हम अनेक महत्त्वपूर्ण वस्तुओं के आयात में कर सकते हैं जिनकी हमारे देश और उद्योगों को आवश्यकता होती है ।
10. भारत के अंतःस्थलीय जलमार्गों का वर्णन करें ।
उत्तर – जलमार्ग परिवहन के सबसे सस्ते साधन हैं। ये भारी तथा अधिक स्थान घेरने वाले समानों को ढोने के लिए अधिक उपयुक्त हैं। भारत में 14,500 किलोमीटर लंबे अंतःस्थालीय जलमार्ग हैं। इनमें से 3700 किलोमीटर लंबे जलमार्गों में यंत्रीकृत नावें चलायी जा सकती हैं ।
भारत सरकार ने निम्नांकित जलमार्गों को राष्ट्रीय जलमार्ग घोषित किया है –
गंगा नदी जलमार्ग – इलाहाबाद और हल्दिया के बीच (1600 किमी)
ब्रह्मपुत्र नदी जलमार्ग – सदिया और धुबरी के बीच (891 किमी)
पश्चिमतटीय नहर– कोल्लम् और कोट्टायम के बीच (168 किमी)
चम्पाकर नहर (14 किमी)
उद्योगमंडल नहर (22 किमी) अंतिम तीन अंतःस्थलीय जलमार्ग केरल में हैं ।
11. उत्तर पूर्वी राज्यों में वायु परिवहन अधिक महत्त्वपूर्ण क्यों है ?
उत्तर – देश के उत्तरी-पूर्वी राज्यों में जहाँ बड़ी नदियाँ, विच्छिन्न धरातल, घने जंगल, निरंतर बाढ़ आदि एक सामान्य बात है। हवाई यात्रा ने इसे अधिक अभिगम्य बना दिया है।
सन् 1953 में वायु परिवहन का राष्ट्रीयकरण किया गया । व्यवहारिक तौर पर इंडियन एयर लाइंस, एलाइंस एयर तथा कई निजी एयरलाइंस घरेलु विमान सेवाएँ उपलब्ध कराती हैं एयर इंडिया अंतर्राष्ट्रीय वायु सेवाएँ प्रदान कराती है। पवन हंस हेलीकाप्टर लिमिटेड, तेल व प्राकृतिक गैस आयोग को इसकी अपतटीय संक्रियाओं में तथा अगम्य व दुर्लभ भू-भागों जैसे- उत्तरी-पूर्वी राज्यों तथा जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश व उत्तरांचल के आंतरिक क्षेत्रों में हेलीकाप्टर सेवाएँ उपलब्ध करवाता है। इंडियन एयरलाइंस की संक्रियाएँ पड़ोसी देशों- दक्षिण एशिया, दक्षिण-पूर्वी एशिया और मध्य एशिया तक विस्तृत हैं ।
हवाई यात्रा सभी व्यक्तियों की पहुँच में नहीं है। केवल उत्तरी-पूर्वी राज्यों में इन सेवाओं को आम आदमी तक उपलब्ध करवाने हेतु विशेष प्रबंध किए गए हैं ।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर
राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ
1. परिवहन तथा संचार के विभिन्न साधनों को किसी राष्ट्र तथा उसकी अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ क्यों कहे जाते हैं ?
उत्तर – परिवहन के साधन- वे साधन जिनका प्रयोग यात्री एवं भार को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ढोने के लिए किया जाता है, उन्हें यातायात के साधन कहे जाते हैं। जैसे– बसें, रेलगाड़ियाँ, यात्री भार वाहक पोत, ट्रक, वायुयान आदि। वायुयान सबसे अधिक तीव्रगामी तथा सबसे महंगा साधन होता है जबकि जलमार्ग बहुत मंद गति वाला परन्तु सबसे सस्ता साधन होता है।
संचार साधन- संचार व्यवस्था से हमारा भाव ऐसे साधनों से है जिनका प्रयोग एक स्थान से दूसरे स्थान तक संदेश भेजने के लिए किया जाता है। रेडियो, टेलीविजन, बेतार का तार, तथा डाक सेवाएँ आदि संचार के साधनों के विभिन्न रूप हैं। रेडियों और टेलीविजन का प्रयोग जन-संचार के रूप में काफी बढ़ रहा है।
यातायात और संचार साधनों को किसी देश की जीवन रेखाएँ कहे जाने के कारण- यातायात के विभिन्न साधन जैसे- सड़कें, रेलें, नदी-मार्ग तटीय जलमार्ग, वायुमार्ग, और संचार साधन जैसे- डाक-तार सेवाएँ, टेलीविजन और बेतार सेवाएँ सचमुच देश की जीवन रेखाएँ कहलाती हैं। इसके मुख्य कारण निम्नांकित हैं
(क) इनके द्वारा देश के दूर-दूर के क्षेत्रों को एक-दूसरे के साथ मिला दिया गया है।
(ख) इनके द्वारा बहुत बड़ी संख्या में यात्रियों को बहुत थोड़े समय में बड़े आरामदायक ढंग से दूर स्थित स्थानों पर पहुँचाया जाता है।
(ग) इनके द्वारा हजारों टन सामान और विविध सामग्री देश के एक भाग से दूसरे भाग तक ले जाई जाती है जिससे लोगों की अनेक प्रकार की कठिनाइयों का अन्त होता है।
(घ) युद्ध के समय इन साधनों के महत्व को भुलाया नहीं जा सकता। इनके द्वारा सारा देश रक्षा सेनाओं की सहायता में कटिबद्ध हो जाता है और हथियारों, गोलाबारूद तथा रसद पहुँचाने का काम आसान हो जाता है।
2. पिछले पन्द्रह वर्षों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की बदलती प्रवृत्ति पर एक लेख लिखें ।
उत्तर – भारत 20 वीं शताब्दी के पाँचवे दशक में कच्चे माल और अर्द्ध-निर्मित वस्तुओं का ही अधिक निर्यात करता था क्योंकि उस समय भारतीय अर्थव्यवस्था अपने प्राथमिक रूप में ही थी। इस काल में भारत से निर्यात की जाने वाली वस्तुओं में कपास का धागा, सूती कपड़ा, नारियल का धागा, कच्चा लोहा, पटसन का सामान, चमड़ा, खालें, तम्बाकू, वनस्पति तेल, कॉफी, चाय, मैंगनीज, समुक मोती और बहुमूल्य पत्थर आदि शामिल थे।
पिछले 15 वर्षों में भारत के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में एक नवीन झुकाव दृष्टिगोचर हुआ । इस काल में भारत की अर्थव्यवस्था ने अपना प्राथमिक रूप बदला और उसने अपने द्वितीयक रूप को धारण किया । अब भारत में प्राथमिक उत्पादों से अनेक प्रकार की उपयोगी वस्तुएँ बनाना आरम्भ कर दिया और अपने प्रशिक्षित कारीगरों के कौशल और प्रवीणता के फलस्वरूप उनके मूल्य में वृद्धि करनी शुरू कर दी। इस काल में भारत से मुख्य रूप से रत्न, जवाहरात, सूती कपड़े, चाय, मशीनरी, यातायात सम्बन्धी उपकरण, लोहा-इस्पात, चमड़े का सामान आदि निर्यात होने लगे। परन्तु अब भी व्यापार सन्तुलन भारत के पक्ष में नहीं था क्योंकि भारत के आयात और निर्यात में भारी अन्तर था। उसका आयात निर्यात से अधिक था। भारत में मानव-शक्ति के अपार साधन हैं। भारत को अपने विशाल मानव सम्पदा के साधनों का और अपनी कार्यशील जनसंख्या के कौशल का पूरा लाभ उठाना चाहिए और अपने प्राथमिक उत्पादों से अनेक वस्तुएँ निर्माण कर उनके मूल्य में वृद्धि करनी चाहिए । भारत को इंजीनियरिंग सामान और अन्य उत्तम प्रकार की वस्तुओं और इलेक्ट्रॉनिक समान का निर्माण कर उनका निर्यात करना चाहिए ताकि व्यापार सन्तुलन उसके पक्ष में हो जाए ।
3. आधुनिक समय में संचार के साधनों की महत्ता का वर्णन करें ।
उत्तर – आधुनिक समय में संचार के साधनों की महत्ता इस प्रकार है
(क) संचार के साधनों से हमें अपने लिखित संदेशों को आसानी से संसार के एक कोने से दूसरे कोने में पहुँचाने में सुविधा होती है ।
(ख) हम इनके द्वारा संसार के एक नगर में बैठकर दूर दराज के नगरों में बैठे आदमियों से बातचीत कर सकते हैं, संदेश दे तथा ले सकते हैं ।
(ग) विश्व में किसी भी स्थान पर बैठकर व्यापार सौदे किये जाते हैं । टेलिफोन, सेल्युलर टेलिफोन आदि द्वारा माल की खरीद बेच भी कुछ ही मिनटों में की जा सकती है।
(घ) जनता को विभिन्न घटनाओं की सूचना मुद्रित समाचार पत्रों, पत्र-पत्रिकाओं, रेडियो, टेलिविजन तथा इंटरनेट के माध्यम से शीघ्र मिल जाती है।
(ङ) विभिन्न घटनाओं को टेलिविजन पर घटते हुए देखा जा सकता है।
(च) लोगों द्वारा सरकार के प्रति विचाराधारा बनाने में भी जनसंचार के साधन विशेष भूमिका निभाते हैं। इन साधनों द्वारा सरकार की कल्याणकारी नीतियों, कार्यों आदि तथा उसके जनविरोधी कार्यों, नीतियों आदि का पता भी जनता को होता रहता है ।
(छ) इन माध्यमों से जनता का मनोरंजन भी होता है।
(ज) शैक्षिक तथा खेल संबंधी कार्यक्रमों की जानकारी प्राप्त होती है तथा शिक्षा के प्रचार तथा प्रसार से सहायता मिलती है ।
(झ) संचार के साधनों द्वारा ही हमें संसार के किसी भाग में घटित प्राकृतिक विपदाओं के बारे में जानकारी प्राप्त होती है।
4. राष्ट्रीय महामार्ग तथा राज्य महामार्ग में अन्तर बताएँ । देश के प्रमुख महानगरों को जोड़ने वाले मुख्य मार्गों की आवश्यकता क्यों है ?
उत्तर – राष्ट्रीय महामार्ग – देशव्यापी पूर्व-पश्चिम तथा उत्तर-दक्षिण को मिलाने वाली मुख्य सड़कें राष्ट्रीय महामार्ग कहलाती हैं। ये सड़कें भिन्न राज्यों से होकर जाती है और उन राज्यों के मुख्य नगरों को आपस में मिलाती है। इस प्रकार इन सड़कों का अपना राष्ट्रीय महत्व है। इनका निर्माण एवं देखभाल केन्द्रीय सरकार द्वारा किया जाता है। ग्रांड ट्रंक रोड इसका एक अच्छा उदाहरण है यह सड़क भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय महामार्ग है जो अमृतसर और कोलकाता को मिलाता है और भारत के कई राज्यों से होकर जाता है ।
राज्य महामार्ग- राज्य की राजधानियों को राज्य के अन्य नगरों से मिलाने वाली सड़कों को राज्य महामार्ग कहते हैं। इनका निर्माण एवं देखभाल राज्य-सरकारें करती हैं क्योंकि इन सड़कों का राज्य के लिए विशेष महत्व होता है। दिल्ली में रिंग रोड एक ऐसा ही राज्य मार्ग है। ये सड़कें राज्य के नियन्त्रण में होती है।
देश के प्रमुख महानगरों को जोड़ने वाले मुक्त मार्गों की आवश्यकता – दिल्ली, कोलकाता, मुम्बई और चेन्नई जैसे महानगरों को जोड़ने वाले फ्री हाईवे की बड़ी आवश्यकता है क्योंकि इन में कच्चे माल एवं निर्मित वस्तुओं की शीघ्र आदान-प्रदान की आवश्यकता नहीं होती वरन् एक बड़े नगर से दूसरे बड़े नगर में राजनीतिक एवं व्यापारी लोग शीघ्र से शीघ्र आना-जाना चाहते हैं। शीघ्र और मुक्त आदान-प्रदान से न केवल लाभ में वृद्धि होती है वरन् इन नगरों के लोगों की मानसिक संतुष्टि भी होती है।
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