NCERT Solutions Class 9Th Science Chemistry – हमारे आस-पास के पदार्थ

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NCERT Solutions Class 9Th Science Chemistry – हमारे आस-पास के पदार्थ

अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

हमारे आस-पास के पदार्थ

1. पदार्थ की परिभाषा लिखें।
उत्तर – प्रत्येक वस्तु जिसमें द्रव्यमान हो और जो स्थान घेरती हो, उसे पदार्थ कहते हैं । लोहा, पत्थर, मिट्टी, बादल, तारे, पौधे, पशु आदि पदार्थ हैं।
2. पदार्थ की तीन अवस्थाएँ कौन-कौन सी हैं ?
उत्तर – पदार्थ की तीन अवस्थाएँ- ठोस, द्रव और गैस ।
3. द्रव्य की परिभाषा लिखें।
उत्तर – द्रव्य एक प्रकार का पदार्थ है जिसे किसी भी भौतिक प्रक्रिया की सहायता से पदार्थ के अन्य प्रकारों में विभक्त नहीं किया जा सकता है। जैसे- चीनी एक द्रव्य है।
4. निम्नांकित दिए गए द्रव्यों में से कौन-से ‘पदार्थ की श्रेणी में आते हैं ? 
(i) बर्फ,
(ii) दूध,
(iii) आयरन,
(iv) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल,
(v) कैल्सियम ऑक्साइड (CaO),
(vi) मर्करी,
(vii) ईंट,
(viii) लकड़ी,
(ix) वायु,
(x) ब्रोमीन ।
उत्तर – ‘पदार्थ’ की श्रेणी में आने वाले द्रव्य –
(i) बर्फ,
(iii) आयरन
(iv) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल,
(v) कैल्सियम ऑक्साइड (CaO),
(vi) मर्करी,
(x) ब्रोमीन ।
5. निम्नांकित में से कौन-से पदार्थ हैं ?
कुर्सी, वायु, स्नेह, गंध, घृणा, बादाम, विचार, शीत, शीतल पेय, इत्र की सुगंध |
उत्तर – कुर्सी, वायु, बादाम, शीतल पेय, इत्र की सुगंध आदि पदार्थ हैं।
6. ठोस की परिभाषा लिखें।
उत्तर – निश्चित आकार तथा आयतन वाले पदार्थों को ठोस कहते हैं। जैसे- लकड़ी, पत्थर, लोहा ।
7. द्रव की परिभाषा लिखें।
उत्तर – वे पदार्थ जिनके आकार निश्चित न हों परंतु, आयतन निश्चित हों, उन्हें द्रव कहते हैं। जैसे- तेल, दूध, पेट्रोल, पारा ।
8. गैस की परिभाषा लिखें।
उत्तर – वे पदार्थ जिनके आकार तथा आयतन दोनों निश्चित नहीं होते, उन्हें गैस कहते हैं। जैसे- ऑक्सीजन, कार्बन डाइआक्साइड, नाइट्रोजन, अमोनिया ।
9. संपीड्यता किसे कहते हैं ?
उत्तर – द्रव व गैसीय पदार्थों के कणों के बीच काफी रिक्त स्थान होता है, जिसमें हवा भरी होती है, जिससे वह दबाये जा सकते हैं । इस गुण को संपीड्यता कहते हैं।
10. विसरण किसे कहते हैं ?
उत्तर – दो भिन्न पदार्थों के कणों का स्वतः मिलना ही विसरण कहलाता है।
11. प्रसरण किसे कहते हैं ?
उत्तर – प्रसरण वह प्रक्रिया है, जिसमें किसी द्रव्य के कण किसी अन्य द्रव्य में प्रवेश करते हैं।
12. जिस निश्चित ताप पर किसी द्रव का वाष्प दाब वायुमंडलीय दाब के बराबर हो जाता है, उसे क्या कहते हैं ?
उत्तर – क्वथनांक |
13. बढ़ते घनत्व के क्रम में निम्नांकित को व्यवस्थित करें
वायु, चिमनी का धुआँ, शहद, जल, चॉक, रूई और लोहा ।
उत्तर – वायु, चिमनी का धुआँ, रूई, जल, शहद, चॉक, लोहा।
14..बर्फ का गलनांक कितना होता है ?
उत्तर – 273.16 K
15. शुष्क बर्फ किसे कहते हैं ?
उत्तर – ठोस कार्बन डाइऑक्साइड को शुष्क बर्फ कहते हैं ।
16. तापमान का SI मात्रक क्या है ?
उत्तर – केल्विन (k)
17. संहति का मात्रक क्या है ?
उत्तर – किलोग्राम (kg)
18. भार का मात्रक क्या है ?
उत्तर – न्यूटन (N)
19. आयतन का मात्रक क्या है ?
उत्तर – घन मी० (m3)
20. घनत्व का मात्रक क्या है ?
उत्तर – किलोग्रा प्रति घन मी० ( Kgm-3 )
21. दाब का SI मात्रक क्या है ? 
उत्तर – पास्कल (Pa)
22. ठोस के तापमान को बढ़ाने पर क्या परिवर्तन होता है ?  
उत्तर – गतिज ऊर्जा बढ़ जाती है।
23. गलनांक किसे कहते हैं ? 
उत्तर – जिस तापमान पर ठोस पिघलकर द्रव बन जाता है उसे गलनांक कहते हैं।
24. क्वथनांक किसे कहते हैं ? 
उत्तर – वह तापमान जिस पर द्रव उबलने लगता है, उसे क्वथनांक कहते हैं ।
25. संगलन की प्रसुप्त ऊष्मा किसे कहते हैं ?
उत्तर – वायुमंडलीय दाब पर 1 kg ठोस को उसके गलनांक पर द्रव में बदलने के लिए जितनी ऊष्मीय ऊष्मीय ऊर्जा की आवश्यकता होती है, उसे संगलन की प्रसुप्त ऊष्मा कहते हैं ।
26. ऊर्ध्वपातन किसे कहते हैं ?
उत्तर – द्रव अवस्था में परिवर्तित हुए बिना ठोस अवस्था से सीधे गैस और वापस ठोस में बदलने की प्रक्रिया को ऊर्ध्वपातन कहते हैं ।
27. गैसीय दाब के मापन का मात्रक क्या है ?
उत्तर – ऐटमास्फीयर ( atm )
28. 1 ऐटमॉसफीयर का मान बताएँ ।
उत्तर – 1.01 × 105 पास्कल
29. वाष्पीकरण किसे कहते हैं ?
उत्तर – क्वथनांक से कम तापमान पर द्रव के वाष्प में परिवर्तित होने की प्रक्रिया को वाष्पीकरण कहते हैं ।
30. संघनन किसे कहते हैं ?
उत्तर – वाष्प को ठंडा कर द्रव बनाने की क्रिया को संघनन कहते है ।
31. संगलन किसे कहते हैं ?
उत्तर – ठोस से द्रव बनाने की क्रिया को संगलन कहते है ।
32. जमना किसे कहते हैं ?
उत्तर – द्रव को ठंडा कर ठोस बनाने की क्रिया को जमना कहते है।
33. ठोस, द्रव तथा गैस अवस्था में से किसमें अधिक होता है
(i) अन्तराणुक स्थान,
(ii) अन्तरा – अणुक आकर्षण बल ?
उत्तर – (i) गैस (ii) ठोस ।

लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

1. निम्नांकित प्रेक्षण के कारण बताएँ – 
गर्मा-गरम खाने की गंध कई मीटर दूर से ही आपके पास पहुँच जाती है लेकिन ठंडे खाने की महक लेने के लिए आपको उसके पास जाना पड़ता है।
उत्तर – पदार्थ के कण निरंतर गतिशील रहते हैं तथा तापमान बढ़ने पर कणों की गति ‘ तेज हो जाती है। खाने से गंध विसरण द्वारा हम तक पहुँचती है। गर्म खाने का तापमान अधिक होने के कारण विसरण की दर ठंडे खाने की अपेक्षा अधिक होती है अतः कई मीटर दूर से ही गंध हम तक पहुँच जाते हैं।
2. स्वीमिंग पूल में गोताखोर पानी काट पाता है। इससे पदार्थ का कौन-सा गुण प्रेक्षित होता है ?
उत्तर – स्वीमिंग पूल में पानी होता है जो द्रव अवस्था में होता है। पानी का काट पाने से पदार्थ का यह गुण प्रेक्षित होता है कि द्रवों के कणों के बीच लगने वाला बल कम । होता है अतः पानी के कण आसानी से अलग हो जाते हैं ।
3. पदार्थ के कणों की क्या विशेषताएँ होती हैं ?
उत्तर – पदार्थ के कणों की विशेषताएँ
(i) पदार्थ के कणों के बीच रिक्त स्थान होता है।
(ii) दार्थ के कण निरंतर गतिशील होते हैं ।
(ii) पदार्थ के कण एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं ।
4. गैस पूरी तरह उस बर्तन को भर देती है जिसमें इसे रखते हैं। कारण बताएँ । 
उत्तर – गैस के कण एक-दूसरे से दूर-दूर होती हैं तथा उनमें बहने का गुण होता है जिसके कारण वह पूरे बर्तन में फैल जाती है ।
5. गैस बर्तन की दीवारों पर दबाव डालती है। कारण बताएँ ।
उत्तर – गैस के अणु बहुत तेज गति से इधर-उधर घूमते रहते हैं जिससे बर्तन की दीवारों पर टकराकर दबाव डालते हैं ।
6. लकड़ी की मेज ठोस कहलाती है। कारण बताएँ ।
उत्तर – लकड़ी के कण अत्यधिक बल से जुड़े होते हैं, अतः उसे ठोस कहते हैं। मेज लकड़ी से बनी होती है, अतः उसे ठोस कहते हैं ।
7. हवा में हम आसानी से अपना हाथ चला सकते हैं, लेकिन एक ठोस लकड़ी के टुकड़े में हाथ चलाने के लिए हमें कराटे में दक्ष होना पड़ेगा। कारण बताएँ । 
उत्तर – हवा में हाथ आसानी से चला सकते हैं क्योंकि हवा के अणु आसानी से काटे जा सकते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कणों के बीच बहुत कम बल लगा होता है। जबकि लकड़ी के कणों के बीच बहुत कम स्थान होता है। अतः उनके बीच अत्यधिक बल लगा होता है। उसमें हाथ चलाने के लिए हमें कराटे में दक्ष होना पड़ेगा।
8. सामान्यतया ठोस पदार्थों की अपेक्षा द्रवों का घनत्व कम होता है। लेकिन आपने बर्फ के टुकड़े को बर्फ पर तैरते देखा होगा। पता लगाएँ ऐसा क्यों होता है ? 
उत्तर – बर्फ का टुकड़ा पानी पर तैरता है क्योंकि यह अपने अधिक आयतन के कारण अपने द्रव्यमान से अधिक पानी हटा सकता है। इसीलिए बर्फ का टुकड़ा तैरता रहता है। बर्फ का आयतन अपने उस जल से जिससे वह बना होता है अधिक होता है।
9. गैसों का क्यों, न निश्चित आकार होता है, न निश्चित आयतन ?
उत्तर – गैसों का निश्चित आकार नहीं होता है क्योंकि अणुओं की स्थिति निश्चित नहीं होती है। गैस का निश्चित आयतन नहीं होता है क्योंकि इसके अणुओं के बीच स्थान निश्चित नहीं होते हैं ।
10. ठोस का आकार क्यों निश्चित होता है ?
उत्तर – ठोस का निश्चित आकार होता है क्योंकि उसके अणुओं के बीच प्रबल आकर्षण बलों के कारण ठोस के अणु अत्यंत पास-पास संगठित होते हैं और उनके स्थान निश्चित होते हैं।
11. द्रव का आयतन क्यों निश्चित होता है ?
उत्तर – द्रव का निश्चित आयतन होता है क्योंकि दिए हुए ताप पर, इसके अणुओं के बीच स्थान निश्चित होते हैं ।
12. गर्म, शुष्क दिन में कूलर अधिक ठंडा क्यों करता है ?
उत्तर – गर्म, शुष्क दिनों में वायुमंडल में जलवाष्प कम होती है जिसके कारण वाष्पीकरण की दर बढ़ जाती है। जब कूलर चलता है तो उसका जल अपनी वाष्पीकरण की ऊर्जा अपने वातावरण से लेता है तथा तेजी से वाष्पित होता है, अतः कूलर अधिक ठंडा करता है।
13. गर्मियों में घड़े का जल ठंडा क्यों होता है ?
उत्तर – गर्मियों में वायुमंडल में जलवाष्प कम होती है जो वाष्पन की दर को बढ़ा देती है। घड़े में छोटे-छोटे रन्ध्र होते हैं जिनसे पानी धीरे-धीरे रिसता रहता है जो वाष्पन के लिए ऊष्मा जल से व वायुमंडल से लेता है। जिससे घड़े के आस-पास का वातावरण ठंडा हो जाता है। जिससे घड़े का पानी ठंडा हो जाता है।
14. ऐसीटोन / पेट्रोल या इत्र डालने पर हमारी हथेली ठंडी क्यों हो जाती है ? 
उत्तर – ऐसीटोन / पेट्रोल या इत्र वाष्पशील पदार्थ हैं जब इन्हें हथेली पर रखते हैं तो हाथ की गर्मी के कारण इनका वाष्पन तेज हो जाता है। इसके लिए ये ऊर्जा हथेली से लेते हैं जिससे वह ठंडी हो जाती है ।
15. कप की अपेक्षा प्लेट में हम गर्म दूध या चाय जल्दी क्यों पी लेते हैं ? 
उत्तर – कप में दूध या चाय की सतह का क्षेत्रफल कम होता है जिससे वाष्पन धीमा होता है और वह देर में ठंडी होती है। अतः पीने में देर लगती है। लेकिन प्लेट में डालने पर चाय दूध की सतह का क्षेत्रफल बढ़ जाता है जिससे वाष्पन तेजी से होता है और उसे ठंडा होने में कम समय लगता है। अतः पीने में देर नहीं लगती।
16. गर्मियों में हमें किस प्रकार के कपड़े पहनने चाहिए ?
उत्तर – गर्मियों में हमें सफेद या हल्के रंग के कपड़े पहनने चाहिए क्योंकि सफेद या हल्का रंग ऊष्मा का अच्छा परावर्तक होता है जिससे हम ठंडापन महसूस करते हैं।
17. गर्मी में हमें सूती कपड़े क्यों पहनने चाहिए ?
उत्तर – सूती वस्त्र जल का एक अच्छा शोषक है और यह पसीने को अवशोषित करने में सहायता करता है तथा इसे सरल वाष्पन के लिए वायुमंडल में खुला छोड़ता है। पसीना तेजी से वाष्प में परिवर्तित होता है। वाष्पन की गुप्त उष्मा शरीर से ली जाने के कारण हमें ठंडापन महसूस होता हैं ।
18. उबलते हुए जल अथवा भाप में से जलने की तीव्रता किसमें अधिक महसूस होती है ?
उत्तर – 373 K पर वाष्प के कणों की ऊर्जा समान ताप पर पानी के कणों का ऊर्जा से अधिक होती है। ऐसा वाष्प के कणों द्वारा वाष्पन की गुप्त ऊष्मा के रूप में अतिरिक्त ऊर्जा अवशोषित किए जाने के कारण होता है। अतः जब वाष्प त्वचा के संपर्क में आता है तो समान ताप पर उबलते पानी की अपेक्षा अधिक ऊर्जा मुक्त करता है। फलतः 373K पर वाष्प द्वारा समान ताप पर उबलते पानी की अपेक्षा अधिक जलन पैदा होती है।
19. 273K पर बर्फ को ठंडा करने पर तथा जल को इसी तापमान पर ठंडा करने पर शीतलता का प्रभाव अधिक क्यों होता है ?
उत्तर – 273K पर पानी के कणों की अपेक्षा बर्फ के कणों की ऊर्जा कम होती है । फलतः बर्फ वातावरण से अधिक ऊष्मा अवशोषित कर सकता है। यही कारण है कि समान ताप पर होते हुए भी बर्फ पानी की अपेक्षा अधिक ठंडक पहुँचाता है।
20. नैफ्थलीन को रखा रहने देने पर यह समय के साथ कुछ भी ठोस पदार्थ छोड़े बिना अदृश्य हो जाती है। कारण लिखें।
उत्तर – नैफ्थलीन की गोलियाँ बिना कोई अवशेष छोड़े गायब हो जाती हैं क्योंकि उनका उर्ध्वपातन हो जाता है। अर्थात् वे द्रव अवस्था में बदले बिना सीधे गैसीय अवस्था में परिवर्तित हो जाते हैं।
21. हमें इत्र की गंध बहुत दूर बैठे हुए भी पहुँच जाती है। कारण लिखें । 
उत्तर – इत्र के कण अपने आप हवा के कणों के साथ मिलकर चारों तरफ फैल जाते हैं। इत्र के कणों के इस तरह फैलने के कारण कुछ दूरी पर बैठे होने के बावजूद हम इसकी गंध प्राप्त कर लेते हैं ।
22. जल कमरे के ताप पर द्रव है। पुष्टि हेतु कारण लिखें। 
उत्तर – साधारण लापक्रम पर पानी द्रव होता है क्योंकि इसका कोई निश्चित आकार नहीं होता । यह उस बर्तन का आकार ग्रहण कर लेता है जिसमें इसे रखा जाता है। दूसरा, यह आसानी से प्रवाहित हो सकता है । अर्थात् यह दृढ़ न होकर तरल है।
23. लोहे की अलमारी कमरे के ताप पर ठोस है। पुष्टि हेतु कारण लिखें l
उत्तर – लोहे की अलमारी एक ठोस है क्योंकि इसका आकार निश्चित होता है। यह प्रवाहित नहीं होती। अर्थात् यह दृढ़ है।
24. निम्नांकित पदार्थों को उनके कणों के बीच बढ़ते हुए आकर्षण के अनुसार व्यवस्थित करें – 
(i) जल, (ii) चीनी, (iii) ऑक्सीजन ।
उत्तर – अन्तराण्विक आकर्षण बल सबसे कम गैस में, फिर द्रव में तथा सबसे अधिक ठोस में होता है । अतः, यह ऑक्सीजन में सबसे कम, फिर पानी में तथा सर्वाधिक चीनी में होगा।
25. वाष्पीकरण के कारण शीतलता कैसे होती है ?
उत्तर – खुले हुए बर्तन में रखे द्रव में निरंतर वाष्पीकरण होता रहता है। वाष्पीकरण के दौरान कम हुई ऊर्जा को पुनः प्राप्त करने के लिए द्रव के कण अपने आस-पास से ऊर्जा अवशोषित कर लेते हैं। इस तरह आस-पास से ऊर्जा के अवशोषित होने के कारण शीतलता हो जाती है।
26. वाष्पीकरण को प्रभावित करने वाले कारकों का नाम लिखें ।
उत्तर – (i) सतह क्षेत्र बढ़ने पर
(ii) तापमान में वृद्धि
(iii) आर्द्रता में कमी
(iv) वायु की गति में वृद्धि
27. शीतलन के लिए 0°C के पानी की अपेक्षा 0°C अधिक प्रभावी क्यों की होती है ? 
उत्तर – °C ताप पर 1 kg बर्फ 335 kJ ऊर्जा का अवशोषण करके 0°C ताप पर 1kg पानी में बदलती है। यानि बर्फ में पानी बहुत कम ऊष्मा इसलिए 0° पर बर्फ में 0°C पानी की अपेक्षा पेय पदार्थ को ठंडा करने की अधिक क्षमता होती है ।
28. हम जाड़े में शरीर को क्यों ढँक कर रखते हैं ?
उत्तर – जाड़े में हमारे शरीर तथा वायुमण्डल के ताप में बहुत अधिक अंतर आ जाता है। इससे शरीर से ताप बाहर निकलने लगता है। फलतः हम शरीर को ठंढ से बचाने के लिए ढँक लेते हैं ।
29. निम्नांकित पदार्थों को उनके कणों के बीच बढ़ते हुए आकर्षण के अनुसार व्यवस्थित करें— 
जल, चीनी, ऑक्सीजन
उत्तर – अन्तराण्विंक आकर्षण बल सबसे कम गैस में, फिर द्रव में तथा सबसे अधिक ठोस में होता है। अतः, यह ऑक्सीजन में सबसे कम, फिर पानी में तथा सर्वाधिक चीनी में होगा।
30. बर्फीले जल से भरे गिलास की बाहरी सतह पर जल की बूँदें क्यों नजर आती हैं ? 
उत्तर – वायु में उपस्थित जलवाष्प की ऊर्जा ठंडे पानी के संपर्क में आकर कम हो जाती है और यह द्रव अवस्था में बदल जाता है, जो हमें जल की बूँदों के रूप में नजर आता है।
31. वाष्पन के कारण ठंढक के उत्पन्न होने का कारण लिखें ।
उत्तर – वाष्पन के लिए गुप्त ऊष्मा द्रव से ही प्राप्त होती है । फलस्वरूप, द्रव का ताप घट जाता है और द्रव ठंढा हो जाता है ।
32. गर्मी में हमें पसीना क्यों आता है ?
उत्तर – स्वस्थ शरीर का ताप 37°C होता है। गर्मी में वायुमंडलीय ताप 46°C या इससे अधिक हो जाता है । इस 9°C तापांतर के अन्तर से शरीर पानी छोड़ता है और हमें पसीना आता है
33. द्रव के वाष्पन को किस प्रकार तेज कर सकते हैं ?
उत्तर – (i) द्रव का तापमान बढ़ाकर ।
(ii) द्रव का पृष्ठीय क्षेत्रफल बढ़ाकर ।
34. वाष्पन की परिभाषा दें ।
उत्तर – वह प्रक्रिया जब कोई द्रव अपने क्वथनांक से कम ताप पर वाष्प में परिवर्तित हो जाए, वाष्पन कहलाता है ।
35. गुप्त ऊष्मा से क्या समझते हैं ?
उत्तर – अवस्था परिवर्तन (ठोस से द्रव या द्रव से गैस) के लिए द्रवणांक अथवा क्वथनांक पर लगी ऊष्मा को गुप्त ऊष्मा कहते हैं ।
36. संगलन की गुप्त ऊष्मा क्या हैं ?
उत्तर – यदि 1kg द्रव ठोस में बदलता है तो निकाय द्वारा गलन की गुप्त ऊष्मा के तुल्य ऊष्मा का परित्याग किया जाता है। इसे ही संगलन की गुप्त ऊष्मा कहते है ।
37. संतृप्त दाब किसे कहते हैं ?
उत्तर – वाष्पन के समय द्रव की सतह को छोड़कर जाने वाले जल के अणुओं की संख्या सतह पर वापस आने वाले जल के अणुओं की संख्या के बराबर हो ( अर्थात् साम्य स्थिति हो), तो द्रव की सतह के ऊपर वाष्प दाब को संतृप्त दाब कहते हैं ।
38. आपेक्षिक आर्द्रता किसे कहते हैं ?
उत्तर – यदि किसी निश्चित ताप पर 1 m3 वायु में m kg जल वाष्प हो और उसी ताप पर इसी वायु को संतृप्त करने के लिये ms kg जल वाष्प आवश्यक हो, तो (m/ms) × 100 को वायु की आपेक्षिक आर्द्रता कहा जाता है।
39. गलन की गुप्त ऊष्मा एवं वाष्पन की गुप्त ऊष्मा क्या है ?
उत्तर – गलन की गुप्त ऊष्मा- 1 kg ठोस को उसके गलनांक पर द्रव में बदलने में जितनी ऊष्मा खर्च होती है अथवा 1 kg द्रव को उसके हिमांक (जमाने का ताप) पर द्रव से ठोस में जितनी ऊष्मा त्यक्त होती है या जितनी ऊष्मा छोड़ी जाती है उसे उसके गलन अथवा जमने की गुप्त ऊष्मा कहते हैं । बर्फ के गलन की गुप्त ऊष्मा 3.35 × 105 J/kg अथवा 335 J/g अथवा 80 callg होती है।
वाष्पन की गुप्त ऊष्मा- 1 kg द्रव को उसके क्वथनांक पर द्रव से गैस बनाने में जितनी ऊष्मा खर्च होती है उसे द्रव के वाष्पन की गुप्त ऊष्मा कहते हैं l
40. ठोसों में उच्च घनत्व तथा असंपीड्यता पाई जाती है। स्पष्ट करें। 
उत्तर – (i) किसी पदार्थ के संघटक कणों (अणुओं या परमाणुओं) के मध्य लगने वाले बलों को अंतराणुक बल (intermolecular force) कहते हैं।
(ii) ठोस पदार्थों के संदर्भ में ये बल अति प्रबल होते हैं, जिसके कारण ठोस के कण आपस में प्रबलता से बँधे हैं। यही कारण है कि ठोसों में उच्च घनत्व तथा असंपीड्यता होती है ।
41. गैसें दाब क्यों डालती हैं ?
उत्तर – (i) गैसों में अंतराणुक बल अत्यंत दुर्बल (क्षीण) होते हैं और इनके संघटक कणों की गति स्वतंत्र होती है। इस स्वतंत्र गति के कारण ये कण अपने आसपास के उपलब्ध खाली स्थान को घेर लेते हैं ।
(ii) गैसों के ये गतिशील अणु, जब अपने धारक पात्र के अंदर गति करते हैं तब ये परस्पर टकराते हैं और धारक पात्र की दीवारों से भी टकराते हैं ।
(iii) धारक पात्र की दीवारों से इन अणुओं की लगातार टक्कर होने के कारण एक निश्चित बल उत्पन्न होता है और इस बल के कारण गैसों में दाब उत्पन्न होता है। यही कारण है कि गैसें दाब डालती हैं ।
42. ठोस पर ऊष्मा का क्या प्रभाव होता है ?
उत्तर – (i) जब किसी ठोस को गर्म किया जाता है, तब प्रारंभ में यह प्रसरित होता है, क्योंकि इसके अणुओं की गतिज ऊर्जा में वृद्धि हो जाती है और ये अणु तीव्रतर गति से कंपन करने लगते हैं ।
(ii) इस प्रसरण के कारण निकटस्थ अणुओं के बीच की दूरी बढ़ जाती है। दूरी बढ़ने से अंतराणविक बल कम हो जाता है। परिणामस्वरूप वह ठोस पिघल कर द्रव अवस्था में बदल जाता है।
43. किसी द्रव पर ऊष्मा का क्या प्रभाव पड़ता है ?
उत्तर – (i) जब किसी द्रव को गर्म किया जाता है, तब उसके अणुओं की गतिज ऊर्जा में वृद्धि हो जाती है और अणुओं के बीच की दूरी बढ़ जाती है।
(ii) अणुओं के बीच की दूरी बढ़ने के कारण अंतराणुक बल घट जाता है और जब यह बल अत्यंत कम हो जाता है तब वह द्रव गैस में बदल जाता है ।
44. गैसों का संपीडन संभव है जब कि द्रवों का नहीं। ऐसा क्यों होता है ? 
उत्तर – गैसों के अणुओं के बीच की दूरी, द्रवों के अणुओं के बीच की दूरी की अपेक्षा बहुत अधिक होती है। इसलिए गैसों के अणुओं के बीच अंतराणविक बल दुर्बल ( क्षीण ) होता है। इसीलिए गैसों का संपीडन संभव है जबकि द्रवों का नहीं ।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर

1. वाष्पीकरण को प्रभावित करने वाले कारकों का उल्लेख करें। 
उत्तर – वाष्पीकरण को प्रभावित करने वाले कारक
(i) सतह क्षेत्र बढ़ने पर – वाष्पीकरण एक सतही प्रक्रिया है । सतही क्षेत्र बढ़ने पर वाष्पीकरण की दर भी बढ़ जाती है। जैसे- कपड़े सुखाने के लिए हम उन्हें फैला देते हैं ।
(ii) तापमान में वृद्धि – तापमान बढ़ने पर अधिक कणों को पर्याप्त गतिज ऊर्जा मिलती है, जिससे वे वाष्पीकृत हो जाते हैं।
(iii) आर्द्रता में कमी – वायु में विद्यमान जलवाष्प की मात्रा को आर्द्रता कहते हैं। किसी निश्चित तापमान पर हमारे आस-पास की वायु में एक निश्चित मात्रा में ही जल वाष्प होता है। जब वायु में जल कणों की मात्रा पहले से ही अधिक होगी, तो वाष्पीकरण की दर घट जाएगी ।
(iv) वायु की गति में वृद्धि – हम जानते हैं कि तेज वायु में कपड़े जल्दी सूख जाते हैं। वायु के तेज होने से जलवाष्प के कण वायु के साथ उड़ जाते हैं जिससे आस-पास के जल वाष्प की मात्रा घट जाती है ।
2. ठोस के पाँच गुणधर्म लिखें । 
उत्तर – ठोसों के गुणधर्म –
(i) ठोसों का निश्चित आकार तथा निश्चित आयतन होता है।
(ii) ठोसों को अधिक दबाया नहीं जा सकता है।
(iii) ठोसों का उच्च घनत्व होता है। वे भारी होते हैं
(iv) ठोस अपने बर्तन को पूर्णतया नहीं भरते हैं ।
(v) ठोस बहते नहीं हैं ।
3. द्रव के पाँच गुणधर्म लिखें।
उत्तर – द्रवों के गुणधर्म –
(i) द्रवों का आयतन निश्चित होता है परंतु उनका आकार निश्चित नहीं होता है। द्रव उस बर्तन का आकार धारण कर लेते हैं जिनमें उन्हें रखा जाता है।
(ii) ठोसों की भाँति द्रवों को अधिक नहीं दबाया जा सकता है।
(iii) द्रवों के औसत से उच्च घनत्व होता है। वे प्रायः ठोसों से कम घने होते हैं ।
(iv) द्रव अपने बर्तन को पूर्णतया नहीं भरते हैं ।
(v) द्रव आसानी से बहते हैं ।
4. गैसों के पाँच गुणधर्म लिखें।
उत्तर – गैसों के गुणधर्म -:
(i) गैसों का न तो निश्चित आकार होता है और न निश्चित आयतन । गैसें उस बर्तन का आकार एवं आयतन धारण कर लेती हैं जिनमें उन्हें रखा जाता है।
(ii) गैसों को आसानी से दबाया जा सकता है (कम आयतन में) ।
(iii) गैसों का घनत्व बहुत कम होता है। वे अत्यधिक हल्की होती हैं।
(iv) गैसें अपने बर्तन को पूर्णतया भर देती हैं l
(v) गैसें आसानी से बहती हैं ।

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