NCERT Solutions Class 9Th Social Science Chapter – 5 समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन (आपदा प्रबंधन)

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NCERT Solutions Class 9Th Social Science Chapter – 5 समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन (आपदा प्रबंधन)

अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन

1. समुदाय आप क्या समझते है ?
उत्तर – लोगों के समूह को समुदाय कहते हैं जिनमें आपसी मान्यताएँ समान होती हैं, सभी एक दिशा में सोचते हैं तथा एक जैसा व्यवहार करते हैं ।
2. आपदा प्रबंधन की सामुदायिक योजना बनाने का क्या उद्देश्य होता है ?
उत्तर – सामुदायिक योजना बनाने का लक्ष्य यह होता है कि समुदाय के लोगों की असुरक्षा कम की जाए और आपदाओं के विनाशकारी प्रभावों को सहन करने की उनकी क्षमता बढ़ाई जाए ।
3. सामुदायिक योजना बनाने में लोगों की सहभागिता क्यों जरूरी होती है ? 
उत्तर – सामुदायिक योजना बनाने में लोगों की सहभागिता इसलिए जरूरी होती है क्योंकि जवाबी कारवाई करने में वे सबसे पहले आगे आते हैं ।
4. ग्रामीण साझेदारी मूल्यांकन (PRAs) में किसे शामिल किया गया है।
उत्तर – ग्रामीण साझेदारी मूल्यांकन में निम्नांकित को शामिल किया गया हैं—
(क) छात्रों, अध्यापकों, डॉक्टरों तथा अभियंताओं को,
(ख) डाकिए को,
(ग) पुजारियों को,
(घ) अन्य सभी समुदाय के सदस्यों को,
(ङ) स्वयंसेवकों तथा राष्ट्रीय सुरक्षा सेवा के सदस्यों को ।
5. प्रथम प्रत्योत्तरदाता किसे कहते है ।
उत्तर – किसी भी प्रकार की आपदा का मुकाबला करने वाला सबसे पहला व्यक्ति या समुदाय प्रथम प्रत्योत्तरदाता कहलाता है।
6. विद्यालय आपदा प्रबंधन समिति से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर – स्कूल स्तर पर आपदा का मुकाबला करने के लिए बनाई गई टीम को विद्यालय आपदा प्रबंधन कमेटी कहते हैं ।
7. ग्राम आपदा प्रबंधन समिति ( VDMC) तथा आपदा प्रबंधन टीम (DMT) में अंतर स्पष्ट करें ।
उत्तर – ग्राम आपदा प्रबंधन समिति – ग्राम आपदा प्रबंधन समिति से तात्पर्य ग्रामीण आपदा प्रबंधन कमेटी से है। इनका काम लोगों को आपदा के समय मार्गदर्शन करना तथा काम का बँटवारा करना होता है ।
आपदा प्रबंधन टीम- आपदा प्रबंधन टीम का काम आपदा के समय काम करने वाली टीम को काम का बटवारा प्रदान करना है।
8. वी० डी० एम० सी० तथा डी० एम० टी० के अर्थ बताएँ । 
उत्तर – वी० डी० एम० सी०- ग्राम आपदा प्रबंध समिति ।
डी० एम० टी०- आपदा प्रबंध दल ।
9. पी० एच० सी० पी० आर० ए० तथा एस० एच० जी० का क्या अर्थ है ? 
उत्तर – पी० एच० सी०- प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र,
पी० आर० ए० – सहभागितापूर्ण ग्रामीण मूल्यांकन,
एस० एच० जी०- महिला स्वयंसेवी समूह |
10. स्कूल आपदा प्रबंध समिति के कार्यबलों की सूची बनाएँ ।
उत्तर – स्कूल आपदा प्रबंध समिति के कार्यबलों की निम्नांकित सूची हैं –
(क) चेतावनी प्रसारित करना ।
(ख) जागरूकता पैदा करना ।
(ग) दुष्प्रभाव को कम करना ।
(घ) स्थान खाली कराना तथा खोज एवं बचाव आदि करना ।
(ङ) आपातकालीन प्राथमिक चिकित्सा ।
11. विद्यालय की सूचनापट्ट में किन अधिकारियों के टेलीफोन नंबर चिपके होने चाहिए ?
उत्तर – विद्यालय के सूचनापट्ट पर निम्नांकित अधिकारियों के टेलीफोन नंबर लिखे होन चाहिए
(क) जिलाधिकारी अथवा नगर निगम आयुक्त ।
(ख) निकटतम अग्निशमन केंद्र का अधीक्षक ।
(ग) निकटतम थानाध्यक्ष ।
(घ) निकटतम अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा क्लीनिक अध्यक्ष डॉक्टर |
(ङ) स्थानीय जनसुरक्षा संरक्षक / शिक्षक ।

लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन

1. समुदाय को किसी भी आपदा प्रबंधन के केन्द्र में क्यों रहना चाहिए ? 
उत्तर – समुदाय को किसी भी आपदा प्रबंधन के केन्द्र में निम्नांकित कारणों से रहना चाहिए –
(क) समुदाय ही आपदा स्थल पर उपस्थित रहता है, अतः आपदाग्रस्त लोगों को राहत पहुँचाने के लिए समुदाय को ही सर्वप्रथम सक्रिय होना चाहिए।
(ख) समुदाय को ही किसी आपदा ग्रस्त क्षेत्र में रह रहे लोगों तथा उस क्षेत्र में उपलब्ध संसाधनों के बारे में अद्यतन जानकारी रहती है।
(ग) कुछ आपदाएँ बार-बार आती रहती हैं अतः समुदाय के पास पूर्व में परंपरा से प्रयुक्त एक तंत्र मौजूद होता है जिसकी सहायता से राहत कार्य शीघ्र शुरू किया जा सकता है।
(घ) आपातकाल में बाहर से मदद प्राप्त होने की प्रतीक्षा करने का समय नहीं होता । अतः समुदाय को ही तत्काल सक्रिय होना पड़ता है।
2. ग्रामीण आपदा प्रबंधन की भूमिका पर चर्चा करें ।
उत्तर – ग्रामीण क्षेत्रों में आपदाओं से निबटने के लिए ग्रामीण आपदा प्रबंधक समिति का गठन किया जाता है। आपदा के दौरान बाहर से आनेवाली सहायता में देर सकती है अतः तत्काल आपदाओं से बचाव में ग्रामीण आपदा प्रबंधन की भूमिका महत्त्वपूर्ण होती है।
ग्रामीण आपदा प्रबंधन में उस क्षेत्र के सभी योग्य, सक्षम और इच्छुक व्यक्ति शामिल होते हैं। उन्हें आपदाओं से निबटने का प्रशिक्षण दिया जाता है। आपदाओं के दौरान सबसे पहले यही समुदाय सक्रिय होता है तथा धन-जन की व्यापक हानि को कम करने का प्रयास करता है ।
3. आपदा प्रबंधन के लिए स्कूल के स्तर पर योजना के अनिवार्य तत्त्वों का वर्णन करें।
उत्तर – आपदा प्रबंधन में स्कूल के स्तर पर योजना के अनिवार्य तत्त्व निम्नांकित हैं
(क) हर चरण में उपयुक्तता, दक्षता और शारीरिक चुस्ती का पूरा-पूरा ध्यान रखा और व्यवहार किया जाना चाहिए। पर्वतारोहण आदि अनेक कार्य ऐसे हैं जिनमें पूरी शारीरिक चुस्ती की आवश्यकता होती है। चुनाव के लिए उपयुक्तता, दक्षता और चुस्ती के कुछ मानदंडों का प्रयोग किया जाना चाहिए।
(ख) चुनी गई आपदाएँ विशेष आयु वर्गों के अनुरूप तथा विशेष श्रेणियों के बच्चों, जैसे लड़के-लड़कियों मानसिक और शारीरिक रूप से चुनौती ग्रस्त छात्रों के अनुरूप होनी चाहिए ।
(ग) युवाओं के समझ गलत तथ्यों को प्रस्तुत नहीं किया जाना चाहिए।
(घ) असहायता, जोखिम में कमी और प्रबंधन की तकनीकी को सामाजिक ज्ञान के अध्ययन में शामिल करना चाहिए ।
(ङ) बच्चों के साथ क्षेत्र में जाने वाले अध्यापकों में आवश्यक प्रेरणा होनी चाहिए।
4. भारत के कौन-से गुणों ने गाँव में उसकी सबसे अलग पहचान बना दी ? 
उत्तर – भारत के गुण जिनके कारण उसकी गाँव में अलग पहचान बनी वे निम्नांकित है
(क) अत्यधिक मिल-जुलकर काम करने वाला।
(ख) बहादुर तथा शक्तिशाली ।
(ग) समुदाय के सुख की सोचने वाला व्यक्ति।
(घ) गाँववालों का चहेता ।
(ङ) कठिन परिश्रमी तथा लगनशील ।
(च) सभी को सही सूचना देने वाला ।
(छ) सहायता करने वाला ।
5. लोगों के आपस में मिलने से पहले के सुखपार से नवीन सुखपान गाँव किस प्रकार भिन्न हैं ?
उत्तर – लोगों के आपस में मिलने से पहले सुखपार गाँव हर वर्ष भूकंप तथा चक्रवातों से प्रभावित होता था। लोगों के आपस में मिलने के बाद का सुखपार गाँव निम्नांकित बातों में भिन्न हो गया-
(क) सभी लोग खतरे को कम करने के लिए मन से काम करने लगे।
(ख) बनावटी कवायद में सभी ने कठिन परिश्रम किया तथा इसे सफल बनाया ।
(ग) ग्राम आपदा प्रबंधन समिति तथा आपदा प्रबंधन टीम का गठन किया गया।
(घ) कुशल स्वयंसेवकों को पहचानकर उनकी क्रियाओं तथा उत्तरदायित्वों को निश्चित कर दिया गया ।
6. अनुभवी व्यक्ति से आप क्या समझते हैं ? वे आपदा प्रबंधन में कैसी भूमिका निभाते हैं ? 
उत्तर – अनुभवी व्यक्ति वे व्यक्ति होते हैं, जिनमें कुछ विशेष प्रबंधन कुशलताएँ हों। इस संदर्भ में आपदा प्रबंधन संबंधी कुशलताएँ हों। प्रबंधन समिति में कुछ विशेषज्ञ भी सदस्य होंगे, तो उन्हें इस बात का बेहतर ज्ञान होगा कि अनुभवी व्यक्तियों से क्या-क्या आशाएँ की जा सकती हैं। स्पष्ट है कि वे समिति के काम को प्रभावित करेंगे। वे छात्रों को यथार्थ जीवन की अनेक स्थितियों में कुछ सीखने के अवसर भी प्रदान करेंगे। अनुभवी व्यक्ति छात्रों को विशेष कार्यक्षेत्रों के चयन में सहायता भी प्रदान कर सकते हैं, जैसे बचाव और स्थानांतरण में, राहत सामग्री के वितरण में, चिकित्सा और अस्पताल सेवाओं में ।
7. विद्यार्थियों का टास्क फोर्स गठित करना क्यों महत्त्वपूर्ण है ? प्रमुख टास्क फोर्स का नाम बताएँ जिन्हें विद्यालय में गठित किए जाने की आवश्यकता है।
उत्तर – विद्यालय में विद्यार्थियों का एक टास्क फोर्स गठित किया जाना चाहिए तथा टास्क फोर्स के प्रत्येक समूह को विशेष कार्यों को करने के लिए भी प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। विशिष्ट कार्यों को करने के लिए निम्नांकित टास्क फोर्स का गठन किया जाना चाहिए
(क) टास्क फोर्स 1 – चेतावनी मिलने पर संबंधित सूचना को अधिकाधिक लोगों तक पहुँचाना।
(ख) टास्क फोर्स 2 – संभावित क्षेत्र को खाली कराना, तलाश करना और बचाव करना ।
(ग) टास्क फोर्स 3 – आपातकालीन व्यवस्था करना, प्राथमिक चिकित्सा प्रदान  करना।
(घ) टास्क फोर्स 4 – जागरूकता सृजित करना ।
(ङ) टास्क फोर्स 5 – आपदा के प्रभाव को कम करने संबंधी कार्य करना ।
8. आपदा प्रबंधन टीम के अंतर्गत कौन-कौन से क्षेत्रों को सम्मिलित किया गया है ? 
उत्तर – आपदा प्रबंधन टीम के अंतर्गत निम्नांकित क्षेत्रों को सम्मिलित किया गया हैं –
(क) चक्रवात,
(ख) तैरने का कौशल,
(ग) टेलीफोन तथा बिजली में सुधार,
(घ) संचार तंत्र,
(ङ) बचाव कार्यों के लिए अच्छा स्वास्थ्य,
(च) अन्य क्रियाएँ ।

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