चिपको आंदोलन क्या है?

– चिपको आंदोलन 1973 मे शुरू हुआ था।

– इस आंदोलन की शुरुआत सुंदर लाल बहुगुणा, कामरेड गोविन्द सिंह रावत, चण्डीप्रसाद भट्ट तथा श्रीमती गौरादेवी के नेत्रत्व मे हुई थी।

– इस आंदोलन की शुरुआत उतराखंड के दो तीन गाँवो से हुई थी।

– इसके पीछे की कहानी यह है कि गाँव वालो ने वन विभाग से खेती-बाड़ी के औज़ार बनाने के लिए अंगू नामक पेड़ को काटने की अनुमति माँगी।

– वन विभाग ने पेड़ काटने की अनुमति गाँव वालो को नहीं दी।

– इसके बजाय उसने खेल सामग्री के एक विनिर्माता को ज़मीन का यही टुकड़ा व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए बाँट दिया।

– वन विभाग के इस कदम के कारण गाँव वालो मे नाराजगी पैदा हुई और उन्होने सरकार के इस कदम का विरोध किया।

– चिपको आंदोलन मे महिलाओ ने सक्रिय भागीदारी की।

– इस आंदोलन मे लोगो ने एक अनोखे तरीके पेड़ो से चिपककर पेड़ो की कटाई का विरोध किया।

– आंदोलन के परिणामस्वरूप सरकार ने 15 सालो के लिए हिमालयी क्षेत्र मे पेड़ो की कटाई पर रोक लगा दी।