तरक्की की राह पर उसी का जोर चला हैं
बना कर रास्ता जो भीड से अलग चला हैं।
स्वीकार करने की हिम्मत
और सुधार करने की नियत हो तो इंसान सबकुछ कर सकता हैं।
सच्चाई के रास्ते पर कम भीड़ होती हैं फिर भी इसपर चलना मुश्किल होता हैं
सरल स्वभाव का होना
किसी की कमजोरी नहीं बल्कि उसके अच्छे संस्कार होते है।
इतने कडवें मत बनो कि कोई चख ना सके ,
और इतने मीठे भी मत बनो कि कोई निगल जाये।
वजूद समय के साथ बदलता रहता है ,
दिपक सूर्य के सामने कुछ नहीं मगर अंधेरे के सामने बहुत कुछ हैं