कोयला एवं लौह उद्योग ने औद्योगीकीकरण को गंति प्रदान की। कैसे ?
प्रश्न – कोयला एवं लौह उद्योग ने औद्योगीकीकरण को गंति प्रदान की। कैसे ?
उत्तर – वस्त्र उद्योग की प्रगति कोयला एवं लोहा उद्योग पर बहुत निर्भर करती है। इसलिए इन उद्योगों पर भी ध्यान दिया गया। सूत के व्यवसाय की उन्नति के साथ लोहे के व्यवसाय ने भी उन्नति की। ब्रिटेन में 1750 के लगभग पत्थर का कोयला प्रकाश में आया। 1730 में ही स्कॉटलैंड में पत्थर के कोयले से लोहा गलाने की नयी तकनीक सफलतापूर्वक काम में आने लगी थी। इंगलैंड में पत्थर के कोयले की खानें प्रचुर मात्रा में होने के कारण अब लोहे के कारबार की खूब उन्नति होने लगी और लोहे का उत्पादन सस्ता हो गया । हेनरी कॉटन ने लोहे को पिघलाकर विभिन्न आकृतियों में ढालने के तरीकों का आविष्कार किया। इस तरीके के आविष्कार से फौलाद के उद्योग की उन्नति हुई।
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