मुस्लिम समुदाय की शिक्षा में विकास संबंधी समिति की मुख्य सिफारिशों की विवेचना करें ।
प्रश्न – मुस्लिम समुदाय की शिक्षा में विकास संबंधी समिति की मुख्य सिफारिशों की विवेचना करें ।
(Discuss the major recommendations of the committee on the development of education of the Muslim community.)
उत्तर – मुस्लिम समुदाय की शिक्षा में विकास संबंधी समिति की मुख्य सिफारिशें –
- समुदाय अध्ययन केन्द्र की स्थापना ( Community Study Centre) — चूँकि बड़े नगरों में मुस्लिम समुदाय की बहुसंख्या एक कमरे वाले घरों में रहती है, इस कारण बच्चों के पढ़ने के लिए एक समुदाय अध्ययन केन्द्र स्थापित किया जाए ताकि छात्र कुछ समय के लिए वहाँ जाकर पढ़ सकें ।
- उच्च गुणवत्ता सरकारी स्कूल (High Quality Government Schools)— जहाँ पर मुस्लिम समुदाय की अधिक जनसंख्या है वहाँ पर उच्च गुणवत्ता वाले स्कूल खोले जाएँ ।
- लड़कियों के लिए स्कूल (Schools for Girls) —9-12 ग्रेड में पढ़ने वाली छात्राओं के लिए लड़कियों के स्कूल खोले जाएँ ।
- अध्यापिकाओं की नियुक्ति (Appointment of Lady Teachers ) – सहशिक्षा स्कूलों (Co-Educational Schools)—में अधिक संख्या में अध्यापिकाओं की नियुक्ति की जाए ।
- प्राथमिक स्तर पर मातृभाषा (उर्दू) में शिक्षा (Education in Urdu : The Mothertongue)—जिन क्षेत्रों में उर्दू भाषायी लोगों का बहुमत है वहाँ पर प्राथमिक स्तर पर उर्दू को शिक्षा का माध्यम बनाया जाए ।
- तकनीकी शिक्षा (Technical Education)—दसवीं कक्षा में फेल होने पर अथवा उससे पहले जो मुस्लिम बच्चे स्कूल छोड़ देते हैं, उनके लिए तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था की जानी चाहिए ।
- औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं में प्रवेश (Entry into ITI) — औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं (ITI) में प्रवेश के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता कक्षा 8 पास कर दी जाए ।
- उच्च शिक्षा में अल्पसंख्यकों के लिए सुविधाएँ (Facilities for Minorities in Higher Education) — निजी कॉलेजों को जिनमें अल्पसंख्यक संचालित कॉलेज भी हैं, अतिरिक्त निधि दी जाए, यदि उनमें विभिन्न वर्गों के छात्र शिक्षा प्राप्त करते हों । ये संस्थाएँ उचित (Reasonable) शुल्क छात्रों से लें ।
- छात्रवृत्तियाँ ( Scholarships) अल्पसंख्यक संचालित उच्च शिक्षा संस्थाएँ निर्धन छात्रों से कम फीस लें अथवा छात्रवृत्तियों का प्रावधान करें ।
- उच्च शिक्षा में प्रवेश के मानक (Criteria) – उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश के मानकों में परिवर्तन लाया जाए । अत्यन्त पिछड़े वर्गों को अंकों में छूट दी जाए ।
- छात्रावास सुविधाएँ (Hostel Facilities) — प्राथमिकता के आधार पर अल्पसंख्यकों के छात्रों को छात्रावास की सुविधाएँ प्रदान की जाएँ। इन छात्रावासों के लिए सरकार तथा समुदाय मिलकर साधन जुटाएँ । मुस्लिम वक्फ परिषद् भी इसमें योगदान दें ।
- अध्यापक प्रशिक्षण / शिक्षा (Teacher Training or Education) – जिन राज्यों में उर्दू भाषीय जनसंख्या अधिक हैं वहाँ पर प्रशिक्षण लेने वाले उन प्राथियों को जो उर्दू माध्यम में पढ़ा सकते हैं, प्राथमिकता दी जाए।
- उर्दू भाषा का विकास (Promotion of Urdu) — उर्दू भाषा केवल मुसलमानों की भाषा नहीं है । इस भाषा की अवहेलना की गई है। इसका परिणाम निकला है, बच्चों को उनकी मातृभाषा उर्दू में पढ़ाने की अपर्याप्त अवस्था, उर्दू भाषायी स्कूलों में उर्दू पढ़ाने वाले अध्यापकों की कमी रही है। इसी प्रकार उर्दू माध्यम स्कूलों में भौतिक सुविधाओं का भी अभाव रहा है। इन कमियों को पूरा किया जाए ।
- त्रि-भाषा सूत्र (Three Language Formula) – हिन्दी क्षेत्रों में उर्दू को इसका स्थान देकर त्रि-भाषा का कार्यान्वयन किया जाए ।
- मदरसों में सुधार (Improvement in Madarsa) — मदरसों में दी जाने वाली उपाधियों को अन्य मान्यता प्राप्त उपाधियों के समतुल्य (Equivalent) मान्यता देने की कार्य विधि का निर्माण किया जाय ।
- विभिन्न प्रतियोगिताओं में मदरसों को डिग्रियों की मान्यता (Recognition of Madarsa Degrees in Competitive Examinations) — इस सन्दर्भ में नीति निर्धारण की अत्यन्त आवश्यकता है। मदरसों में पढ़े हुए छात्रों को प्रशासनिक सेवा, बैंक, रक्षा सेवा आदि भर्ती में उनकी शैक्षिक योग्यता के अनुसार पात्र माना जाए । आवश्यकतानुसार मदरसों के पाठ्यक्रमों में इस दिशा में वांछित परिवर्तन किए जाएँ ।
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