राष्ट्रीय समाकलन तथा भावात्मक समाकलन में निहित मूल्य एवं बाधाओं की विवेचना करें ।
प्रश्न – राष्ट्रीय समाकलन तथा भावात्मक समाकलन में निहित मूल्य एवं बाधाओं की विवेचना करें ।
(Discuss the values inherent and bariers to national integration and emotional integration.)
उत्तर – राष्ट्रीय समाकलन तथा भावात्मक समाकलन में निहित मूल्य–मुख्य तौर पर राष्ट्रीय समाकलन तथा भावात्मक समाकलन में निम्न मूल्य निहित है जिनमें नागरिकों को प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए ।
- आत्मीयता की भावना (Feeling of Oneness),
- सह अस्तित्व की भावना (Feeling of Co-existence),
- सहिष्णुता की भावना (Feeling of Toleration),
- विशाल हृदयता ( Broad-mindness),
- सबके सुख में अपना सुख तथा अपने सुख में सबका सुख (One’s Happiness in the Happiness of all and Happiness of all in one’s Happiness),
- अनेकता में एकता (Unity in Diversity),
- दूसरों के प्रति संवेदनशीलता (Sensitiveness to Others),
- दूसरों के विचारों का आदर करना (Giving due Respect to the Views of Others),
- राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि समझना (Considering National Interests Above all Interests),
- भ्रातृत्व ( Brotherhood),
- मिल-जुलकर रहने की कला ( Art of Living Together ) ।

राष्ट्रीय समाकलन तथा भावात्मक समाकलन में बाधाएँ (Barriers in National and Emotional Integration) — राष्ट्रीय आयोग 1964-66 ने राष्ट्रीय समाकलन तथा भावात्मक समाकलन में निम्नलिखित बाधाओं का उल्लेख किया –
- सामाजिक विषमताएँ अनेक प्रकार की हैं ।
- गरीबी – अमीरी में बहुत अन्तर है ।
- पढ़े-लिखे तथा निरक्षरों में बहुत अन्तर है ।
- भारत में अनेक धार्मिक मतभेद हैं ।
- जाति प्रथा एक कलंक है ।
- पढ़े-लिखे लोग अपनी धरोहर से दूर जा रहे हैं ।
- भारतीय ‘भारत’ (India) शब्द को भूलते जा रहे हैं
- परम्परागत एकता तथा भावात्मक मूल्य कम होते जा रहे हैं ।
- लोगों में समाजिकता का भाव कम हो रहा है
- अनुशासनहीनता बढ़ती जा रही है ।
राष्ट्रीय समाकलन तथा भावात्मक समाकलन में मुख्य बाधाएँ निम्न प्रकार की हैं—
- ऐतिहासिक पृष्ठभूमि — अंग्रेजों की ‘फूट डालने की नीति’ (Historical Background : ‘Divide and Rule Policy’ of the British),
- जातिवाद (Casteism),
- भाषायी मतभेद (Linguism),
- क्षेत्रीयता (Regionalism),
- प्रान्तीयता (Provincialism),
- धार्मिक कट्टरता (Religious Fundamentalism),
- संकीर्ण राजनैतिकता (Narrow Polity),
- सामाजिक असमानता (Social Inequality),
- आर्थिक असमानता (Economic Inequality),
- प्रभावी नेतृत्व का अभाव (Lack of Effectiveness Leadership),
- सांस्कृतिक भिन्नताएँ (Cultural Differences),
- सेवाभाव का अभाव (Lack of Spirit of Service),
- स्वार्थ को प्राथमिकता (Priority of Self Interest),
- राष्ट्रीय चरित्र का अभाव (lack of National Character),
- दोषमुक्त शिक्षा प्रणाली (Defective Educational System),
- अशिक्षा (Illiteracy),
- भाग्यवादिता (Fatalism)।
हमसे जुड़ें, हमें फॉलो करे ..
- Telegram ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
- Facebook पर फॉलो करे – Click Here
- Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
- Google News ज्वाइन करे – Click Here